महिलाओं को नियमित रूप से ब्रेस्ट कैंसर के लिए चेकअप कराने की जरूरत होती है क्योंकि लापरवाही होने या देरी से डिटेक्ट होने पर इसके लक्षण और भी ज्यादा विकराल रूप ले लेते हैं। अब वैज्ञानिकों ने एक खास किस्म के प्रोटीन और ब्रेस्ट कैंसर में लिंक पाया है। यूनिवर्सिटी ऑफ मॉन्ट्रियल की एक रिसर्च के अनुसार अगर इस प्रोटीन को डीएक्टिवेड कर दिया जाए तो मेटास्टेसेस, जो एक गंभीर टाइप का कैंसर है, के डेवलपमेंट को रोका जा सकता है। यह स्टडी जीन फ्रेंकोइस कोट और उनकी टीम ने की। पाया गया है कि आठ में से एक महिला ब्रेस्ट कैंसर का शिकार होती है और 30 में से एक महिला के इससे मरने की आशंका होती है। रिसर्चर कोटे ने कहा, 'एक कैंसर ट्यूमर जब तेजी से बढ़ने लगता है तो उसके कारण हेल्थ प्रॉब्लम्स होने लगती हैं। कई बार कैंसर सेल्स से ट्यूमर शरीर में बढ़ने लगता है, जिससे मरीज और भी खराब रूप ले लेती है।'
कम आक्रामक होता है हर2पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर
ये सेल अपने साथी सेल्स की अपेक्षा और तेजी से मूव करते हैं। ट्यूमर से अलग होकर ये ब्लडस्ट्रीम में घुस जाते हैं और शरीर के दूसरे हिस्सों जैसे कि फेफड़ों, हड्डियों तक पहुंच जाते हैं। इन सेल्स को नष्ट करना ज्यादा मुश्किल होता है। 90 फीसदी ब्रेस्ट कैंसर से होने वाली मौतें मेटास्टेसेस के कारण होती हैं। इसीलिए ऑन्कोलॉजी में इन ट्यूमर सेल्स को नष्ट किए जाने को प्रायोरिटी दी जा रही है। शोधकर्ताओं ने मेटास्टेसेस को ब्लॉक करने के लिए एक कदम उठाया है। अपनी स्टडी में उनकी टीम ने पाया कि एएक्सएल प्रोटीन मेटास्टेसेस में ( एक आक्रामक किस्म है, जो 20 फीसदी ब्रेस्ट कैंसर के मामलों के लिए जिम्मेदार है।) हर2-पॉजिटिव कैंसर विकसित होने की अवस्था को प्रभावित करता है। हर2 पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर में हाई लेवल के एएक्सएल वाले सेल ट्यूमर से अलग होकर मेटास्टेसेस बनाने लगते हैं।
जिन महिलाओं में हर2पॉजिटिव कैंसर पाया जाता है, उनमें एएक्सएल कम होता है और उनके जिंदा रहने की गुंजाइश ज्यादा होती है। इस खोज के आधार पर एएक्सएल को नियंत्रित करके मेटास्टेसेस के खतरे को कम किया जा सकता है।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों