कई कपल अक्सर यह जानना चाहते हैं कि पीरियड के बाद कौन सा समय "सुरक्षित" होता है, जब सेक्सुअल रिलेशन से प्रेग्नेंसी नहीं होती है। वह ऐसी डेट की तलाश में रहते हैं, जब कंसीव करने के चांस सबसे कम हों, ताकि अनचाही प्रेग्नेंसी से बचा जा सके। अगर आपके मन में भी ऐसे ही सवाल हैं, तो यह आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है। इस बारे में हमें क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, गुरुग्राम की ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी विभाग की डायरेक्टर, डॉक्टर चेतना जैन विस्तार से बता रही हैं।
पीरियड्स और फर्टाइल विंडो को समझना
प्रेग्नेंसी से बचने के लिए सबसे पहले अपने मेंस्ट्रुअल साइकिल और फर्टाइल विंडो को समझना जरूरी है। आमतौर पर, एक महिला का मेंस्ट्रुअल साइकिल 28 दिनों का होता है, लेकिन यह हर महिला में अलग-अलग हो सकता है।
यदि आप अपने पीरियड के पहले दिन से गिनना शुरू करती हैं, तो 9वें दिन से 19वें दिन तक महिला के लिए गर्भधारण करने के चांस बहुत ज्यादा होते हैं। डॉक्टर इसे ही फर्टाइल विंडो कहते हैं। यह वह समय होता है, जब ओवरीज से एग निकलता है। इसका मतलब है कि यदि कोई कपल इस फर्टाइल विंडो के दौरान बिना किसी सुरक्षा जैसे कंडोम या कंट्रासेप्शन के सेक्सुअल रिलेशन बनाता है, तो महिला के कंसीव करने के चांस बहुत ज्यादा होते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी महिला का मेंस्ट्रुअल साइकिल 28 दिनों का है, तो ओव्यूलेशन आमतौर पर साइकिल के बीच में, यानी लगभग 14वें दिन होता है। इस दौरान ओवरीज से एग निकलता है।
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ओव्यूलेशन से लगभग चार दिन पहले और चार दिन बाद तक के दिन सबसे ज्यादा फर्टाइल माने जाते हैं। डॉक्टर का कहना है, "इस दौरान बिना सुरक्षा के सेक्सुअल रिलेशन से प्रेग्नेंसी हो सकती है।" इसका कारण यह है कि स्पर्म महिला के शरीर में कई दिनों तक जीवित रह सकते हैं, इसलिए ओव्यूलेशन से पहले भी सेक्सुअल रिलेशन से गर्भधारण हो सकता है।
इसके विपरीत, पीरियड के पहले दिन से 8वें दिन तक और 20वें दिन से 28वें दिन तक प्रेग्नेंट होने के चांस काफी कम होते हैं। यदि कोई कपल इन दो "विंडोज" यानी पीरियड की शुरुआत और अंत के करीब बिना सुरक्षा के सेक्सुअल रिलेशन बनाता है, तो गर्भधारण के चांस कम होते हैं। हालांकि, यह बात भी जरूरी है कि असुरक्षित सेक्सुअल रिलेशन से कभी भी 100 प्रतिशत सुरक्षा नहीं मिलती है। यह विधि, जिसे कैलेंडर विधि या रिदम विधि भी कहते हैं, सिर्फ उन महिलाओं के लिए थोड़ी असरदार हो सकती है, जिनके पीरियड्स रेगुलर होते हैं।
हर महिला का पीरियड साइकिल होता है अलग
यह जानना बेहद जरूरी है कि हर महिला का पीरियड साइकिल अलग होता है। कुछ महिलाओं का साइकिल 21 दिन का हो सकता है, तो किसी का 28 या 35 दिन का भी होता है। साइकिल की समय के हिसाब से फर्टाइल विंडो भी हर महिला के लिए अलग-अलग होता है।
इसलिए, यह तरीका सबके लिए एक जैसा काम नहीं करता है। अपनी पर्सनल साइकिल को समझना और उसे ठीक से ट्रैक करना बेहद जरूरी है। अनियमित पीरियड्स वाली महिलाओं के लिए यह विधि और भी मुश्किल हो जाती है, क्योंकि उनके ओव्यूलेशन के समय का अनुमान लगाना काफी मुश्किल होता है।
पीरियड्स के कितने दिनों बाद ओव्यूलेशन होता है?
