डाइजेशन की समस्या एक ऐसी समस्या है जिसने ना जाने कितने लोगों को परेशान कर रखा है। डाइजेशन की समस्या अपने आप में एक बीमारी बन सकती है और यही नहीं वो ब्लोटिंग, गैस, पेट दर्द, पेट में मरोड़ आना आदि लक्षण भी दिख सकते हैं। अधिकतर लोगों की आदत होती है कि जैसे ही डाइजेशन से जुड़ी समस्या सामने आती है वो दवाएं खाने लगते हैं, पर ये सही तरीका नहीं है।
डाइजेशन की समस्या को लेकर डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में कुछ खास टिप्स शेयर किए हैं। उन्होंने बताया है कि किस तरह से बिना दवा के भी डाइजेशन की समस्या को कम किया जा सकता है। यहां ध्यान रखने वाली बात ये है कि इसे सिर्फ कम करने की बात हो रही है ना कि उसे जड़ से ठीक करने की। अलग-अलग लोगों की मेडिकल कंडीशन अलग हो सकती है और अगर आपको बहुत समस्या हो रही है तो आप डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
दीक्षा के मुताबिक हमारी पाचन क्रिया अगर सही रहेगी तो शरीर भी सही रहेगा। अगर खराब डाइजेशन होता है तो अलग-अलग लक्षण होंगे जैसे एसिडिटी, कब्ज, दस्त, गैस्ट्रिक समस्याएं, सिरदर्द, स्किन से जुड़ी समस्याएं, एनीमिया, विटामिन से जुड़ी समस्याएं आदि।
अपनी डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं पर आपको बहुत ध्यान देना चाहिए और हर चीज़ से लिए दवा खाने से बचना चाहिए। हां, अगर कोई गंभीर समस्या है और डॉक्टर आपको कह रहा है तो यकीनन ये जरूरी है कि आप दवाएं लें, लेकिन कुछ देसी तरीके भी आपकी मदद कर सकते हैं। जैसे-
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अपने डाइजेशन की समस्या को ठीक करने के लिए आप वज्रासन में बैठ सकते हैं और इससे आपके पेट में न्यूट्रिएंट्स अच्छी तरह से एब्जॉर्ब होंगे। इसे पेट की थेरेपी कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
देखिए छाछ आपके डाइजेशन की समस्या को कम जरूर कर सकती है, लेकिन ये भी ध्यान रखने वाली बात है कि अगर आप इसे गलत समय पर लेंगे तो ये अन्य समस्याएं पैदा कर सकती है। आप चाहें तो प्लेन छाछ पी सकते हैं या फिर तड़के वाली छाछ भी ले सकते हैं, लेकिन अगर ज्यादा तेल होगा तो फिर डाइजेशन की समस्या होगी।
ये आपके कफ और वात दोष दोनों पर असर करेगी और छाछ आपके डाइजेशन प्रोसेस को ठीक करेगी।
आयुर्वेद में विरुद्ध आहार का कॉन्सेप्ट है जिसमें ऐसी चीज़ें एक साथ खाने की मनाही है जो आपके डाइजेशन को खराब कर सकती हैं। उदाहरण के तौर पर दूध और फल, मछली और दूध, शहद और गर्म पानी, गर्म और ठंडा खाना एक साथ खाना, ये सब कुछ आपके मेटाबॉलिज्म प्रोसेस को धीमा कर सकता है और इसलिए ये बेहतर होगा कि आप इन्हें एक साथ लेना कम करें।
दाल, फलियां और नट्स में phytic acid होता है जो आपकी आंतों को इसे एब्जॉर्ब करने में मुश्किल पैदा करता है। ये इतना मुश्किल होता है कि आपकी आंतों में न्यूट्रिएंट्स ठीक से पच नहीं पाते हैं। इन्हें पकाने या खाने से पहले अगर आप थोड़ी देर भिगोकर रख देंगे तो हमारी आंतें इन्हें आसानी से डाइजेस्ट कर लेंगी। इसी के साथ, खाने में मौजूद न्यूट्रिएंट्स को भी पचा लेंगी।
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कई बार कच्चा खाना सेहत के लिए अच्छा होता है ये तो पता है, लेकिन ये भी ध्यान रखने वाली बात है कि कच्चा खाना कई बार आंतों के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। बहुत ज्यादा स्प्राउट्स खाने में प्रोटीन बहुत ज्यादा आता है और ऐसे में आंतों को उसे पचाने में दिक्कत होती है। जब आपके शरीर का अग्नी तत्व वीक होता है तो कच्चा खाना इसे और भी ज्यादा परेशान कर सकता है।
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अगर आप चाहते हैं कि आपका हाजमा दुरुस्त रहे तो यकीनन आपको चलना होगा। बिना चले आपका काम नहीं चलेगा। बिना चले आप ठीक तरह से कुछ भी नहीं कर पाएंगे। ये जरूरी है कि आप कम से कम 5 हज़ार कदम रोज़ाना चलें और अपने पाचन तंत्र को अच्छा बनाएं।
हर इंसान का शरीर अलग होता है और उसपर देसी तरीकों का असर भी अलग होता है। ऐसे में अगर आपको लगता है कि आपकी समस्या बड़ी है तो कोई उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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