पोंगल का त्योहार साउथ इंडिया में उसी धूमधाम से सेलिब्रेट होता है जैसे नॉर्थ इंडिया में लोहड़ी और मकर सक्रांति। साउथ इंडिया में ये फेस्टिवल को 5 दिनों तक सेलिब्रेट किया जाता है जिसमें इंद्र देवता, सूर्य देवता और जानवरों की पूजा की जाती है जिससे खेती को फायदा होता है।
पोंगल के दिन सूर्यदेव को जो प्रसाद अर्पित किया जाता है उसे ‘’पगल’’ कहते है। तमिल भाषा में पोंगल का एक अर्थ और भी है जिसे कहते है अच्छी तरह से उबालना। साउथ इंडिया में जिस तरह से डोसा, सांबर, इडली, उत्तपम फेमस है उसी तरह से पोंगल भी काफी पॉपुलर है। पोंगल पर जो प्रसाद बनाया जाता है उसका नाम भी पोंगल ही है। अब हम आपको वेन पोंगल बनाने की ये आसान रेसिपी बता रहे हैं इसे आप सांबर और नारियल की चटनी के साथ भी खा सकती हैं।
- बनाने का समय- 35 मिनट
- कितने लोगों के लिए- 4
वेन पोंगल बनाने की सामग्री
- चावल- 1 कप
- पीली मूंग दाल- 1/2 कप
- काली मिर्च- 1 चम्ममच
- हरी मिर्च- 1
- अदरक- 1 इंच टुकड़ा
- जीरा- 1 चम्मच
- कढ़ीपते का पानी- 4 कप
- काजू- 10-12 दाने
- घी- 200 ग्राम
- नमक- स्वादानुसार
वेन पोंगल बनाने की विधि
घर पर वेन पोंगल बनाने के लिए आप सबसे पहले प्रेशर कुकर में 100 ग्राम घी डालें। इसमें चावल और मूंग दाल डालें।
कुकर में चावल और दाल डालने के बाद आप इसे 2-3 मिनट तक इसे रोस्ट करें।
जब चावल और दाल रोस्ट हो जाए और उसमें से खूशबू आने लगे तब आप इसमें पानी और नमक डालें।
प्रेशर कुकर का ढक्कन लगाकर तीन सीटी आने तक आप इसे पकने दें।
ऐसे तैयार करें पोंगल का तड़का
एक पैन लें और उसे आप बाकी बचा हुआ घी डालकर उसे धीमी आंच पर गर्ल करें
अब आप इसमें काजू, काली मिर्च, जीरा, हरी मिर्च, कढ़ीपत्ता और अदरक डाल कर इसे कुछ देर तक रोस्ट करें।
इस तड़के को आप उन चावल दाल में मिला दें जिसे आपने पहले प्रेशर कूकर में पकाया है। अब इसे अच्छे से मिक्स करते आप एक बाउल में डाल लें।
ऐसे करें सर्व- साउथ इंडियन लोग केले के पत्ते पर पोंगल खाना पसंद करते हैं। इसे आप सांबर और नारियल की चटनी के साथ भी भगवान को भोग लगाने के बाद इसे खाएं और पोंगल को सेलिब्रेट करें।
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