Laapataa Ladies को ऑस्कर 2025 के लिए भारत की तरफ से ऑफिशियल एंट्री मिली है। कल इस खबर के आते ही लापता लेडीज को लेकर फिर से चर्चा शुरू हो गई। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की एक कमेटी ने 29 शॉर्टलिस्ट फिल्मों की लिस्ट में से 'लापता लेडीज' को चुना है। किरण राव ने कुछ ही दिन पहले इस फिल्म की ऑस्कर में एंट्री के सपने का जिक्र किया था और अब उनका यह सपना पूरा हो गया है। यह किरण राव की डायरेक्ट की हुई दूसरी फिल्म है। यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था और उन्होंने इस बारे में कई इंटरव्यूज में जिक्र किया था। फिल्म ने मार्च 2024 में रिलीज के बाद 100 दिनों तक ऑडियन्स को थियेटर में खूब एंटरटेन किया था और ओटीटी पर भी इसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। नए चेहरों से सजी इस फिल्म ने बड़ा इतिहास रच दिया है। बेशक यह फिल्म बहुत खास है। लेकिन, इस वक्त सभी के मन में यह सवाल भी है कि आखिर ऑस्कर्स में 'लापता लेडीज' ही क्यों भेजी गई? इसका जवाब सलेक्शन कमेटी के चेयरमैन ने खुद ही दे दिया है। चलिए आपको बताते हैं।
ऑस्कर्स में 'लापता लेडीज' ही क्यों भेजी गई?
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ऑस्कर 2025 में 'लापता लेडीज' की एंट्री के साथ ही यह फिल्म फिर सुर्खियों में आ गई है। काफी लोगों के मन में यह सवाल भी है कि आखिर इसे ही क्यों ऑस्कर्स में भेजा गया। इसका जवाब फिल्म को ऑस्कर भेजने का डिसीजन लेने वाली जूरी के चेयरमैन ने दिया है। इस कमेटी को डायरेक्टर जाह्नु बरुआ लीड कर रहे थे। उन्होंने एक लीडिंग पब्लिकेशन हाउस को दिए इंटरव्यू में इसके पीछे का कारण बताते हुए कहा, "जूरी को सही फिल्म देखनी होती है, जो हर फ्रंट पर इंडिया को रिप्रेजेंट करे। खासतौर पर, उस फिल्म को भारत के सोशल सिस्टम और यहां के नेचर को दिखाना बहुत जरूरी है। फिल्म में भारतीयता बहुत जरूरी है और इस मोर्चे पर लापता लेडीज ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। यह जरूरी है कि ऑस्कर में ऑफिशियल एंट्री के तौर पर उसी फिल्म को भेजा जाए जो भारत को सबसे सटीक तरीके से रिप्रेजेंट करे। हमें जो 29 नॉमिनेशन वाली फिल्मों की लिस्ट दी गई थी, उसमें कमेटी ने एकमत से इस फिल्म को सलेक्ट किया।"
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क्या है 'लापता लेडीज' की कहानी?
यह फिल्म काफी पॉपुलर रही और फिल्म के कई डायलॉग्स, फेमिनिज्म की रियल परिभाषा देते हैं। फिल्म की कहानी को महिला किरदारों के इर्द-गिर्द बुना गया है और इसे स्नेहा देसाई और दिव्य निधि शर्मा ने लिखा है। 2001 में निर्मल प्रदेश नामक एक काल्पनिक राज्य में यह कहानी बुनी गई है। शादी के बाद, दो महिलाएं किस तरह बदल जाती हैं और कैसे उसके बाद, उनकी जिंदगी आगे बढ़ती है, यही इसमें दिखाया गया है। फिल्म में पुरुष प्रधान समाज पर कटाक्ष किए गए हैं। फिल्म में न्यूकमर्स प्रतिभा रांटा, स्पर्श श्रीवास्तव और नितांशी गोयल मुख्य भूमिका में हैं।
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Image Credit: IMDB
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