गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। हर साल गणपति बप्पा का स्वागत लोग पूरे श्रद्धा भाव से करते हैं। यह पर्व भादो महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।
इस साल गणेश चतुर्थी31 अगस्त, बुधवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन का लोगों को बेसब्री से इंतजार होता है। यह पर्व गणपति बप्पा को समर्पित होता है और इसमें लोग अलग तरीकों से गणपति को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।
यह पर्व इस साल बुधवार के दिन पड़ेगा इसलिए इसका महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति गणपति पूजन में दूर्वा चढ़ाता है उसे विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
इस साल गणपति पूजन में आप दूर्वा घास के कुछ उपायों से अपनी किस्मत बदल सकते हैं। आइए Life Coach और Astrologer Sheetal Shaparia से जानें दूर्वा घास के कुछ अचूक उपायों के बारे में।
धन लाभ के लिए दूर्वा के उपाय
यदि आप घर को धन धान्य से भरना चाहते हैं तो गणेश चतुर्थी के दिन 21 दूर्वा को मिलाकर एक लाल धागे या कलावा से बांधें। इसे गणपति की प्रतिमा के पास रखें। यदि आप घर में गणपति स्थापित कर रहे हैं तो इस बंधे हुए दूर्वा से गणपति की प्रतिमा में नियमित जल छिड़कें। आपके घर में अवश्य ही धन की वर्षा के योग बनेंगे।
21 दूर्वा के साथ हल्दी की एक गांठ लें और इसे पीले कपड़े में बांधकर घर की तिजोरी में रखें। इसे 21 दिन तक रखें और फिर किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करें। आपके घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी।
शीघ्र विवाह के लिए दूर्वा के उपाय
यदि आपके विवाह में बाधाएं आ रही हैं तोगणेश चतुर्थी के दिन से हर बुधवार को गणेश जी को 21 दूर्वा चढ़ाएं। यदि लड़के की शादी में अड़चनें आ रही हैं, तो ये उपाय लड़के की मां को करने हैं। ये उपाय आप लगातार 21 बुधवार तकआजमाएं। जल्द ही शादी के योग बनेंगे।
कलह कलेश दूर करने के लिए दूर्वा के उपाय
यदि आपके घर में बिना वजह लड़ाई झगड़े होते हैं तो आप गणेश चतुर्थी सेहर बुधवार के दिन गाय को हरी घास खिलाएं। 11 बुधवार तक ये उपाय आजमाएं आपके घर से लड़ाई झगड़े दूर होंगे और आपसी प्रेम बढ़ेगा।
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पति पत्नी के बीच झगड़ों से बचने के लिए दूर्वा के उपाय
यदि पति-पत्नी के बीच बिना वजह झगड़े होते हैं तोदोनोंमिलकर गणेश चतुर्थी के दिन गणपति पूजन करने के साथ जोड़े में दूर्वा घास अर्पित करें। ध्यान रखें दूर्वा हमेशा जोड़े में या 11 और 21 की संख्या में ही चढ़ाई जाती है।
गणपति को दूर्वा चढ़ाने के नियम
- जब भी आप गणपति को दूर्वा चढ़ाएं कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें। पूजा में दूर्वा का जोड़ा बनाकर ही गणपति को चढ़ाएं।
- दूर्वा चढ़ाने के लिए किसी साफ जगह से ही दूर्वा घास तोड़ें। कभी भी किसी नाली या अन्य गंदे स्थान से तोड़ी हुई घास गणपति को समर्पित न करें।
- दूर्वा चढ़ाते समय गणपति के 11 मंत्रों का जाप करें।
गणपति के मंत्र
- ऊँ गं गणपतेय नम:
- ऊँ गणाधिपाय नमः
- ऊँ उमापुत्राय नमः
- ऊँ विघ्ननाशनाय नमः
- ऊँ विनायकाय नमः
- ऊँ ईशपुत्राय नमः
- ऊँ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः
- ऊँएकदन्ताय नमः
- ऊँ इभवक्त्राय नमः
- ऊँ मूषकवाहनाय नमः
- ऊँ कुमारगुरवे नमः
दूर्वा घास के ये सभी उपाय आपके जीवन में खुशहाली ला सकते हैं और धन लाभ के साथ घर की समस्याओं से भी छुटकारा दिला सकते हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik.com
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