वेजाइनल हेल्थ और PH को बैलेंस करने के लिए ये टिप्स आएंगे काम

वेजाइनल पीएच में बदलाव बैक्टीरिया के ओवरग्रोथ में योगदान कर सकते हैं और इससे कई असुविधाजनक लक्षण पैदा हो सकते हैं। हालांकि, जीवनशैली में कुछ बदलाव आपके पीएच को बैलेंस करने में मदद करते हैं। 

how to balance vaginal ph

क्या आपने हाल ही में वेजाइन से संबंधित किसी तरह की समस्या का अनुभव किया है? पेशाब करते समय गंदी बदबू आना, अत्याधिक खुजली, असामान्य (सफेद, हरा, या ग्रे) स्राव या फिर जलन जैसी समस्या भी आपको होती है? अगर ऐसा है तो इसमें शर्माने की कोई बात नहीं है। इन लक्षणों के माध्यम से, आपका शरीर आपको बताता है कि आपका रिप्रोडक्शन सिस्टम और जेनिटल एरिया संकट में है।

सेक्शुअल हेल्थ ठीक न हो, तो महिलाएं इसे सीधा सेक्शुअल ट्रांसमिटेड संक्रमण से जोड़कर देखती हैं, लेकिन हम भूल जाते हैं कि यह पीएच स्तर से भी जुड़ा हो सकता है। आपको बता दें कि पीएच स्केल 0 से 14 तक चलता है, जिसमें 7 से कम एसिडिक और 7 से अधिक अल्कालाइन होता है। एक स्वस्थ वेजाइना का पीएच 15 से 49 के प्रजनन वर्षों के दौरान 3.8 और 4.5 के बीच होता है और प्यूबर्टी से पहले और मेनोपॉज के बाद 4.5 के करीब होता है।

ऐसे कई कारण हो सकते हैं, जिसके कारण वेजाइना का पीएच खराब होता है। हालांकि, अपनी जीवनशैली में थोड़े से बदलाव करने पर आप इसे भी संतुलित कर सकते हैं। इस आर्टिकल में चलिए आपको ऐसी टिप्स बताएं जिनकी मदद से आप वेजाइना के पीएच लेवल को बैलेंस कर सकती हैं।

क्या होता है नॉर्मल वेजाइनल पीएच?

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एक सामान्य योनि पीएच स्तर 3.8 और 4.5 के बीच होता है, जो मध्यम अम्लीय होता है। हालांकि, "सामान्य" पीएच स्तर क्या होता है, यह आपके लाइफ के स्टेज के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है।

वेजाइना का पीएच क्यों मायने रखता है?

एक एसिडिक वेजाइनल एन्वायर्नमेंट सुरक्षात्मक होता है। यह एक बैरियर बनाता है, जो अस्वास्थ्यकर बैक्टीरिया और यीस्ट को बहुत तेज़ी से गुणा करने और संक्रमण पैदा करने से रोकता है।

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वेजाइना का पीएच लेवल बिगड़ने से हो सकती हैं ये समस्याएं-

  • जीवाणु संक्रमण
  • एसटीआई होने की संभावना बढ़ जाती है
  • प्री-टर्म जन्म, श्रोणि सूजन की बीमारी, बांझपन, और गर्भाशय-उच्छेदन के बाद के संक्रमण का बढ़ता जोखिम
  • फिजिकल रिलेशन बनाने के दौरान दर्द

ये कारक पीएच को बढ़ा सकते हैं-

vaginal ph causes

  • मासिक धर्म के दौरान- मासिक धर्म के ब्लड का पीएच 7.4 होता है, इसलिए टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप को बहुत देर तक भीतर न रखें।
  • फिजिकल रिलेशन के कारण- स्पर्म का पीएच 7.1 से 8 होता है, इसलिए बाद में बहुत देर तक न लेटे रहें
  • सेंटेड प्रोडक्ट्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल
  • मौखिक या आंतरिक गर्भ निरोधकों और हार्मोनल रिप्लेसमेंट लेना

ये बदलाव वेजाइना के पीएच को कर सकते हैं बैलेंस

  • चीनी और संसाधित कार्ब्स से परहेज करें और एक स्वस्थ आहार लें, क्योंकि ये आपके पीएच को बदल सकते हैं। इसके साथ ही पर्याप्त आराम करें।
  • लहसुन एक प्राकृतिक एंटिफंगल के रूप में काम करता है और दही आपके शरीर में खराब बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकती है। यही कारण है कि आपको अपने आहार में ये चीज़ें शामिल करनी चाहिए।
  • फिजिकल रिलेशन बनाने के दौरान बैरियर प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें।
  • डूश करने से बचें।
  • आमतौर पर सेब के सिरके को अपने आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है, लेकिन पीएच के लेवल को बनाए रखने के लिए इसका सेवन न करें। यह बहुत अधिक अम्लीय हो सकता है और वास्तव में इससे जलन हो सकती है।

इन चीज़ों का आप भी ध्यान रखें और अपने आहार में ऐसी चीज़ें शामिल करें जो आपके वेजाइनल हेल्थ में योगदान दे सके। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आएगी। अगर यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करना न भूलें और ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए विजिट करें हरजिंदगी।

Image Credit: Freepik

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