ताजी घास, हल्की-हल्की सुनहरी धूप और सुंदर प्राकृतिक वातावरण किसी को भी अपने जूते उतारकर नंगे पैर चलने का मजा लेने पर मजबूर कर सकता हैं। और अगर हम आपसे कहें कि घास पर नंगे पैर चलना आपकी हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद भी है, फिर तो आप यकीनन ऐसा करने के बारे में सोचेंगे। जी हां जब हम नंगे पैर चलते हैं तो हमारी त्वचा सीधे पृथ्वी के संपर्क में आती है और पृथ्वी में मौजूद पॉजिटिव एनर्जी हमारी बॉडी में मौजूद नेगेटिव एनर्जी को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं जो हमारी हेल्थ के लिए कई तरह से बेहतर होता है। घास पर नंगे पैर चलने के दौरान, आपके पैरों पर प्रेशर एक्टिव हो जाता है और आपके बॉडी को एनर्जी देता है और साथ ही आपकी हेल्थ में सुधार करता है। विशेषज्ञ घास पर सुबह-सुबह नंगे पांव चलने की सलाह देते हैं क्योंकि यह इम्यूनिटी और आंखों की रोशनी भी बढ़ाता है। यहीं नहीं, अगर आप घास पर नंगे पांव चलते हैं तो आपकी महिलाओं की बॉडी को कई हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं।
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घास पर नंगे पांव चलना चोटों के कारण होने वाली सूजन को कम करने का एक आसान और प्राकृतिक तरीका है। रोजाना ऐसा करने से ऑक्सीजन युक्त ब्लड का पूरी बॉडी में सही तरीके से सर्कुलेशन होता है और आप दर्द और सूजन से बच सकती हैं।
नींद न आना, जिसे अनिद्रा भी कहा जाता है, एक स्लीपिंग डिसऑर्डर है। अगर आपको सोने में परेशानी होती है या रात में नींद बार-बार खुल जाती है तो आपको घास पर नंगे पांव चलना शुरू करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि घास पर नंगे पैर चलने से अनिद्रा का इलाज हो सकता है। ऐसा करना गहरी और आरामदायक नींद को प्रेरित करता है। पृथ्वी की सतह के साथ शारीरिक संपर्क होने से बॉडी में तनाव हार्मोन के लेवल को कम करने में मदद करता है और अच्छी नींद पाने में हेल्प मिलती है।
हमारे पैरों पर एक प्रेशर पॉइन्ट होता है। माना जाता है कि यह हमारी आंखों की नर्वस से जुड़ा है। घास पर सुबह नंगे पैर चलना इस प्रेशर पॉइन्ट को उत्तेजित कर सकता है और आपकी समग्र दृष्टि में सुधार करने में मदद करता है। इसके अलावा, घास के हरे रंग को देखने से आंखों को राहत मिलती हैं। घास पर सुबह की ओस आंखों की हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है।
घास पर नंगे पैर चलने से पैर के विशिष्ट एक्यूपंक्चर पॉइन्ट उत्तेजित होते हैं जो हमारी नर्वस को उत्तेजित करने में हेल्प करते है, जिससे हमारे नर्वस सिस्टम में सुधार होता है। रेगुलर नंगे पैर घास पर चलने से वैरिकोज वेन्स के कारण दर्द, विशेष रूप से डायबिटीज के रोगियों के बीच, कम किया जा सकता है।
हार्मोन के असंतुलन से कई मानसिक और शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। महिलाओं में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से मूड-स्विंग्स, पेट में दर्द, सिरदर्द, वजन बढ़ना, कब्ज, मुंहासे और कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं। घास पर नंगे पैर चलना इन लक्षणों में से कुछ को कम करने में हेल्प कर सकता है।
जब हम नंगे पांव चलते हैं तो हमारा स्ट्रेस लेवल अपने आप नीचे आ जाता है, क्योंकि पैरों की नर्वस उत्तेजित होते हैं, जिससे तनाव दूर होता है। और जब आपका तनाव कम होता है, आपका ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल हो जाता है।
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घास पर नंगे पांव चलने से न केवल आपके पैरो, टखनों को मजबूती मिलती है बल्कि क्रोनिक पेन, सूजन, हार्मोनल असंतुलन, अनिद्रा की समस्या ठीक होती है। साथ ही ये आपके नर्वस सिस्टम, आंखों की दृष्टि, इम्यून सिस्टम में सुधार करता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसके अलावा यह चिंता, तनाव, अवसाद से छुटकारा दिलाता है। उम्र बढ़ने को धीमा करता है और चोटों को तेजी से ठीक करने में भी मदद करता है। नंगे पैर चलने से आपका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर हो सकता हैं। तो क्यों न कुछ देर खुद के लिए निकालकर घास पर नंगे पैर चला जाएं।
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