आज के हाईटेक और भाग-दौड़ भरी लाइफ में, हम सहज ही अति उत्तेजना का शिकार हो जाते हैं। हमारी बिजी लाइफ हमें केवल आगे बढ़ने का संकेत देती है। इसके अलावा हमारे हाथ में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हमें अलग-अलग डिजिटल दिशा की ओर ले जाते हैं, जहां आंतरिक शांति हमारे लिए बहुत जरूरी हो जाती है। एक वयस्क के रूप में यह हमारे लिए सच्चाई है, इसलिए बच्चों के बारे में सोचिए, वे अपने अभिभावकों और जिस माहौल में रहते हैं, वहां की एनर्जी ग्रहण करते हैं। उसके बाद हम उन्हें स्कूल भेजते हैं, जहां उनसे उम्मीद की जाती है कि वे ध्यान फोकस करें।
बच्चों के लिए मेडिटेशन
मेडिटेशन दिमागी अभ्यास का एक बेहतरीन तरीका है। यह हमें हमारे सच्चे भाव के साथ जुड़े रहने में हेल्प करता है। अध्ययन का संबंध ध्यान को मौजूदा समय में एकाग्रचित करने से है, जो हमारी बेहतर एकाग्रता, ध्यान केंद्रित करने और स्मरणशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। इस संबंध में गुरुजी ईशान शिवानंद ने मीडिया से कहा, “बहुत अधिक भार और स्कूल, परिवार व आंतरिक दबाव की दुनिया में बच्चों को बड़ों जितना ही मेडिटेशन की जरूरत है। मेडिटेशन बच्चों में ध्यान विकसित करने, उन्हें अपनी भावनाओं पर काबू रखने और यह सिखाने में कि कैसे अपने अंदर और बाहर ध्यान देना है में मदद करता है। यह उनमें केंद्र का भाव उत्पन्न करता है।”
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उन्होंने आगे कहा, “बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार मेडिटेशन जैसे सोल रिवाइवल (आत्मा पुनरुद्धार) उन्हें एकाग्र करने में मदद करते हैं, ताकि वे अपने अध्ययन में अच्छी तरह ध्यान लगा सकें। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मेडिटेशन ने छात्रों के अकादमिक और खेल के क्षेत्र में प्रदर्शन में सुधार लाने में मदद की है।”
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बच्चों के लिए क्यों जरूरी है मेडिटेशन?
मेडिटेशन जिस तरह से बड़ों के लिए फायदेमंद है, ठीक उसी तरह से इसका अच्छा असर बच्चों पर भी होता है। ऐसे में बच्चों को भी मेडिटेशन करना चाहिए। खासकर, सर्दियों में बच्चों की हेल्थ के लिए मेडिटेशन और भी जरूरी हो जाता है। मेडिटेशन से न सिर्फ ध्यान आपके काम पर अधिक लगता है बल्कि आपकी कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है। जो बच्चे बहुत अधिक चंचल होते हैं उन्हें खासतौर पर मेडिटेशन करना चाहिए। ऐसा नहीं है कि बच्चों के लिए मेडिटेशन करना बहुत मुश्किल है। मेडिटेशन के कुछ टिप्स अपनाकर आराम से मेडिटेशन आप अपने बच्चों को भी करवा सकती हैं।
मेडिटेशन करने से बच्चों का चंचल मन शांत होगा। डिप्रेशन और तनाव से छुटकारा मिलेगा। इसका फायदा तभी होगा, जब आपका बच्चे मेडिटेशन रेगुलर करें। अगर बच्चे कभी-कभी ही इसे शौक के लिए करेंगे तो इसका फायदा नहीं मिलेगा। जी हां अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा गुस्सा करता है या वह बहुत चिड़चिड़ा हो गया है तो उसे मेडिटेशन करने के लिए जरूर कहें। इससे उसे अपने गुस्से पर काबू पाने में मदद मिलेगी। हेल्दी तन-मन और पॉजिटीव सोच के लिए मेडिटेशन करना बहुत जरूरी है।
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