सर्दियों में गठिया के दर्द से राहत दिलाएंगे ये योगासन

सर्दियों में आपको भी गठिया का दर्द सताने लगता है तो इन दो आसन की मदद से आराम पा सकते हैं।

  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2023-11-27, 11:00 IST
SETUBANDHASAN To Ease Arthritis Pain

Yoga To Ease Arthritis Pain:अर्थराइटिस यानी कि गठिया जोड़ों में होने वाली एक गंभीर समस्या है जो सर्दियों के मौसम में बदतर हो जाती है। ठंडे तापमान के चलते मांसपेशियों में ऐंठन बढ़ जाती है, जोड़ों में दर्द और अकड़न बढ़ने लगती है। अगर आप को भी सर्दियों में गठिया का दर्द परेशान करता है तो आप इस समस्या में रहता पाने के लिए योग का सहारा ले सकते हैं। योगा एक्सपर्ट प्रियंका सिंह से जानते हैं सर्दियों में अर्थराइटिस के दर्द को कम करने के लिए कौन से योग फायदेमंद हो सकते हैं।

गठिया के दर्द से राहत दिलाएंगे ये योगासन

YOGASAN FOR ARTHRITIS

एक्सपर्ट के मुताबिक सेतुबंधासन गठिया के मरीजों के लिए फायदेमंद होते हैं। इससे घुटने के जोड़ों को मजबूत करने में मदद मिलती है। रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है। ससे पूरे बॉडी में फ्लैक्सिबिलिटी आती है। पूरे शरीर में रक्त का संचार होता है और ऐसे दर्द में आराम मिलता है।

सेतुबंधासन कैसे करें

  • सबसे पहले एक शांत वातावरण में योग मैट बिछाकर बैठ जाएं।
  • अब पीठ के बल लेट जाएं और अपने सांसों की गति को सामान्य रखें।
  • अब अपने दोनों हाथों को बगल में रख लें और धीरे-धीरे अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर हिप्स के पास ले आएं।
  • जितना हो सके हिप्स को फर्श से ऊपर उठें और हाथ को जमीन से ही का रखें।
  • इस मुद्रा में 5 से 10 सेकंड रहें। सांस को रोक कर रखें, वापस से सामान्य स्थिति में आते वक्त सांस छोड़ें।
  • ऐसा कम से कम 3 से 4 बार दोहराएं।

वृक्षासन

TREE POSE ASAN

वृक्षासन जिसे हम ट्री पोज के नाम से भी जानते हैं । यह बहुत ही आसान योग है। इस आसन में आपको पेड़ की मुद्रा में होना होता है। ये पैरों, टखनों, पिंडलियों घुटनों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। इस योगासन को करने से गठिया के दर्द में काफी आराम मिलता है।

वृक्षासन कैसे करें?

  • इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक शांत वातावरण चुनें

  • अब ताड़ासन में खड़े हो जाएं।
  • अब दाएं घुटने को मोड़ें और दाएं पैर के पंजे को बाईं जांघ पर जितना हो सके टिकाएं।
  • आपकी एडी ऊपर की तरफ हो और पंजे जमीन की तरफ हो।
  • आपके शरीर का सारा वजन बाएं पैर पर रहेगा।
  • भजन संतुलित करते हुए सीधे खड़े हो जाएं।
  • जब संतुलन ठीक से बन जाए तो दोनों हाथों को ऊपर की तरफ उठाएं और नमस्कार मुद्रा में कर लें।
  • इस मुद्रा में सामान्य तौर पर सांस लेते रहे 30 से 60 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहे फिर सामान्य मुद्रा में लौट आएं।
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