जहां भी बात सपनों की होती है हम पॉजिटिव सोच रखते हैं। अपने सपनों को पूरा करने की होड़ में लगे रहते हैं और ये सोचा जाता है कि अगर हमने सपना देखा है तो अच्छा ही होगा, लेकिन बुरे सपनों का क्या? वो सपने जो नींद से हमें जगा देते हैं और हमें डर लगने लगता है। वो सपने जिनका कोई अर्थ नहीं होते हुए भी हमारा मन अशांत हो जाता है। कई लोगों को बार-बार बुरे सपने परेशान करते हैं और इन्हें किसी बड़ी चिंता से जोड़ा जाता है।
पर सवाल ये उठता है कि इनका मतलब क्या निकाला जाए? इस बारे में जानने के लिए हमने डॉक्टर समीर पारिख से बात की। डॉक्टर समीर फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के डायरेक्टर और एक जाने माने साइकिएट्रिस्ट हैं।
क्या सपनों का मतलब ढूंढना चाहिए?
डॉक्टर समीर पारिख ने सपनों के बारे में बताया है कि अगर आपको लगातार बुरे सपने आ रहे हैं तो उसके बारे में सोचना आपको ज्यादा परेशान कर सकता है। बुरे सपने से ज्यादा दिक्कत सपने के बारे में सोचते रहने से होती है। डॉक्टर समीर कहते हैं कि, 'सपने का कंटेंट क्या है उसकी कोई वैल्यू नहीं होती है। हम कभी किसी तरह का सपना देखते हैं तो कभी किसी और तरह का। हम जब सपने को जरूरी बना लेते हैं और उसके बारे में सोचते हैं तो चिंता ज्यादा होती है। ऐसा कई बार होता है कि हम किसी बुरे सपने के कारण नींद से जाग जाते हैं और फिर उसके बारे में सोचते रहते हैं।'
अगर आपको कभी-कभार बुरा सपना आता है और आप उसका मतलब ही निकालते रहेंगे तो ये आपकी सेहत के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होगा। अगर कभी अच्छे और कभी बुरे सपने आ रहे हैं तो आपको चिंता नहीं करनी चाहिए।
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बेहतर नींद के लिए क्या किया जाए?
डॉक्टर समीर पारिख का कहना है कि बेहतर नींद आपके बुरे सपनों की कंसिस्टेंसी को थोड़ा कम कर सकती है और हर इंसान को ये कोशिश करनी चाहिए कि वो नींद को रेगुलर ले और क्वालिटी स्लीप में इन्वेस्ट करे। अगर आपको नींद आने में परेशानी हो रही है तो ये टिप्स अपनाएं।
- रेगुलर एक्सरसाइज
- कैफीन, अल्कोहल आदि से दूर रहना
- मेडिटेशन और रिलैक्सेशन फॉलो करना
- रेगुलर ब्रेक लें, लागातार काम ना करें
- जहां सोते हैं वहां से टीवी, मोबाइल, लैपटॉप आदि का इस्तेमाल न करें
- जब रात में घर आएं तो थोड़ा ब्रेक लें
- बिस्तर में नींद के लिए म्यूजिक सुनें
अगर फिर भी आपको लगता है कि नींद में किसी तरह की परेशानी आ रही है या फिर आपके सपने बहुत ज्यादा परेशान कर रहे हैं तो किसी एक्सपर्ट से जरूर बात करें। किसी स्ट्रेस और एंग्जायटी जैसी समस्या को कम करने में एक्सपर्ट आपकी मदद कर सकता है।
ये तो थी कभी-कभी खराब सपने आने की बात, लेकिन कई बार आपको लगातार एक जैसे खराब सपने आते हैं तो ये नाइटमेयर डिसऑर्डर हो सकता है।
Nightmare disorder एक मेडिकल टर्म है जिसका मतलब ये होता है कि नींद में आपको खराब सपने अधिक परेशान कर रहे हैं, नींद में खलल डाल रहे हैं और दिन में उनकी वजह से आप काम नहीं कर पा रहे हैं।
क्या बुरे सपने आना नॉर्मल है?
Journal of Clinical Sleep Medicine की खोज के अनुसार 29% एडल्ट्स को भी रात में सोते समय हफ्ते में कम से कम एक बार बुरा सपना आता है। साइंस कहती है कि सपने REM sleep के दौरान आते हैं जब आपका दिमाग एक्टिव होता है, लेकिन शरीर सो रहा होता है।
इस बारे में कई बार रिसर्च की गई है और अलग-अलग थ्योरीज बताई गई हैं कि आखिर बुरे सपने क्यों आते हैं।
तो चलिए इसके कारणों और उसके पीछे के तथ्यों के बारे में भी जान लेते हैं।
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आखिर क्यों आते हैं बुरे सपने?
इसके कई कारण हो सकते हैं और ये भी हो सकता है कि आपको कोई चिंता या परेशानी हो, लेकिन अधिकतर ऐसा नींद में किसी न किसी वजह से आए डिस्टर्बेंस से होता है। जानिए आखिर अलग-अलग तरह की रिसर्च क्या कहती हैं-
तीखा खाने से आ सकते हैं बुरे सपने-
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में किए गए एक शोध के मुताबिक हम क्या खाते हैं उसका कुछ हद तक असर हमारे सपनों पर भी पड़ता है। इसका एक लॉजिक ये निकाला जाता है कि तीखा खाने से बॉडी का तापमान बढ़ जाता है जिससे नींद सही तरीके से नहीं आती और बुरे सपने आते हैं।
आप नींद के लिए गोलियां ले रहे हैं-
Sleep and Hypnosis जर्नल में पब्लिश की गई एक स्टडी कहती है कि वो लोग जिन्होंने सोने से पहले 6 mg melatonin किसी न किसी तरह से लिया है (नींद की गोलियों में मौजूद सब्सटेंस) उनकी REM साइकल ज्यादा इंटेंस हो सकती है और ऐसे में अजीब सपने आ सकते हैं।
कोई दवा छोड़ने पर होने वाला रिएक्शन-
हार्वर्ड हेल्थ एक्सपर्ट्स द्वारा की गई स्टडी कहती है कि एंटीडिप्रेसेंट्स और ऐसी ही दवाएं अगर लेनी छोड़ी जाएं तो बुरे सपने आने की गुंजाइश बढ़ जाती है।
आपको बहुत ज्यादा स्ट्रेस है-
इस मामले में रिसर्च की भरमार है जो ये कहती है कि स्ट्रेस के कारण हमारे सपनों पर असर पड़ सकता है।
तो अगर इनमें से कोई कारण आपको बुरे सपने दे रहा है तो उसे ठीक करने की कोशिश करें। अगर आपको लगता है कि आपको कोई बात परेशान कर रही है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। किसी एक्सपर्ट से बात करना हमेशा लाभकारी होता है। इस समस्या के लिए बिल्कुल भी अपने हिसाब से दवा लेना सही नहीं होगा। किसी डॉक्टर की सलाह जरूरी होगी।
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