आपका पीरियड बताता है हेल्थ से जुड़ी ये बहुत जरूरी जानकारी, जानें कैसे  

पीरियड्स को ट्रैक करने से आपको ये 5 फायदे मिल सकते हैं। जानिए कैसे.....

 
How to track periods

महिलाओं के लिए पीरियड्स बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। ये हों तो भी दिक्कत और ना हो तो भी दिक्कत ही होती है। पीरियड्स हमें ये बताते हैं कि हमारी हेल्थ ठीक चल रही है या फिर नहीं। कई महिलाओं को लगता है कि एक आध बार पीरियड मिस होना कोई बड़ी बात नहीं या कभी पीरियड के ब्लड का बदल जाना कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन ऐसा नहीं है।

दरअसल, पीरियड की ट्रैकिंग बहुत जरूरी होती है जो हमें ये बताती है कि शरीर में कहीं कोई खराबी तो नहीं। ये कई हेल्थ इश्यूज को सामने ले आती है और इसलिए ही इन्हें ट्रैक करना जरूरी है।

M.B.BS, MD (Obgyn) डॉक्टर अमीना खालिद ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पीरियड पेन और पीरियड्स की समस्याओं से जुड़ी बहुत ही बातें शेयर की हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में ये बताया है कि आखिर क्यों ये जरूरी होता है कि हम अपने पीरियड को ट्रैक करें।

शरीर को समझने में पीरियड करता है मदद

आपके शरीर की नॉर्मल साइकिल 28 दिन की हो सकती है। हां, ये सभी के लिए अप्लाई नहीं होती और कुछ लोगों के लिए ये ड्यूरेशन बदल भी सकती है। पर आपको ये ध्यान रखना है कि आपकी पीरियड साइकिल कितनी है इसका ट्रैक रखा जाए।

अगर ये किसी एक महीने बदलती है तो इतनी जल्दी अलार्म होने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर ये बार-बार बदलती है तो ध्यान रखें कि आपके शरीर के अंदर कुछ गलत हो रहा है और आपको उसे ठीक करना है। इसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

कंसीव करने या प्रेग्नेंसी अवॉयड करने के लिए

पीरियड्स को ट्रैक करने का एक बहुत बड़ा फायदा ये हो सकता है कि आप ये समझ पाती हैं कि कौन से दिन फर्टाइल हैं और कौन से नहीं। जिन्हें प्रेग्नेंसी चाहिए उन्हें ओव्यूलेशन के दिनों में ट्राई करना चाहिए और जिन्हें नहीं उन्हें इन दिनों से बचकर रहना चाहिए।

हार्मोनल बदलावों के बारे में पहले से बताते हैं पीरियड्स

हममे से कई महिलाओं को पीएमएस की समस्या होती है। हमारे पीरियड्स अगर ट्रैक रहेंगे तो ये पता होगा कि पीएमएस कब से शुरू हो सकता है और जो लक्षण हमारे शरीर में हो रहे हैं वो क्या हैं। ब्लोटिंग, डायरिया, ब्रेस्ट टेंडरनेस, मूड स्विंग्स, कुछ मामलों में बहुत ज्यादा तेज़ सिरदर्द और अन्य समस्याएं पीरियड्स की वजह से होती हैं।

अगर ये आपकी पीएमएस डेट के पास हैं तो चिंता का विषय नहीं, लेकिन अगर ये पीएमएस डेट से अलग होती हैं तो डॉक्टर से बात करने की जरूरत है।

शरीर में क्या गलत हो रहा है ये बता सकते हैं पीरियड्स

अगर आपके पीरियड्स रेगुलर नहीं हैं तो यकीनन डॉक्टर के पास जाने की जरूरत महसूस होगी।

अगर आप अपने पीरियड्स को ट्रैक करती रहेंगी तो आपको ये पता होगा कि किस तरह की समस्याएं आपके शरीर में हो रही हैं। कई महिलाओं को पीरियड्स के पहले बहुत ज्यादा परेशानियां होने लगती हैं और ऐसे में डॉक्टर से बात करना एक सही ऑप्शन है।

इसे जरूर पढ़ें- जानें दुनिया में पीरियड्स से जुड़े रीति-रिवाजों के बारे में

प्लानिंग के लिए बेहतर है पीरियड ट्रैकिंग

अगर आप पीरियड्स को ट्रैक कर रही हैं तो ये प्लानिंग के लिए बेहतर होगा। आप कहीं ट्रिप पर जाना चाहें या फिर किसी और तरीके से अपने काम को मैनेज करना चाहें।

अगर आपके पीरियड ट्रैक करने के बाद भी बार-बार डेट्स बदल जाती हैं या फिर आपको बहुत ज्यादा तकलीफ होती है तो आप पहले डॉक्टर से बात करें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें अपनी पसंदीदा वेबसाइट हरजिंदगी से।

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