कामकाज और घर-परिवार की जिम्मेदारियों के बीच महिलाएं अक्सर अपनी दर्द और पीड़ा को भूल जाती हैं। देखा जाए तो सिर दर्द और कमर दर्द जैसे परेशानियों के साथ जीना महिलाओं की आम आदत में शुमार होता है। जबकि असल ऐसा करना सेहत पर भारी पड़ सकता है, क्योंकि ऐसी समस्याएं कई बार गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती हैं। इसलिए इनके प्रति सतर्कता बेहद जरूरी है, जैसे कि कमर दर्द की समस्या को आम समझना बड़ी भूल साबित हो सकती है।
खासकर, अगर आपको हर रोज सुबह के वक्त ही कमर दर्द की समस्या पेश आती है तो आपको इस बारे में सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसा इसलिए सुबह-सुबह कमर दर्द होना न सिर्फ एक समस्या मात्र है, बल्कि यह दूसरी गंभीर बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि समय रहते इसकी असल वजह की पहचान की जाए और जरूरत अनुसार उसका निदान किया जाए।
इस आर्टिकल में हम आपको इसी बारे में उचित जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि हमने इस बारे में नोएडा के जनरल फिजिशियन डॉ. वी. के. सिंह से बात की है और उनसे मिला जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं सुबह के समय होने वाले कमर दर्द के संभावित वजहों के बारे में...
स्पाइनल डिस्क की समस्या
सुबह के समय में कमर में दर्द होना स्पाइनल डिस्क में आई गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। असल में, उम्र के साथ रीढ़ की हड्डी की डिस्क की ऊंचाई और संरचना में काफी बदलाव आता है। देखा जाए तो कुछ लोगों के लिए जहां यह बदलाव की प्रकिया सामान्य होती है तो वहीं कुछ लोगों को इसके कारण कमर में तेज दर्द होता है। खासकर इसकी वजह से सो कर उठने के बाद कमर में तेज दर्द महसूस हो सकता है।
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फाइब्रोमायल्जिया
फाइब्रोमायल्जिया (Fibromyalgia) एक क्रोनिक सिंड्रोम है, जिसके कारण मांसपेशियों में तेज दर्द और सूजन की समस्या पेश आती है। बता दें कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं फाइब्रोमायल्जिया का शिकार अधिक होती हैं और इसके चलते उन्हें सिर और कमर में तेज दर्द का साथ तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
ऑस्टियोपोरोसिस
ऑस्टियोपोरोसिस के कारण भी कमर में दर्द की समस्या हो सकती है। असल में ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियों में कमजोरी आती है, खासकर इसके कारण कूल्हे और रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है। ऐसे में अगर ऑस्टियोपोरोसिस की गंभीर स्थिति में कमर में दर्द की समस्या पेश आ सकती है।
अर्थराइटिस
अर्थराइटिस यानी गठिया से पीड़ित लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या सताती रहती है, ऐसे में इसके कारण भी सुबह के वक्त कमर में भी तेज दर्द हो सकता है। असल में, सुबह के समय तापमान कम होने के कारण गठिया की समस्या बढ़ सकती है। इसके चलते सुबह-सुबह कमर में तेज दर्द की समस्या पेश आ सकती है।
गलत मुद्रा में सोना
गलत मुद्रा में सोना कमर दर्द का मुख्य कारण हो सकता है। इसके कारण रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त दबाव, जिसके चलते कमर में तेज दर्द महसूस होता है।
ऐसे करें बचाव
सुबह के समय होने वाली कमर दर्द की समस्या से निजात पाने के लिए आपको निम्न बातों को ध्यान रखना होगा।
- सोते वक्त अपनी शारीरिक मुद्रा का ध्यान रखें, गलत शारीरिक मुद्रा के कारण कमर दर्द के साथ ही दूसरी समस्याएं पेश आ सकती हैं। इसके साथ ही बेहतर होगा कि आरामदायक तकिया और गद्दे का इस्तेमाल करें।
- अगर आपको अर्थराइटिस या ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या है तो इसके लिए उचित उपचार के साथ ही आवश्यक सावधानियों का ध्यान रखें, ताकि दर्द की स्थिति उत्पन्न न हो।
- खराब बॉडी पॉश्चर भी कमर की वजह हो सकता है। इसलिए इससे बचने के लिए अपने बॉडी पॉश्चर पर ध्यान दें। कोशिश करें कि बैठने की स्थिति मे आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी रहे।
- अगर आप फाइब्रोमायल्जिया के शिकार हैं तो आपको तनाव को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए। असल में तनाव के कारण फाइब्रोमायल्जिया की स्थिति बनती है, जिसके कारण कमर दर्द की समस्या पेश आ सकती है।
- शरीर में कैल्शियम की कमी भी कमर दर्द की वजह हो सकती है। इसलिए इससे बचाव के लिए अपने आहार कैल्शियम युक्त चीजें जरूर शामिल करें।
उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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