आयुर्वेद एक गहरा और प्राचीन विज्ञान है जो हमें हेल्दी, इष्टतम, समग्र और उत्पादक जीवन जीने में मदद करता है। हमारी पुरानी पीढ़ियां केवल प्राचीन विज्ञान पर आधारित निश्चित जीवनशैली का अभ्यास करके लंबा और स्वस्थ जीवन जीती हैं।
आज बहुत सारे पश्चिमी शोध हमारे स्वदेशी ज्ञान से आते हैं, चाहे वह आयुर्वेद हो या योग। दुर्भाग्य से, आज भारत में आयुर्वेद एक खोई हुई विद्या है। शुक्र है, कोविड संक्रमण के बाद निरंतर आंतरिक कल्याण ने आयुर्वेद को फिर से फोकस में ला दिया है।
यहां कुछ आसान और प्रभावी आयुर्वेदिक टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें आप अपने दैनिक जीवन में स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती के लिए शामिल कर सकते हैं। इसकी जानकारी हमें अदिति अमित देशमुख जी दे रही हैं। वह फाउंडर 21 ऑर्गेनिक की सोशल एंटरप्रेन्योर और आयुर्वेद की प्रचारक है।
सूर्यास्त से पहले भोजन करें
जब सूरज आसमान में चमक रहा होता है तो हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम सबसे अच्छी तरह काम करता है। सूर्यास्त के बाद भोजन को पचाना कठिन होता है, इस प्रकार शरीर में 'अमा' या विषाक्त पदार्थों का निर्माण होता है जो तब पाचन संबंधी समस्याओं जैसे सूजन, अपच और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है।
आयुर्वेद का मानना है कि अनहेल्दी आंत विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं की ओर ले जाती है। रात के समय हमारा डाइजेशन कम हो जाता है जिससे डाइजेस्टिव क्रिया सुस्त हो जाती है। इसलिए आयुर्वेद सूर्यास्त से पहले खाने की सलाह देता है।
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हल्दी जैसा चमत्कारी मसाला शामिल करें
हल्दी एक ऐसा मसाला है जो हर भारतीय के किचन में आसानी से मिल जाता है। भारतीय हमेशा से जानते हैं कि हल्दी में औषधीय गुण होते हैं, जो अब कई पश्चिमी अध्ययनों से सिद्ध हो रहे हैं। इस चमत्कारी मसाले में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो सामान्य सर्दी और गले के संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं।
हल्दी भी शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर होती है जो हार्ट हेल्थ की रक्षा करती है और कैंसर-रोधी गुणों से भरी होती है। घी के मास्क में हल्दी का प्रयोग या दही या चने के आटे के साथ मिलाकर त्वचा पर दाग-धब्बों, हाइपरपिग्मेंटेशन और काले धब्बों के लिए एक प्रभावी उपाय है। यह अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण मुंहासे को ठीक करता है।
अश्वगंधा का सेवन रोजाना करें
अश्वगंधा को आयुर्वेद में 'रसायन' या एक शक्तिशाली कायाकल्प के रूप में जाना जाता है जिसमें महत्वपूर्ण इम्यूनो-मॉड्यूलेटरी गुण होते हैं। यह जड़ी बूटी रोगों के खिलाफ इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में अत्यधिक प्रभावी है और एक शक्तिशाली एडाप्टोजेन भी है जो शरीर को शारीरिक और मानसिक तनाव और चिंता से निपटने में मदद करती है।
यह एक एंटीऑक्सीडेंट है जो इम्यून सिस्टम में सुधार करता है और त्वचा और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को प्रभावी ढंग से साफ करके उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करता है। यह शरीर की इम्यून सिस्टम और बुढ़ापा रोकने की क्षमता को बढ़ाता है।
अश्वगंधा का सेवन करने के आसान और सुझाए गए तरीके अश्वगंधा की गोलियां, अश्वगंधा चूर्ण (दूध, सूप आदि में पाउडर), हर्बल अश्वगंधा चाय, अश्वगंधा घृत (घी की तैयारी), अश्वगंधा अवलेह (जाम), अश्वगंधारिष्ट (आयुर्वेदिक तरल तैयारी) या अश्वगंधा सिरप के माध्यम से हैं।
सात्विक आहार को फॉलो करें
आयुर्वेद एक सात्विक आहार में विश्वास करता है जिसमें चावल, ताजे फल, सब्जियां, घी, नट्स, शहद, दूध और फलियां शामिल हैं। आयुर्वेद में, भोजन आसानी से पचने योग्य, ताजा और साफ होना चाहिए, इसमें कोई आर्टिफिशियल सामग्री या प्रिजर्वेटिव नहीं होना चाहिए और इसे प्यार और शांति से बनाया जाना चाहिए।
गर्म, ताजा पका हुआ भोजन करें। अपने भोजन को माइक्रोवेव न करें। डिब्बाबंद और फ्रोजन जैसे प्रोसेस्ड फूड्स से बचें।
आयुर्वेद जीवन जीने का एक तरीका है और अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव करके इसका सबसे अच्छा अभ्यास किया जाता है।
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आयुर्वेद की स्वास्थ्य की परिभाषा
सम दोष समाग्नि,
सम धातु मल: क्रिया।
प्रसन्नात्मेन्द्रिय मन:,
स्वस्थ इत्यभिधीयते
अर्थ
किसी की भी हेल्थ तब अच्छी होती है, जब तीनों दोष (वात, पित्त और कफ) पाचन अग्नि (पाचन, आत्मसात और मेटाबॉलिज्म) शरीर के सभी ऊतक और घटक (धातु) (संपूर्ण भौतिक शरीर) सभी उत्सर्जन कार्य (यूरिन के शारीरिक कार्य और शौच) एक सुखद स्वभाव और संतुष्ट मन, इंद्रियों और आत्मा के साथ सही क्रम में रहते हैं।
आप भी इन आयुर्वेदिक टिप्स को रोजाना आजमाकर हेल्थ को दुरुस्त रख सकती हैं। अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
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