विश्व में डायबिटीज के बढ़ने और माताओं में डायबिटीज के खतरे के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने के लिए हर साल 14 नवंबर को पूरे विश्व में Diabetes Day मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व भर में 14 नवंबर को महिला और डायबिटीज थीम के साथ मनाया जा रहा है।
जी हां साइलेंट किलर मानी जाने वाले यह बीमारी तेजी से महिलाओं में भी बढ़ने लगी है। यानि बदलती लाइफ-स्टाइल और फास्ट फूड कल्चर के चलते महिलाएं और कम उम्र के बच्चे भी डायबिटीज का शिकार हो रहे हैं। इसका अगर समय पर सही इलाज नहीं किया गया तो pregnant महिलाओं को डायबिटीज होने पर उसकी संतान पर भी इसका प्रभाव पड़ता है, और यह भावी पीढ़ी के लिए घातक हो सकता है। इसलिए इसके प्रति महिलाओं को जागरूक करना बेहद जरूरी है। आइए कुछ एक्सपर्ट से जानते हैं कि Diabetes के प्रति ladies को क्यों जागरूक किया जाना चाहिए।
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Gestational Diabetes के प्रति Dr. V. Mohan का कहना
Dr. Mohan’s Diabetes Specialities Centre के Chairman Dr. V. Mohan का कहना है कि ''डायबिटीज में महिलाओं को विशेष चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए इसके प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। आमतौर पर महिलाएं अपना check up तब तक नहीं करवाती जब तक कि बीमारी गंभीर रूप नहीं ले लेती। डायबिटीज के मामले में, इसका मतलब यह हो सकता है कि डायबिटीज का पता तब तक लगाया ना जाए जब तक कि बहुत देरी ना हो चुकी हो।''
Dr. V. Mohan का यह भी कहना है कि ''इसके अलावा महिलाओं को Gestational Diabetes के बारे में भी शिक्षित किया जाना चाहिए, क्योंकि लगभग 20–25% pregnant women को डायबिटीज है। इसलिए pregnancy के first trimester के दौरान डायबिटीज की early screening की आवश्यकता पर सभी महिलाओं को जोर दिया जाना चाहिए।''
Dr. A Ramachandran : Early diagnosis है जरूरी
Ramachandran’s Diabetes Hospitals के चेयरमैन/ Managing Director Dr. A Ramachandran के अनुसार, India Diabetes Research Foundation ने कहा, कोई भी लक्षण दिखाई ना देने के कारण डायबिटीज की पहचान कई वर्षों तक नहीं की जा सकती हैं। इसलिए जिन लोगों में डायबिटीज के विकास का higher risk होता है उन्हें स्क्रीनिंग करवाना बेहद जरूरी होता है।
जोखिम कारकों में उम्र, डायबिटीज की family history, प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज की history (Gestational Diabetes), sedentary lifestyle और अनहेल्दी फूड habits शामिल हैं। Early diagnosis और ट्रीटमेंट डायबिटीज की complication को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है।
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Dr. IPS Kochar : भावी पीढ़ी की हेल्थ के लिए महिलाओं को जागरूक करना है जरूरी
दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के Paediatric & Adolescent Endocrinologist Dr. IPS Kochar ने इस बारे में कहा कि एक lady household nutrition और लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों की gatekeepers है, इसलिए उसमें household और उससे बाहर रोकथाम की क्षमता होती है।
डायबिटीज से परेशान महिलाओं को डायबिटीज को बेहतर ढंग से मैनेज करने और हेल्थ के परिणाम में सुधार लाने और भावी पीढि़यों की हेल्थ की अच्छे से देखभाल करने के लिए शिक्षित किया जाना चाहिए। क्योंकि टाइप 2 डायबिटीज के 70% मामलों को हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाकर रोका जा सकता है।
जिस तेजी से महिलाओं में Diabetes के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए जरूरत है कि महिलाओं को जागरूक किया जाए ताकि मां के साथ-साथ उनके बच्चों का जीवन सुखमय हो सके।
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