मिड- प्रेग्नेंसी स्कैन को मेटल एनोमली स्कैन के नम से भी जाना जाता है। इस स्कैन को प्रेग्नेंसी के 18वें और 20वें सप्ताह के बीच किया जाता है। यह स्कैन मां के वोम्ब को करीब से देखकर बच्चे के स्वास्थ्य और विकास की जांच करने के लिए किया जाता है। यह स्कैन आपको बच्चे के लिंग का पता लगाने में भी सक्षम बनाता है।
मिड-प्रेग्नेंसी स्कैन से क्या जांचा जाता है?
यह स्कैन बच्चे के दिल की धड़कन की जांच करता है और चेहरे, हाथों और पैरों की जांच भी करता है। इस स्कैन के द्वारा संभावित समस्याओं का पता लगाया जाता है, जो बच्चे के विकास में बाधा उत्पन्न कर सकती है। ये समस्याएं निम्न अंगों को प्रभावित कर सकती हैं-
- दिल
- किडनी
- आंतें
- दिमाग
- लिंब्स
- स्पाइनल कॉर्ड
कई बार इस स्कैन से छोटी-छोटी समस्याओं का पता लगाया जा सकता है, जो किसी भी तरह का कोई मतलब नहीं रखती हैं। हालांकि, यह कुछ मामलों में भविष्य में कुछ जटिलताओं का संकेत जरूर देती हैं।
क्या मिड-प्रेग्नेंसी स्कैन 100% ठीक होता है?
हालांकि, कोई भी स्क्रीनिंग टेस्ट फीटस की असामान्यताओं का पता लगाने में 100% परिणाम की गारंटी नहीं दे सकता है। डॉक्टर उन मामलों के लिए आश्वस्त हैं, जिन्हें उन्होंने देखा है। एर्ली प्रेग्नेंसी स्कैन्स में विकास संबंधी असामान्यताओं के बहुत से मामले नहीं पाए गए हैं।
मिड-प्रेग्नेंसी स्कैन किसी भी समस्या का पता लगाने में सक्षम नहीं हो सकता , जो प्रभावित करती है-
- बच्चे की उपस्थिति
- बच्चे के दिल को प्रभावित करने वाली समस्याएं
- प्रेग्नेंसी के बाद के चरण में विकसित होने वाली समस्याएं
- कई बार मिड-प्रेग्नेंसी स्कैन के दौरान, सोनोग्राफर निम्निलिखित कारणों से कुछ समस्याओं का पता नहीं लगा पाता है-
- बच्चे की स्थिति
- बच्चे की उम्र
- बच्चे के आस-पास मौजूद एमनियोटिक द्रव
- मां का वजन
- सर्जरी के बाद कोई स्कार टिशु यदि रह गाए हों
मिड-प्रेग्नेंसी स्कैन में यदि कोई समस्या पाई जाती है तो क्या होगा?
ज्यादातर मामलों में, इस स्कैन के माध्यम से उठाए गए मुद्दे मामूली होते हैं और हेल्थकेयर प्रोफेशनल आपको इस बारे में बताता भी है। हालांकि, कुद दुर्लीा मामलों में, पकड़ में आई समस्या गंभीर भी हो सकती है। यदि डॉक्टर डायग्नोसिस को और भी ज्यादा स्पष्ट करना चाहता है, तो वह आपको पकड़ में आई समस्या के बारे में बता सकता है। हालांकि, इस स्तर पर समस्या की अवस्था और गंभीरता स्पष्ट नहीं हो सकती हैं। कुछ मामलों में, डॉक्टर आपको कुछ अतिरिक्त टेस्ट कराने के लिए कह सकता है या फिर उस समस्या के विशेषज्ञ से दूसरी राय लेने के लिए भी कह सकता है।
मिड-प्रेग्नेंसी स्कैन कैसे मददगार है?
यह स्कैन एक संभावित स्वास्थ्य समसया के बारे में पता लगाने, जिसके साथ बच्चे का जन्म हो सकता है, होता है। यह न केवल माता-पिता को अपने और बच्चे के बारे में निर्णय लेने में मदद करता है बल्कि बच्चे के जन्म के समय समस्या का सामना करने के लिए माता-पिता को तैयार करता है। कुछ मामलों में, बच्चे को जन्म के तुरंत बाद सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। यह हमेशा समस्या को पहले से जानने में मदद करता है ताकि बच्चे के जन्म के तुरंत बाद यदि कोई समस्या पता ले तो उसका समाधान तलाश जा सके।
यदि मिड-प्रेग्नेंसी स्कैन में कोई समस्या नहीं पाई जाती है, तो डिलीवरी तक किसी अन्य स्कैन की आवश्यकता नहीं होती है।
एक्सपर्ट सलाह के लिए डॉक्टर एक्सवाईजेड को विशेष धन्यवाद।
Reference:
https://www.nhsinform.scot/healthy-living/screening/pregnancy/mid-pregnancy-scan-fetal-anomaly-scan
https://bit.ly/3IQfTm6
https://www.nhs.uk/conditions/pregnancy-and-baby/20-week-scan/
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