सीजनल डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है, जिसे अक्सर हम सभी नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यह आपको मानसिक रूप से काफी परेशान कर सकता है। इससे आप काफी उदास महसूस कर सकते हैं। इससे आपके मूड व एनर्जी दोनों लो फील होते हैं। ऐसे में अक्सर लोग दवाइयों का सहारा लेते हैं, जबकि वास्तव में अरोमाथेरेपी आपके काफी काम आ सकता है।
यह सीजनल डिप्रेशन से निपटने का एक नेचुरल तरीका है। कुछ खास तरह की खुशबू ना केवल आपको अधिक शांत महसूस करवाती है, बल्कि आपके मूड को भी बेहतर बना सकती हैं,। इससे आपका सिरदर्द, तनाव व एंग्जाइटी दूर होती है और आपको अधिक बेहतर नींद आती है। इसलिए, अगर आप अपने दिनों को अधिक खुशनुमा बनाने और अपने मूड को थोड़ा बेहतर बनाने के लिए नेचुरल तरीकों को खोज रहे हैं तो आपको अरोमाथेरेपी का सहारा लेना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि अरोमाथेरेपी किस तरह सीजनल डिप्रेशन को दूर करने में सहायक है-
मूड में होता है सुधार
सीजनल डिप्रेशन होने पर व्यक्ति खुद को तनावग्रस्त व उदास महसूस करता है। लेकिन, नींबू, बरगामोट, अंगूर और पुदीना जैसे एसेंशियल ऑयल मूड को बेहतर बनाने और उदासी की भावना को कम करने में मदद करते हैं, जिससे सीजनल डिप्रेशन से लड़ने में मदद मिलती है। वहीं, इलंग-इलंग, गुलाब और लैवेंडर जैसे कुछ तेल आपको इमोशनली बैलेंस महसूस करवाने में मदद करते हैं। जिससे आपका चिड़चिड़ापन और तनाव को कम हो सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ न्यूरोसाइंस (2011) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, बरगामोट एसेंशियल ऑयल मूड में काफी सुधार कर सकता है और चिंता को कम कर सकता है।
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एंग्जाइटी होती है कम
सीजनल डिप्रेशन के कारण एंग्जाइटी होना बेहद ही आम बात है। ऐसे में आपको लैवेंडर, कैमोमाइल और चंदन जैसे एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। वे कोर्टिसोल के लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन तेलों को सूंघने से शरीर को आराम मिलता है और बेचैनी व घबराहट जैसे लक्षण कम होते हैं। जर्नल ऑफ़ अल्टरनेटिव एंड कॉम्प्लिमेंटरी मेडिसिन (2005) में प्रकाशित एक क्लिनिकल ट्रायल में पाया गया कि लैवेंडर एसेंशियल ऑयल जनरलाइज्ड एंग्जाइटी डिसऑर्डर वाले व्यक्तियों में चिंता को काफी कम करता है।
एनर्जी लेवल होता है बूस्ट
सीजनल डिप्रेशन होने पर थकान व सुस्ती महसूस होना आम बात है। ऐसे में ना ही हम किसी काम में फोकस कर पाते हैं और ना ही इसके लिए एनर्जी महसूस होती है। पुदीना, नीलगिरी और रोज़मेरी जैसे एसेंशियल ऑयल आपको नेचुरली एनर्जी प्रदान कर सकते हैं। ये तेल सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद करते हैं, जिससे आप अधिक एक्टिव व एनर्जेटिक फील करते हैं।
स्लीप क्वालिटी में होता है सुधार
सीजनल डिप्रेशन होने पर व्यक्ति को रात में ठीक से नींद नहीं आती है। इस समस्या से निपटने में भी अरोमाथेरेपी में मददगार साबित हो सकती है। लैवेंडर और क्लेरी सेज स्लीप क्वालिटी में सुधार करने में मददगार है। वे आपके शरीर और मन को शांत करते हैं, जिससे आपको अच्छी नींद आती है। साथ ही, आप सुबह अधिक एनर्जेटिक फील करते हैं।
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