योग अधिकांश स्वास्थ्य समस्याओं का एक समग्र समाधान है और यह तब भी लागू होता है जब हमें तनाव को कम करने और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की बात आती है। योग, मुद्रा और आसन जैसी कई तकनीकों का मेल है जो हमारे लिए बहुत फायदेमंद है।
योग के साथ-साथ, सकारात्मक जीवनशैली में बदलाव करना भी सुनिश्चित करें जो हमारे समग्र स्वास्थ्य का ख्याल रख सके। अपने मस्तिष्क और हृदय के स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें क्योंकि इससे स्ट्रोक, पक्षाघात, हृदय रोग, डायबिटीज, तीव्र तनाव और चिंता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कुछ योगाभ्यास हैं जिन्हें दैनिक जीवन में शामिल करें। यह हमारे मस्तिष्क, तनाव और हमारे स्वस्थ का ख्याल रखेंगे। इन योगासन के बारे में हमें योगा मास्टर, फिलांथ्रोपिस्ट, धार्मिक गुरू और लाइफस्टाइल कोच ग्रैंड मास्टर अक्षर जी बता रहे हैं। अगर आप भी अपने तनाव को कम और ब्रेन की शक्ति को बढ़ाना चाहती हैं तो रोजाना इन योगासन को जरूर करें।
मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ावा देने के लिए योग
पद्मासन
- दाहिने पैर को बाईं थाई पर रखकर अर्ध पद्मासन में बैठ जाएं।
- बायां पैर उठाएं और दाहिनी थाई पर ऊपर की ओर रखें।
- पैरों को हिप्स के पास खींचें।
- घुटनों को फर्श पर रखें।
- हथेलियों को घुटनों पर ऊपर की ओर रखें।
- आसन में कुछ देर रुकें।
- दूसरे पैर से योग को दोहराएं।
धनुरासन
- पेट के बल लेटकर शुरुआत करें
- घुटनों को मोड़ें और टखनों को हथेलियों से पकड़ें।
- मजबूत पकड़ रखें।
- पैरों और हाथों को जितना हो सके उतना ऊपर उठाएं।
- ऊपर देखें और कुछ देर आसन में रहें।
चक्रासन
- पीठ के बल लेट जाएं।
- पैरों को घुटनों पर मोड़ें और सुनिश्चित करें कि पैर फर्श पर मजबूती से टिके हों।
- हथेलियों को आकाश की ओर करके कोहनियों पर बाजुओं को मोड़ें।
- बाजुओं को कंधों पर घुमाएं और हथेलियों को सिर के बगल में दोनों ओर फर्श पर रखें।
- श्वास लें, हथेलियों और पैरों पर दबाव डालें और एक आर्च बनाने के लिए पूरे शरीर को ऊपर उठाएं।
- पीछे देखें और गर्दन को आराम दें।
- शरीर का वजन चारों अंगों के बीच समान रूप से वितरित होना चाहिए।
शीर्षासन
- कोहनियों को नीचे रखकर शुरुआत करें।
- हथेलियों को आपस में फंसा लें।
- सिर को हथेलियों के आगे नीचे रखें।
- हथेलियों को सिर के पिछले हिस्से को सहारा देना चाहिए।
- जितना हो सके उतना सीधा हो जाएं और सिर की ओर चलें।
- एक पैर ऊपर उठाएं और फिर धीरे-धीरे दूसरा पैर उठाएं।
- पैरों को सीधा जोड़ लें या उन्हें मोड़कर रखें
- आसन में तब तक रहें जब तक आप सहज हों।
हलासन
- इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- हथेलियों को शरीर के बगल में फर्श पर रखें।
- पैरों को ऊपर उठाएं और पैर को पीछे छोड़ने के लिए पीठ के निचले हिस्से को सहारा दें।
- आसन में कुछ देर रुकें।
दिए गए आसनों का अभ्यास तभी करें जब हार्ट या ब्रेन संबंधी कोई समस्या न हो। ये एडवांस स्टेज के पोज हैं और इन्हें पर्यवेक्षण के तहत किया जाना चाहिए।
योग का महत्व
कई अमूल्य लाभों में योगासन, सांस और ध्यान तकनीकों का उपयोग करके बुद्धि को विकसित करने का एक वैज्ञानिक उपकरण है। पद्मासन, चक्रासन, धनुरासन जैसे गति आधारित आसन शरीर में विशिष्ट दबाव बिंदुओं को एक्टिव करते हैं और इससे मस्तिष्क को मालिश करने में मदद मिलती है।
ये तकनीकें मस्तिष्क के दोनों गोलार्द्धों को संतुलित करती हैं और मस्तिष्क में ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। योग मस्तिष्क में ग्रे मैटर को बढ़ाता है जो स्मृति, बुद्धि, समन्वय और कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार होता है।
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ब्रेन शक्ति बढ़ाने के अन्य टिप्स
- स्वस्थ आहार का पालन करें।
- पर्याप्त नींद लें।
- पर्याप्त पोषण प्राप्त करें।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक्सरसाइज और मेडिटेशन का अभ्यास करें।
आप भी इन योगासन को करके ब्रेन की शक्ति को बढ़ा सकती हैं। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें, साथ ही कमेंट भी करें। योग से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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