माइग्रेन बिल्कुल साइलेंट किलर की तरह अचानक से अटैक करता है और इंसान को अंदर से रुला देता है। इसमें इतना तेज दर्द होता है कि इंसान रोने लगता है। इसकी सबसे बुरी बात है कि यह कई दिनों तक रहता है और इसमें सिर के आधे हिस्से में दर्द रहता है। माइग्रेन सिर के एक तरफ होने वाला दर्द है जो एक तरह से सिर के आधे हिस्से में अटैक करता है। कुछ लोगों को यह दर्द सिर के बीचो-बीच में होता है और कुछ लोगों को सिर के दोनों तरफ।
माइग्रेन के दर्द की सबसे नकरात्मक बात है कि यह कभी भी हो जाता है। माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द में अकसर भूख नहीं लगती और उल्टियां होती हैं। गर्मियों में तो यह खासकर होता है। क्योंकि तेज धूप के कारण माइग्रेन का अटैक बढ़ जाता है। गर्मी में तो यह बीमारी धीरे-धीरे शरीर को खोखला कर देती है। इसके साथ ही यह कई अन्य बीमारियों की भी वजह बनती है।
हर किसी को मालूम है कि माइग्रेन का दर्द काफी असहनीय होता है। तेज धूप के कारण यह और अधिक बढ़ जाता है। जिसके कारण गर्मी में माइग्रेन के मरीजों को काफी अधिक तकलीफ होती है।
माइग्रेन का दर्द कई कारणों से शुरू होता है। लेकिन यह ठीक कभी नहीं होता। इसलिए बेहतर है कि इनके कारणों को जान लें और खुद को माइग्रेन ना होने दें।
गर्म तौलिया सिरदर्द दूर करने का सबसे आसान उपाय है। ये सामान्य सिर दर्द तो ठीक करता ही है। साथ में ये माइग्रेन के दर्द को भी दूर करता है। सिर दर्द के दौरान गर्म तौलिये से सिर को लपेट लें और गर्म पानी की बोतल को गालों पर रखकर सिकाई करें। यह प्रक्रिया दिन में तीन से चार बार करें। इससे काफी आराम मिलेगा।
माइग्रेन अगर अभी हाल ही में शुरू हुआ है तो भाप लेकर भी आप इसे ठीक कर सकती हैं। एक बर्तन या स्टीमर में पानी को उबाल लें। फिर इसमें डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा या ऑलिव ऑयल डालें। फिर बर्तन के ऊपर चेहरा रखें और सिर के ऊपर कपड़ा डाल कर लंबी-लंबी सांसे लें। इसके बाद बीस मिनट तक हवा में न जाएं। इससे आपको सिरदर्द में आराम मिलेगा और नासिका भी साफ रहेगी।
नोट- ये उपचार पंखा व कूलर बंद कर के करें।
माइग्रेन के दर्द में घी अचूक उपाय माना जाता है। स्वामी परमानंद प्राकृतिक चिकित्सालय के नैचुरोपैथी एक्सपर्ट डॉ. प्रमोद बायपेयी कहते हैं कि "गर्मियों में धूप के कारण सिर दर्द की समस्या हर किसी को होती है। ऐसे में माइग्रेन के मरीजों को काफी दिक्कत हो जाती है। इस परेशानी से बचने के लिए ना जाने वो क्या-क्या उपाय करते हैं और कई सारी दवाईयां खाते हैं। जबकि गाय की घी की दो बूंद माइग्रेन से जुड़ी सारी समस्याओं को दस से पंद्रह मिनट में ठीक कर देता है।"
गाय के घी में कई सारे औषधिय गुण होते हैं जिसके कारण इसे आयुर्वेद की दवा भी कहा जाता है। कई रिसर्च की मानें तो गाय के घी में ऐसे माइक्रोन्यूट्रींस होते हैं जिनमें कैंसर युक्त तत्वों से लड़ने की क्षमता होती है। खैर कैंसर और गाय के घी के बारे में एक अंतहीन बहस की जा सकती है और सभी डॉक्टर्स इस पर अलग-अलग राय देते हैं। जिसके बारे में हम बाद में बात करेंगे।
माइग्रेन के दर्द को दूर करने के लिए दो बूंद घी नाक में डालें और लेट जाएं। इससे नासिका की सफाई होती है और सिरदर्द में आराम मिलता है। दरअसल माइग्रेन का दर्द कई बार नाक की झिल्ली पर अनेक प्रकार के वायरस, बैक्टीरियां, फफूंदी, धूल-मिट्टी के कण जमा हो जाने के कारण भी शुरू हो जाता है। घी नासिका की सफाई कर के सिरदर्द को खत्म कर देता है।
अगर माइग्रेन की समस्या है तो बहुत ज्यादा पनीर खाने से बचें। सिर दर्द के मरीज को पनीर, चाकलेट और मटन जैसे आहार से दूर रहना चाहिए। इसके बदले आप ऐसी चीजें खाएं जिसमें विटामिन C, D व B12 के साथ-साथ प्रोटीन और कैल्सियम भी हो। अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जी जैसे गोभी, फूलगोभी और मेथी व गर्म दूध शामिल करें। बाहर के जंक फ़ूड परहेज करें और धूप में निकलने से बचें।
तो इन नुस्खों को अपनाएं और सिरदर्द से दूर रहें।
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