इसमे कोई संदेह नहीं है कि लीची को देखकर ही खाने का मन करने लगता है। लेकिन, पिछले 10 दिनों में लीची के जहर के कारण लगभग 50 बच्चों की जान चली गई है। माना जाता है कि इसमें मौजूद टॉक्सिन ब्रेन डिजीज और एईएस का कारण बन सकता हैं। जी हां एईएस यानि एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम एक जहरीले तत्व की वजह से फैला है, जो लीची में पाया जा रहा है। सिर्फ एईएस नहीं है, यह विभिन्न हेल्थ प्रॉब्ल्म्स जैसे हाइपोग्लाइसीमिया, रूमेटाइड अर्थराइटिस आदि का कारण भी बन सकता है। आइए इस आर्टिकल से जानें कि आपको मीठी और टेस्टी लीची से दूरी बनाकर रखना आपके लिए क्यों जरूरी है।
इसे जरूर पढ़ें: महिलाओं को तुरंत एनर्जी देती है लीची, गर्मियों में इसे जरूर खाएं
हाइपोग्लाइसीमिया
लीची खाने से आप हाइपोग्लाइसीमिया के शिकार हो सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लीची में मीथाइलीन साइक्लोप्रोपाइल ग्लाइसिन नाम तत्व पाया जाता है, जो बॉडी में शुगर लेवल कम होने पर सीधे ब्रेन पर असर डालता है। शुगर लेवल में कमी भूखे रहने या फिर पौष्टिक आहार ना मिलने की वजह से भी आ सकती है। हालांकि लीची शुगर को कम करने के गुणों के लिए जानी जाती है, लेकिन इसे ज्यादा खाने से ब्लड शुगर लेवल कम होने लगता है जो हाइपोग्लाइसीमिया को जन्म देता है।
"हॉट" होती है लीची
हालांकि लीची खाने में बहुत ही टेस्टी और मीठी होती है, लेकिन इसकी प्रकृति गर्म होती है। इसलिए इसे बहुत ज्यादा खाने से नाक से ब्लड आना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए लीची को बहुत ज्यादा खाने से बचना चाहिए।
बढ़ता है वजन
वेट लॉस करना चाहती हैं तो लीची को खाना आज से ही बंद कर दें। हालांकि लीची खाना सभी को अच्छा लगता है, लेकिन लीची में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण बहुत ज्यादा लीची खाने से बॉडी में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे आपका वजन तेजी से बढ़ सकता है।
इसे जरूर पढ़ें: लीची की दीवानगी मानसून में पड़ सकती हैं भारी, हो सकती है ये बीमारी
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग में लीची
यूं तो प्रेग्नेंसी मे नई-नई चीजों को खाने का मन करता है। लेकिन प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को लीची खाने से बचना चाहिए क्योंकि ये ब्लीडिंग या इंफेक्शन का कारण बन सकता है। ये इससे आपके बच्चे को नुकसान भी हो सकता है।
ऑटो-इम्यून डिजीज
लीची विटामिन सी और विटामिन ए का एक उत्कृष्ट स्रोत है, लेकिन बहुत ज्यादा लीची खाने से हमारा इम्यून सिस्टम हाइपरएक्टिव हो सकती है, जिससे ऑटो-इम्यून रोग जैसे रुमेटाइड अर्थराइटिस, ल्यूपस आदि का खतरा बढ़ सकता है।
एलर्जी का कारण
इसमें कोई संदेह नहीं लीची को देखते ही आपका मन इसे खाने को ललचाने लगता है लेकिन 1 दिन मे 7 से ज्यादा लीची खाने से आपको खुजली, पित्ती, होंठ और जीभ में सूजन और सांस लेने जैसी एलर्जी की समस्या हो सकती है।
इन कारणों से आपको बहुत ज्यादा लीची खाने से बचना चाहिए।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों