ऑफिस में काम के दौरान परेशान हो जाना बहुत स्वाभाविक है। लेकिन कई बार देखने में आता है कि ऑफिस के काम की वजह से महिलाएं दिन-रात तनाव में रहने लगती हैं। हालांकि प्रोफेशनल कामों की वजह से होने वाला स्ट्रेस और डिप्रेशन दो अलग-अलग स्थितियां है, लेकिन कई बार ऑफिस वर्किंग से महिलाओं की मानसिक स्थिति प्रभावित होती है, जिससे वे डिप्रेशन की शिकार हो जाती हैं। वर्किंग वुमन अपने दिन का ज्यादातर हिस्सा अपने ऑफिस के कामकाज में बिता देती हैं और ऑफिस के काम का मेंटल हेल्थ पर गहरा असर पड़ता है। अगर आपको लगता है कि अपने ऑफिस के रोजमर्रा के काम पूरे करने में आपको बहुत ज्यादा मुश्किल हो रही है या ऑफिस के कामकाज के कारण आप बहुत ज्यादा दुखी रहने लगी हैं तो यह एक बड़ी परेशानी का सबब हो सकता है। Workplace Stress पर हुई एक इंडियन स्टडी में पाया गया कि काम के स्ट्रेस की वजह से 40 फीसदी पुरुष और 37.50 महिलाएं डिप्रेशन की शिकार हो रही हैं। ऐसे में आपको उन संकेतों को समझना जरूरी है, जिनके जरिए आप यह पहचान सकती हैं कि कहीं आप डिप्रेशन की शिकार तो नहीं हो रहीं।
ऑफिस जाने को लेकर नहीं फील होता एक्साइटमेंट
रोजमर्रा के ऑफिस के काम में थक जाना बहुत स्वाभाविक है, लेकिन अगर सुबह उठते ही आपको ऑफिस के बारे में सोचकर परेशानी महसूस होने लगती है और आप ऑफिस में काम करने को लेकर एक्साइटेड फील नहीं करतीं तो इससे आपके काम की गति धीमी हो जाती है। यह एक बड़ा संकेत है कि आप ऑफिस में अपने काम को एंजॉय नहीं कर रही हैं।
इसे जरूर पढ़ें: स्ट्रेस के कारण होती है ये 7 बीमारियां, बचाव के ये 5 उपाय अपनाएं
लगातार ऑफिशियल मेल का जवाब देने पर होती है थकान
अगर आपको ऑफिस में ईमेल, मैसेज या व्हाट्सएप आदि पर लगातार जवाब देने की जरूरत पड़ती है तो इससे भी आपको थकान महसूस हो सकती है। कई कंपनियों में कर्मचारियों से यह उम्मीद की जाती है कि वे जिस समय काम के लिए उपलब्ध नहीं हैं, उनमें भी कॉल, मैसेज या मेल पर उपलब्ध रहें, इससे भी मेंटल स्ट्रेस महसूस हो सकता है।
इसे जरूर पढ़ें:वर्किंग वूमेन 10 से 7 की शिफ्ट में इस तरह से खुद को रख सकती हैं फ्रेश
काम को लेकर नेगेटिव हो रही है सोच
अगर बहुत ज्यादा काम होने की वजह से आप अच्छा नहीं फील कर रही हैं या ऑफिस का माहौल आपको सूट नहीं कर रहा और आप जल्द से जल्द अपनी नौकरी छोड़ देना चाहती हैं या फिर आपको लगता है कि आप अपने काम को बेहतर तरीके से नहीं कर पा रही हैं या आपको कभी भी ऑफिस से निकाला जा सकता है तो इससे भी आपकी प्रोडक्टिविटी पर बुरा असर पड़ सकता है। वहीं अगर काम की वजह से आप नेगेटिव होती जा रही हैं, ऑफिस के काम के कामों को लेकर आपके मन में शिकायत रहती है तो यह चीज भी आपकी मेंटल हेल्थ को प्रभावित कर सकती है।
ब्रेक लेने के लिए नहीं मिलती फुर्सत
अगर आपका दिनभर का काम हमेशा प्लान्ड रहता है और बहुत ज्यादा वर्क प्रेशर की वजह से आपके लिए ब्रेक ले पाना मुश्किल हो जाता है तो आपको इस बारे में भी सतर्क हो जाने की जरूरत है। काम के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेने से दिमाग फ्रेश रहता है और प्रोडक्टिविटी भी बनी रहती है, लेकिन अगर आप अपने काम से बहुत ज्यादा थक जाती हैं और अपने कलीग्स के साथ थोड़ा बहुत बातचीत करने या वॉक पर जाने के लिए भी टाइम नहीं मिल पाता तो यह भी संकेत है कि आप बहुत ज्यादा थक रही हैं।
ऑफिस की चर्चा से हो जाता है मूड खराब
अगर ऑफिस के काम की बात करते ही आपका मूड खराब होने लगता है और आपको इरिटेशन होने लगती है और आप ऑफिस की बातचीत से बचना चाहती हैं क्योंकि इस तरह की चर्चा होते ही आप असहज महसूस करने लगती हैं तो आपको अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में अवेयर होने की जरूरत है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
सर्टीफाइड लाइफ कोच पंकज दीक्षित बताते हैं,
All Images Courtesy: Pexels
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों