कोरोना वायरस इतना खतरनाक है कि इसने पूरी दुनिया को थाम दिया और हर इंसान के लिए खतरा पैदा कर दिया है। पहले कोरोना को सिर्फ एक इन्फेक्शन के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन लगातार हो रही रिसर्च ये बताती हैं कि अगर आप कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तो ऐसा भी हो सकता है कि लंबे समय में आपके ऊपर कई तरह के असर हो जाएं। कोरोना वायरस दिन प्रतिदिन और भी ज्यादा चैलेंजिंग होता चला जा रहा है और वैसे ये माना जाता है कि कोविड के मरीज को ठीक होने में कम से कम 2 हफ्ते लग सकते हैं, लेकिन कोरोना का असर 3 महीने तक भी चल सकता है।
हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक 96% लॉन्ग कोविड-19 मरीज़ों को कम से कम तीन महीने तक इससे जुड़े कई लक्षण देखने को मिलते हैं। इसका मतलब कई लोग कोविड से 3 महीने तक परेशान हो सकते हैं।
क्या है लॉन्ग कोविड और किन मरीज़ों को होती है दिक्कत-
लॉन्ग कोविड उन मरीजों को होता है जिन्हें रिकवर होने और निगेटिव टेस्ट होने के बाद भी कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। अधिकतर को कुछ हफ्तों तक कोविड-19 के लक्षण दिखते हैं और बाद में अन्य लक्षण भी दिखने लगते हैं। National Institute for Health and Care Excellence (NICE) की स्टडी के मुताबिक लॉन्ग कोविड 12 हफ्तों तक चल सकता है और कई लोगों को इसके लक्षण लंबे समय तक दिखते हैं। लॉन्ग कोविड हॉलर्स वो लोग हैं जिन्हें कोविड के कारण लंबे समय तक ऐसे लक्षण दिखते हैं जिसमें लंग्स, दिल, किडनी और दिमाग आदि पर असर होता है और उन्हें शरीर के कमजोर होने के लक्षण भी महसूस होते हैं जबकि इन अंगों पर कोई सीधे तौर पर असर नहीं दिखता है।
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लॉन्ग कोविड के लक्षण कब तक रह सकते हैं-
medRxiv की एक स्टडी के मुताबिक लॉन्ग कोविड के लक्षण बहुत लंबे भी खिंच सकते हैं और ऐसे मरीज 6 महीने बाद तक भी काम पर नहीं लौट पाते। इस स्टडी में 56 देशों के 3762 मरीजों को देखा गया है जो 30-59 साल के बीच थे। इन्हें कोविड के मुख्य लक्षण 28 दिनों तक दिखे थे। इस स्टडी में उनके लक्षणों, ड्यूरेशन, दैनिक काम पर असर और दोबारा स्वस्थ जीवनशैली का पालन करने तक सभी गतिविधियों को ट्रेस किया गया था। रिसर्च के मुताबिक 96% मरीज़ों को ये लक्षण दिखे और 6-7 महीने तक भी कुछ लोगों की पूरी तरह से रिकवरी नहीं हो पाई।
लॉन्ग कोविड के 3 अहम लक्षण क्या हैं?
वैसे तो लॉन्ग कोविड के लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग हो सकते हैं, लेकिन अधिकतर मरीज़ों ने इन लक्षणों को ही अहम बताया है। ऐसे मरीज़ों में 3 लक्षण प्रमुख होते हैं जो लंबे समय तक बने रहते हैं-
1. थकान-
80% लॉन्ग कोविड मरीज़ों को ये लक्षण देखने को मिला है। इतना ही नहीं WHO की रिपोर्ट भी कहती है कि कोविड-19 मरीज़ों में ये लक्षण तीसरा सबसे आम लक्षण है।
2. ब्रेन फॉग-
ब्रेन फॉग मतलब ऐसी स्थिति जब हमारा दिमाग कन्फ्यूजन में हो। 58% लॉन्ग कोविड मरीज़ों को ब्रेन फॉग की समस्या का सामना करना पड़ा है।
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3. पोस्ट एक्सर्शनल मालाइस (Post-exertional malaise (PEM))
ये एक ऐसी स्थिति होती है जब किसी छोटी समस्या जो शारीरिक या मानसिक हो सकती है उसके कारण लोगों को आगे चलकर बहुत गंभीर लक्षण दिखते हैं। स्टडी के मुताबिक 72% लोगों के साथ ऐसा हुआ है।
इनके अलावा, लॉन्ग कोविड के मरीज़ों को न्यूरोलॉजिकल सेंसेशन, सिरदर्द, याद्दाश्त में कमी, मसल्स में दर्द, नींद न आने की समस्या, दिल की धड़कन का बढ़ना, सांस फूलना, चक्कर आना, बैलेंस बनाने में मुश्किल होना आदि कई समस्याएं हो सकती हैं।
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ये सभी लक्षण अधिकतर लोगों को दिखाई देते हैं और अगर किसी को भी लॉन्ग कोविड हुआ है तो उसे खतरा बढ़ सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और अपने परिवार की सुरक्षा करें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें। अगर आपको ये स्टोरी पसंद आई है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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