C‍hair Surya Namaskar: खड़े होकर नहीं चेयर पर बैठकर ये 12 मुद्राओं वाला सूर्य नमस्कार करें

फिटनेस के लिए आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है, आप अपनी चेयर पर आराम से बैठकर इस योगासन को आसानी से करके खुद को फिट रख सकती हैं। 

chair surya namaskar main

लॉकडाउन में लंबे समय तक घर तक सीमित रहने से कई महिलाएं तनावग्रस्त और चिंतित हो गई हैं। इसलिए सभी के लिए अपने शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी हो गया है। जीवन में संतुलन खोजने की आवश्यकता भी बढ़ी है। जबकि हर कोई खुद को नए बदलाव के लिए तैयार कर रहा है लेकिन ऐसे समय में योग बहुत काम आता है। योग तन और मन दोनों को दुरुस्‍त रखता है। योग तनाव और चिंता को मैनेज करने के साथ-साथ इम्‍यूनिटी को बनाए रखने में मदद करता है और इससे आपके शरीर को अन्‍य कई तरह के फायदे मिलते हैं।

एक हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल को बनाए रखने के लिए रोजाना कम से कम 40 मिनट एक्‍सरसाइज करने की सलाह दी जाती है, जो जिम में योग करने, चलने, दौड़ने, वर्कआउट करने जैसा कुछ भी हो सकता है। लेकिन अगर आप ऐसा नहीं कर पा रही हैं तो आज हम आपके लिए एक ऐसा योगासन लेकर आए हैं जिसे आप घर पर आराम से अपनी चेयर पर बैठकर कर सकती हैं। जी हां हम सूर्य नमस्कार के बारे में बात कर रहे हैं। सूर्य नमस्कार का यह रूप बुजुर्ग लोगों और सीमित गतिशीलता वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। यह रीढ़ की रक्षा करता है और डाइजेशन में सुधार करता है। साथ ही किसी भी सूजन को कम करता है और श्वास क्षमता को बढ़ाता है। हम आपके लिए स्टेप बाई स्टेप चेयर सूर्य नमस्कार करने का तरीका लेकर आए हैं।

इसे जरूर पढ़ें:रोजाना सिर्फ 10 मिनट सूर्य नमस्‍कार झुर्रियां, पीसीओडी और मोटापा दूर भगाने का है बेस्‍ट फॉर्मूला

chair surya namaskar inside

चेयर सूर्य नमस्कार की 12 मुद्राएं

  1. प्राणायाम (प्रार्थना मुद्रा)
  2. हस्त-उत्तानासन
  3. पाद-हस्तासन (हाथ से पैर की मुद्रा)
  4. एक पाद पवन-मुक्तासन (एक पैर गैस रिलीज पोज) - अश्व संचालनासन से मिलता-जुलता योग
  5. कुरची पश्चिमोत्तानासन (बैक स्ट्रेचिंग पोज़) - माउंटेन पोज़ से मिलता-जुलता योग
  6. महा-वीरासन (ग्रेट वरियर पोज) - प्रणाम मुद्रा से मिलता-जुलता योग
  7. कुरची उत्कटासन (हाफ सीटिंग पोज़) - भुजंगासन से मिलता-जुलता योग
  8. कुरची पश्चिमोत्तानासन (बैक स्ट्रेचिंग पोज़) - माउंटेन पोज़ से मिलता-जुलता योग
  9. एक पाद पवन-मुक्तासन (एक पैर गैस रिलीज पोज) - अश्व संचालनासन से मिलता-जुलता योग
  10. पाद-हस्तासन (हाथ से पैर की मुद्रा)
  11. हस्त-उत्तानासन
  12. प्राणासन (प्रार्थना मुद्रा)

चेयर सूर्य नमस्कार स्‍टेप बाई स्‍टेप

  • इस योगासन की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले चेयर पर पैरों को मिलाते हुए बैठैं और हाथों को अपनी चेस्‍ट के सामने नमस्ते की मुद्रा में मोड़ें।
  • रीढ़ की हड्डी और सिर को ऊपर की ओर उठाते हुए चेयर पर सीधे बैठने की कोशिश करें। अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लेना शुरू करें। इसे 60 सेकंड तक जारी रखें।
  • सांस छोड़ते समय अपने हाथों को सिर और कंधों से आगे बढ़ाएं। सांस लेने की प्रक्रिया से अवगत होकर, लगभग 4 सांसों के लिए इस पोजीशन में रहें।
  • सांस छोड़ें और सर को झुकाते हुए आगे बढ़ें।
  • धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए, बाजुओं को नीचे ले जाएं और अपने पैरों के पास रखें, सिर को थाइज पर टिकाएं, ठुड्डी को घुटनों के पास रखें और अपने पैरों को नीचे देखें।
  • सिर को थाइज के करीब धकेलते हुए धीरे-धीरे सांस लें और कंधों को फैलाकर पूरी हथेली को जमीन पर रखें। 4 सांसों के लिए इस पोजीशन में रहें।
  • सांसें लें और चेयर पर सीधे बैठने के लिए उठें। दाहिना पैर ऊपर उठाएं और घुटने मोड़ते हुए दाहिने हिप्‍स को अपने हाथों से पकड़ें।
chair surya namaskar inside
  • दाहिने घुटने और हिप्‍स को मोड़ते हुए थाइज को चेस्‍ट की ओर दबाएं। दाहिने पैर को अपने हाथों में अच्छी तरह से पकड़े हुए बैलेंस बनाए रखें, आंखों को लगभग 6 सांस या उससे अधिक समय तक बंद रहें। सुनिश्चित करें कि बाएं पैर फर्श पर ही रहे।
  • पैरों को जोर से हिलाने और अतिरिक्त लाभ पाने के लिए आप एड़ियों को भी घुमा सकती हैं।
  • अब अगले पोज़ में चल पड़े। लंजेज पोज से रिलीज करें। सांस छोड़ते हुए थाइज को दबाएं और लगभग 6 सांसों के लिए घुटने पर नाक को आराम दें।
  • अंत में सांस लेते हुए, प्रारंभिक मुद्रा में वापस जाएं और फर्श पर पैर रखकर इसे छोड़ें। हाथों को सिर और कंधों के ऊपर फैलाएं।
  • पहली बार की तुलना में अधिक गहरी सांस लेते हुए, लगभग 6 सांसों के लिए इस पोजीशन में रहें।
  • सांस छोड़ें और प्रार्थना की स्थिति में वापस हाथों के साथ मूल स्थिति में वापस आएं।

चेयर सूर्य नमस्कार करने के फायदे

  • यह शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंगों में ब्‍लड सर्कुलेशन में सुधार करता है।
  • दिल और लंग्‍स के काम में सुधार करता है।
  • बाहों और कमर की मसल्‍स को मजबूत करता है।
  • रीढ़ और कमर को अधिक फ्लेक्सिबल बनाता है।
  • पेट के चारों ओर फैट को कम करने में मदद करता है और इस तरह वजन कम करता है।
  • डाइजेशन में सुधार करता है।
  • शरीर से आलस खत्म होता है।
  • एकाग्रता शक्ति को बढ़ाता है।
  • शरीर की थकावट दूर होती है।

फिटनेस के लिए एक्‍सरसाइज करना जरूरी होता है लेकिन अगर आपका भी बाहर जाकर एक्‍सरसाइज करने का मन नहीं है तो परेशान न हो बल्कि चेयर पर सूर्य नमस्‍कार करें। इस तरह की जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

Image credit: Pinterest.com

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP