पानी हमारे जीवन के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमारी बॉडी के दो-तिहाई भाग में पानी भरा हुआ है। पानी आंखों और जोड़ों को नम बनाने, स्किन को हेल्दी रखने, बॉडी को डिटॉक्स करने और पाचन में मदद करने जैसे महत्वपूर्ण काम करता है। बॉडी में पानी की कमी खतरनाक हो सकती है। लेकिन क्या आप जानती है कि पानी बॉडी के साथ-साथ आपके दिमाग के लिए भी बेहद जरूरी है। गर्मी के दिनों में अगर पानी कम पीया किया जाए तो दिमाग में गर्मी बढ़ने लगती है और लगातार स्ट्रेस के बीच काम करते रहने से मस्तिष्क आघात का खतरा बढ़ जाता है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि गर्मी में मस्तिष्क आघात के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। इसका कारण है गर्मी में तेजी से बॉडी में पानी की कमी होना। शोधकर्ताओं के अनुसार पानी की कमी के कारण brain की वेन्स में ब्लड के क्लॉट बन जाते हैं जो मस्तिष्क के आघात का सबसे बड़ा कारण बनते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन तेज करता है पानी
ईस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि पानी, दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में सहायक है। उनके अनुसार, एक गिलास पानी पीने से हमारा दिमाग 14 फीसदी अधिक तेजी से काम करने लग जाता है। पानी की कमी के कारण दिमाग से दिल तक ब्लड पहुंचाने वाली ब्लड vascular में ब्लड के क्लॉट जमने का खतरा बढ़ जाता है। पानी की कमी से सिरदर्द और चक्कर आना आम बात है।
युवाओं में बढ़ रही है बीमारी
मस्तिष्क आघात जैसी बीमारी पहले उम्रदराज लोगों को ही होती थी। शोधकर्ताओं के अनुसार पहले यह बीमारी जहां 60 साल के लोगों को हुआ करती थी वहीं अब इसने 35 साल के युवाओं को भी अपनी जद में ले लिया है। तनाव भरी जिंदगी और लाइफस्टाइल में बदलाव के चलते युवाओं में मस्तिष्क आघात का खतरा बढ़ गया है।
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मस्तिष्क आघात के लक्षण
हर समय चक्कर आना
बोलने में दिक्कत
दिमाग का काम करना बंद कर देना
हाथ और पैर का काम ना करना
बॉडी में paralysis होना
बैचेनी बनी रहना
मस्तिष्क आघात से बचने के उपाय
दिन भर में खूब सारा पानी पिएं।
आठ से नौ घंटे की नींद जरूर लें।
हरी सब्जियां और मौसमी फल ज्यादा से ज्यादा खाएं।
तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन और एक्सरसाइज करें।
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