आज के समय में स्क्रीन के बिना जिन्दगी के बारे में सोचना भी लगभग नामुमकिन सा लगता है। दिन की शुरुआत से ही हमारे फोन में कई तरह के नोटिफिकेशन आने लगते हैं। ऑफिस में स्क्रीन पर लगातार काम करने से लेकर जूम मीटिंग तक, हमें मेंटली काफी थका देती हैं। यहां तक कि हम अपने एंटरटेनमेंट के लिए भी स्क्रीन का ही रुख सकते हैं। रात को सोने से पहले अधिकतर लोगों का जो आखिरी काम होता है, वह है सोशल मीडिया ऐप्स पर वक्त बिताना। इस तरह उनका पूरा दिन स्क्रीन पर ही गुजर जाता है।
लेकिन लगातार स्क्रीन कहीं ना कहीं डिजिटल बर्नआउट की वजह बन सकती है। जिससे आपको ना केवल बेवजह मूड स्विंग्स बल्कि थकान व प्रोडक्टिविटी कम होना जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। स्क्रीन से पूरी तरह से दूरी बना पाना तो संभव नहीं है, लेकिन फिर भी डिजिटल बर्नआउट को रोकने के लिए आप कुछ आसान उपायों का सहारा ले सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ तरीकों के बारे में बता रहे हैं-
करें डिजिटल डिटॉक्स
डिजिटल बर्नआउट को दूर करने का सबसे आसान लेकिन प्रभावी तरीका है डिजिटल डिटॉक्स करना। मसलन, आप कुछ वक्त के लिए स्क्रीन से थोड़ ब्रेक लें। इससे आपके दिमाग को थोड़ा रिलैक्स मिलता है और आप फिर से खुद को चार्ज फील करते हैं। इस दौरान आप ऐसी किसी एक्टिविटी को करें, जो पूरी तरह से स्क्रीन फ्री हो। आप चाहें तो वॉक पर जा सकते हैं या फिर कुकिंग कर सकते हैं या फिर एक नैप भी ले सकते हैं। साल 2019 में साइक्रेटरी रिसर्च की एक स्टडी के मुताबिक स्क्रीन से थोड़ी देर के लिए भी डिस्कनेक्ट होना मेंटल हेल्थ को बेहतर करता है।
असली लाइफ में कनेक्ट करो
डिजिटल बर्नआउट की एक मुख्य वजह यह भी है कि हम सभी ने अपनी जिन्दगी को स्क्रीन तक सीमित कर लिया है। शॉपिंग से लेकर दोस्तों से बात करने तक, हम स्क्रीन का ही सहारा लेते हैं। जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा होने लगा है। लेकिन यहां आपको यह समझने की जरूरत है कि सोशल मीडिया असली सोशलाइज़िंग का रिप्लेसमेंट नहीं है। डिजिटल बर्नआउट को दूर करने के लिए आप टेक्स्ट करने के बजाय फ्रेंड्स को कॉल करो। दोस्तों और फैमिली के साथ हैंगआउट प्लान करो। द जर्नल ऑफ सोशल एंड क्लिनिकल साइकोलॉजी की साल 2018 की रिसर्च बताती है कि सोशल मीडिया कम यूज़ करने से मूड और वेल-बीइंग बेहतर होती है।
20-20-20 रूल अपनाओ
यह एक अच्छा तरीका है डिजिटल बर्नआउट रोकने का। आपको यह पता होना चाहिए कि पूरे दिन स्क्रीन देखते-देखते आंखें थक जाती हैं। इसलिए आपको 20-20-20 रूल को अपनाना चाहिए। इसके लिए आप हर 20 मिनट में, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखो। इससे आंखों की थकावट कम होती है। आप चाहें तो इस रूल को फॉलो करने के लिए टाइमर सेट कर सकते हैं। यहां तक कि एक गिलास पानी लेने के लिए उठना भी मिनी-ब्रेक जैसा है।
अच्छी नींद लें
डिजिटल बर्नआउट को रोकने के लिए नींद एक दवा की तरह काम करती है। स्क्रीन का ब्लू लाइट आपकी नींद खराब करता है क्योंकि ये नींद लाने वाला हार्मोन अर्थात् मेलाटोनिन को कम करता है। हार्डवर्ड हेल्थ पब्लिशिंग भी कहता है कि खराब नींद स्ट्रेस को बढ़ाती है। इसलिए, अच्छी नींद लेने की कोशिश करें। अगर स्क्रीन देख रहे हैं तो ब्लू लाइट-ब्लॉकिंग ग्लासेस का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, अपने बेडरूम को स्क्रीन-फ्री ज़ोन बनाएं। सोने से पहले फोन स्क्रॉल करने की जगह मेडिटेशन करें।
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Image Credit- freepik
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