ओव्यूलेशन के दौरान आपकी ओवरीज एग छोड़ती हैं। डॉक्टर ने बताया कि एक एग आमतौर पर 6 से 24 घंटे के अंदर नष्ट हो जाता है। दूसरी ओर, स्पर्म एक महिला के शरीर के अंदर 48 घंटे तक जीवित रह सकते हैं। लेकिन, कई बार स्पर्म महिला के शरीर में 7 दिनों तक भी जीवित रह सकते हैं। इसलिए, आप फर्टाइल विंडो के बारे में पूरी तरह से सही नहीं हो सकती हैं। हालांकि, ओव्यूलेशन आमतौर पर साइकिल के बीच में होता है, डॉक्टर ने बताया कि कभी-कभी, महिला अपने पीरियड्स साइकिल में जल्दी या देर से ओव्यूलेट कर सकती है। ऐसे में आप फर्टाइल विंडो का अंदाजा नहीं लगा सकती हैं।
एक महिला अपनी फर्टाइल विंडो के बारे में जानने के लिए अपने पीरियड को ट्रैक कर सकती है। आमतौर पर, अगर आप कैलेंडर या किसी ऐप पर निशान लगा रही हैं, तो आपको कम से कम 9 से 12 महीनों के डेटा को देखना चाहिए, ताकि आप कुछ हद तक अंदाजा लगाया जा सकें, फिर भी आप इसके बारे में 100 प्रतिशत सही नहीं हो सकती हैं।
अगर आपके पीरियड्स रेगुलर हैं, तो आपके लिए फर्टाइल विंडो का अंदाजा लगाना आसान हो सकता है। लेकिन, अगर आपके पीरियड रेगुलर नहीं हैं, तो अनसेफ सेक्सुअल रिलेशन और प्रेग्नेंसी से बचने के लिए 'सुरक्षित समय' का अंदाजा लगाने का कोई सटीक तरीका नहीं है। अनियमित पीरियड्स वाली महिलाओं में ओव्यूलेशन कभी भी हो सकता है, जिससे अंदाजा लगाना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
सेफ सेक्सुअल रिलेशन, कंट्रासेप्शन और पीरियड्स
अगर कोई कपल चाहे तो फर्टाइल विंडो में सेक्सुअल रिलेशन बना सकता है, लेकिन अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए कंट्रासेप्शन का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। ओव्यूलेशन का सही अंदाजा लगाने और डेट्स के बारे में 100 प्रतिशत जानने का कोई तरीका नहीं है, इसलिए आपको कंट्रासेप्शन के तरीकों को छोड़ना नहीं चाहिए।
एक्सपर्ट ने बताया कि कई कपल अनियोजित प्रेग्नेंसी से बचने के लिए फर्टाइल विंडो के बाहर भी विथड्रॉल विधि का इस्तेमाल करते हैं। वह यह नहीं जानते हैं कि यह तरीका खतरनाक हो सकता है, क्योंकि स्पर्म प्री-इजेकुलेशन के दौरान महिला के शरीर में जा सकते हैं।
कई महिलाएं ओव्यूलेशन ट्रैक करने के लिए ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) किट का इस्तेमाल करती हैं। यह प्रेग्नेंसी टेस्ट किट जैसी होती है, जिससे से पता चलता है कि आप अपनी फर्टाइल विंडो में हैं या नहीं। ओव्यूलेशन के कुछ अन्य लक्षणों में सर्वाइकल म्यूकस की जांच करना या शरीर के बढ़ते टेम्परेचर के बारे में देखना शामिल है। लेकिन, ये भी सही तरीके नहीं हैं और इन पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता है।
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अगर आप प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती हैं, तो आपको सेक्सुअल रिलेशन के दौरान कंडोम, बर्थ कंट्रोल पिल्स या अन्य तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आप इस क्रिया का बेहतर आनंद ले सकती हैं और बच्चे के बारे में चिंता करने के बजाय एक-दूसरे पर ध्यान दे सकती हैं। सुरक्षित सेक्सुअल रिलेशन न सिर्फ अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाता है, बल्कि सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STIs) से भी बचाव करता है। अपनी और अपने पार्टनर की सुरक्षा के लिए हमेशा जागरूक रहें।
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Image Credit: Shutterstock & Freepik
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