कई बार महिलाओं को ओवेरियन सिस्ट की समस्या हो जाती है, जिसकी वजह से उन्हें काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। ओवेरियन सिस्ट्स लिक्विड या लिक्विड से भरे हुए गोले होते हैं, जो ओवरी के अंदर या बाहर होते हैं। ये सिस्ट दो प्रकार के होते हैं। एक functional और दूसरे pathological, ज्यादातर functional cysts से किसी तरह की समस्या नहीं होती है। इनके कारण किसी तरह के विशेष लक्षण देखने को नहीं मिलते और ये कुछ ही समय में खत्म हो जाते हैं। वहीं pathological cyst में शरीर में कुछ खास तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं और इनके कारण कैंसर होने की आशंका भी हो सकती है।
ओवेरियन सिस्ट के लक्षण
- इररेगुलर पीरियड्स
- पीरियड्स में दर्द
- पेल्विक पेन
- फिजिकल इंडिमेसी के दौरान दर्द
- फ्रेश होने के दौरान तकलीफ या stools पास होने की प्रक्रिया में तेजी आना
- उल्टी और पेट में सूजन महसूस होना
- ब्लैडर खाली ना हो पाने की वजह से बार-बार टॉयलेट आना
- ब्रेस्ट में सूजन
- हार्मोन में बदलाव की वजह हेयर ग्रोथ और वजन का बढ़ना
अगर आपको ये बदलाव नजर आते हैं तो आपको अपनी गायनेकोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए और सलाह लेनी चाहिए।
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ओवेरियन सिस्ट से निजात पाने के लिए अपनाएं ये तरीके
- अपनी तरफ से हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने का प्रयास करें।
- फिजिकल एक्टिविटीज बनाए रखें
- तनावमुक्त जीवन जिएं
- बैलेंस डाइट लें
- पर्याप्त नींद लें
ये उपाय अपनाने से आपका हार्मोनल बैलेंस बरकरार रहेगा। इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटीज जैसे कि वर्कआउट या वॉक करने आदि से भी आपको राहत महसूस होगी। इससे हार्मोन में आने वाले उतार-चढ़ावों पर काबू पाने में मदद मिलेगी। फिजिकल फिटनेस शरीर और दिमाग, दोनों को सेहतमंद रखने के लिए बहुत जरूरी है।
हेल्दी डाइट और पर्याप्त नींद से मिलेगी राहत
हेल्दी डाइट लेना आपकी सेहत बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सही मात्रा में पोषण युक्त भोजन लेने और लिक्विड डाइट लेने से आपको हेल्दी रहने में मदद मिलेगी। आप जिस तरह का ब्रेकफास्ट लेंगी, उससे आपकी पूरे दिन की एक्टिविटी पर असर पड़ेगा। इसीलिए अपने नाश्ते पर ध्यान दें। सुबह 7 या 8 बजे के करीब नाश्ता कर लेना आपकी सेहत के लिए सबसे अच्छा रहता है। इसके साथ ही पर्याप्त नींद लेने से भी हार्मोन में आने वाले बदलावों को काबू करने में मदद मिलेगी। आपकी समस्या को देखते हुए आपके डॉक्टर मेडिकल ट्रीटमेंट (बर्थ कंट्रोल पिल्स) या सर्जिकल मैनेजमेंट (सिस्ट के आकार के आधार पर) का तरीका भी बता सकते हैं।
बर्थ कंट्रोल पिल्स : आपके डॉक्टर अगली पीरियड्स साइकिल में आपको नए फंक्शनल सिस्टम की आशंका कम करने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने की सलाह दे सकते हैं।
- इन स्थितियों में सर्जिकल रिमूवल की पड़ती है आवश्यकता
- जब लक्षणों से बहुत ज्यादा तकलीफ होने लगे
- सिस्ट का आकार बड़ा हो
- सिस्टम का आकार बड़ा होने लगे या ज्यादा संकुचन महसूस हो
- जब एक ही सिस्ट 3 मेंस्ट्रुअल साइकिल तक लगातार बना रहे
- जब सिस्ट के पेथोलॉजिकल होने की आशंका हो
ओवेरियन सिस्ट्स को सर्जरी के जरिए हटाने के लिए लैप्रोस्कोपी या लैपारोटोमी कराने की जरूरत पड़ती है, लेकिन इसमें इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि सिस्टम का आकार कितना बड़ा है।ओवेरियन सिस्ट्स की ग्रोथ रोकने के लिए कोई और उपाय संभव नहीं है। रेगुलर चेकअप और पेल्विक एक्जामिनेशन से किसी भी तरह के असामान्य बदलाव को जल्दी पहचाना जा सकता है और इससे स्थितियों को गंभीर होने से बचाया जा सकता है।
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