
बढ़ते प्रदूषण के कारण आज एयर प्यूरीफायर (Air Purifier) घर की एक जरूरत बन गया है। हम इसे घर में यह सोचकर लाते हैं कि यह हमें और हमारे परिवार को साफ और ताजी हवा देगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर इसकी सही समय पर देखभाल न की जाए तो यही मशीन आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है? एयर प्यूरीफायर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उसका 'फिल्टर' होता है जो हवा से धूल, मिट्टी, बैक्टीरिया और प्रदूषण के बारीक कणों को सोखता है। जब यह फिल्टर पूरी तरह भर जाता है और पुराना हो जाता है तो यह हवा को साफ करने के बजाय जहरीली हवा बाहर फेंकने लगता है जिससे सांस की बीमारियां और एलर्जी बढ़ सकती है। ऐसे में आइये जानते हैं कि कब हमें हमारे घर में रखे एयर प्यूरीफायर का फिल्टर बदल लेना चाहिए?
एयर प्यूरीफायर के अंदर लगा फिल्टर एक स्पंज की तरह काम करता है। जैसे एक गंदा स्पंज और सफाई करने के बजाय गंदगी फैलाता है, वैसे ही एक पुराना फिल्टर भी काम करना बंद कर देता है।

जब फिल्टर की क्षमता खत्म हो जाती है तो उस पर जमा गंदगी, फंगस और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इसके बाद जब मशीन चलती है तो वह हवा को साफ करने के बजाय उन्हीं कीटाणुओं को दोबारा कमरे में फैला देती है।
इससे आपको खांसी, छींक आना, आंखों में जलन या अस्थमा जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आमतौर पर कंपनियां कहती हैं कि फिल्टर को 6 महीने से 1 साल के बीच बदल देना चाहिए।
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यह समय सीमा कम हो सकती है जो इस बात पर आधारित होती है कि पॉल्यूशन का स्तर कितना है। आजकल ज्यादातर मशीनों में 'Filter Change' की लाइट होती है। जब वह जले तो उसे नजरअंदाज न करें।
अगर फिल्टर का सफेद या हल्का रंग गहरा भूरा या काला पड़ गया है तो समझ लीजिए कि यह अपनी सीमा पार कर चुका है। अगर प्यूरीफायर चालू करने पर कमरे में सीलन या किसी तरह की गंध आ रही है तो इसका मतलब है कि फिल्टर में बैक्टीरिया पैदा हो चुके हैं।

अगर आप महसूस करें कि मशीन पहले जितनी तेजी से हवा नहीं फेंक रही है तो फिल्टर चोक हो चुका है। जब फिल्टर गंदा होता है तो मोटर को हवा खींचने के लिए ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है जिससे मशीन ज्यादा आवाज करने लगती है।
प्यूरीफायर के सबसे बाहरी जालीदार फिल्टर जिसे Pre-filter कहते हैं, उसे र 15 दिन में वैक्यूम क्लीनर या सूखे कपड़े से साफ करें। इससे अंदर के मुख्य HEPA फिल्टर पर दबाव कम पड़ता है।
प्यूरीफायर चलाते समय खिड़की-दरवाजे बंद रखें ताकि मशीन को बाहर की बेहिसाब गंदगी से न जूझना पड़े। घर के अंदर सिगरेट का धुआं या बहुत ज्यादा अगरबत्ती का धुआं फिल्टर को बहुत जल्दी खराब कर देता है।
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