प्रेग्‍नेंसी के दौरान ब्रेस्‍ट में होने लगते हैं ये बदलाव

ब्रेस्‍ट में सूजन और दर्द प्रेग्‍नेंसी के लक्षणों में से एक हैं। आइए जानें कि प्रेग्‍नेंसी के दौरान प्रत्‍येक तिमाही में ब्रेस्‍ट में कैसे बदलाव आता है। 

breast pain during pregnancy main

प्रेग्‍नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं जैसे शरीर का वजन बढ़ना, योनि का आकार बदलना और यहां तक कि ब्रेस्‍ट का आकार भी बदलता रहता है। ब्रेस्‍ट में सूजन और दर्द प्रेग्‍नेंसी के लक्षणों में से एक हैं। प्रेग्‍नेंसी के दौरान ब्रेस्‍ट में धीरे-धीरे परिवर्तन होते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका शरीर अंदर से बच्चे के लिए तैयारी शुरू कर देता है, और इसमें ब्रेस्‍ट की भूमिका नवजात शिशु को दूध पिलाने की होती है। ये धीरे-धीरे आने वाले परिवर्तन ब्रेस्‍ट की कोमलता से शुरू होते हैं।

प्रेग्‍नेंसी के लक्षण

  • पीरियड्स में देरी
  • मतली और उल्टी
  • मॉर्निंग सिकनेस
  • ब्रेस्‍ट में सूजन और दर्द
  • निपल्स में दर्द
  • निपल टिंगल्स
  • ब्रेस्‍ट में भारीपन
breast pain during pregnancy inside

पहली तिमाही

  • पहले तिमाही की अवधि पहले सप्ताह से बारहवें सप्‍ताह तक होती है।
  • ब्रेस्‍ट में कोमलता
  • ब्रेस्‍ट में सूजन
  • निपल्‍स में झनझनाहट महसूस होना
  • निपल्स का पहले से ज्यादा चिपकना

दूसरी तिमाही

  • दूसरी तिमाही की अवधि तेरहवें सप्ताह से लेकर सत्ताईसवें सप्‍ताह तक होती है।
  • पहले ट्राइमेस्टर में ब्रेस्‍ट का साइज बढ़ता है।
  • ब्रेस्‍ट में भारीपन महसूस होता है।
  • पहली तिमाही के दौरान अनुभव की गई कोमलता और झनझनाहट का अहसास कम होता है।
  • सूजी हुई ब्रेस्‍ट में उभरी हुई नसें दिखाई देने लगती है।
  • निपल्स और एरिओला का कलर बदल जाता है। एरिओला निप्पल के आसपास का हिस्‍सा है; यह बड़ा और गहरा हो जाता है।
  • एरिओला के आस-पास छोटे-छोटे धक्के दिखाई देने लगते हैं।
  • कुछ प्रेग्‍नेंट महिलाओं को उनके बढ़ते ब्रेस्‍ट पर स्‍ट्रेच मार्क्‍स दिखाई देने लगते हैं।

कोलोस्ट्रम

  • कोलोस्ट्रम या निपल्‍स से प्री-मिल्‍क डिस्‍चार्ज ध्यान देने योग्य है।
  • यह स्राव पीले रंग का होता है।
  • यह इस बात का संकेत है कि आपके ब्रेस्‍ट बच्चे को ब्रेस्‍टफीडिंग कराने के लिए तैयार हो रहे हैं।
  • यह एक महत्वपूर्ण विकास है जो आपके नवजात शिशु को जीवन के प्रारंभिक चरणों में बीमारियों से बचाएगा।

तीसरी तिमाही

  • तीसरे तिमाही की अवधि बीसवें सप्ताह से बच्चे के जन्म तक होती है।
  • इस समय के दौरान ब्रेस्‍ट पहले से ज्यादा सूजे हुए, बड़े और भारी हो जाते हैं।
  • ब्रेस्‍ट दूध को स्रावित करने के लिए तैयार हैं।
  • ब्रेस्‍ट में दर्द और सूजन से कैसे निपटें?
  • सोते समय ब्रा पहनने से बचें। अगर आप ऐसा नहीं कर सकती है, तो इसकी बजाय स्लीप ब्रा का इस्‍तेमाल करें क्योंकि यह ज्‍यादा सॉफ्ट और हल्की होती हैं।
  • निपल्स को साफ करने के लिए हल्के साबुन और गुनगुने पानी का इस्‍तेमाल करें क्योंकि इससे ड्राईनेस और खुजली हो सकती है।

निष्कर्ष

आपके पास अपने नवजात शिशु को ब्रेस्‍टफीडिंग कराने की जिम्मेदारी है। ये परिवर्तन सुनिश्चित करते हैं कि आपका शरीर आपके नवजात शिशु को आराम से ब्रेस्‍टफीडिंग कराने में सक्षम है।

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