बॉलीवुड में मनीष मल्होत्रा अपने फैशन डिजाइन्स के बहुत लोकप्रिय हैं और उनकी USP है कि वह सीक्वेंस के साथ बहुत अच्छा काम करते हैं। करीना कपूर खान से लेकर जाह्नवी मल्होत्रा और मलाइका अरोड़ा से लेकर तारा सुतारिया जैसी कई अभिनेत्रियां उनके सीक्वेंस के कलेक्शन को फ्लॉन्ट कर चुकी हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि इस ट्रेंड को रिवाइव भले ही मनीष मल्होत्रा ने किया है, लेकिन इसे सदियों से पहना जा रहा है। जी हां, जब 1922 में राजा टुट के मकबरे को खोजा गया था,तब उनके राजशाही पोशाक में सीक्वेन जैसी डिस्क्स सिली हुई देखी गई थीं।
खैर, साल बीतते गए और फिर 1983 में माइकल जैक्सन को सीक्वेंस पहने देखा गया। उन्होंने सीक्वेंस जैकेट के साथ अपने आइकॉनिक राइनीस्टोन के दस्ताने पहने थे और 'बिली जीन' पर परफॉर्म करते हुए पहली बार अपने सिग्नेचर स्टाइल मूनवॉक का प्रीमियर किया था।
और आज हम बॉलीवुड में मनीष मल्होत्रा के डिजाइन्स में खूबसूरत सीक्वेंस का जिक्र देखते हैं। लेकिन सवाल है कि इसे आखिर कब और कैसे शुरू किया गया? यह कैसे आज भी ट्रेंड में है? आइए इससे जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य जानें।
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कैसे हुई सीक्वेंस की शुरुआत?
1922 में, पुरातत्वविदों ने राजा तूतनखामेन के मकबरे की खोज की और मकबरे के कमरे एक ठोस सोने के ताबूत सहित टुट के धन संबंधी कई चीजों से भरे हुए थे। ताबूत के अंदर, राजा का शरीर भव्य कपड़ों में लिपटा पाया गया था, जिसे 'गोल्ड सीक्वेंस डिस्क लाइक' के रूप में वर्णित किया था। 1930 के दशक तक, निर्माताओं ने लेड पेंट से रंगे जिलेटिन का उपयोग करके हल्के सेक्विन बनाने की एक प्रक्रिया विकसित की।
स्पैंगल बहुत अच्छे लगते थे लेकिन अव्यावहारिक थे क्योंकि वे शरीर के तापमान की गर्मी से पिघलते थे और पानी में घुल जाते थे। इसी दशक में, ईस्टमैन कोडक के लिए फिल्म निर्माण में काम करते समय वैज्ञानिक हर्बर्ट लिबरमैन ने एसीटेट सीक्वेन्स विकसित किए। वह स्पार्कलिंग, ओवर-द-टॉप डांस कॉस्ट्यूम और बैंड यूनिफॉर्म बनाने में माहिर थे।
प्राचीन मिस्र के ठोस सोने से लेकर 13वीं शताब्दी में सीक्वेंस शब्द को प्रेरित करने वाले मेटल के सिक्कों तक, सिक्वेन्स प्लास्टिक डिस्क बनने के लिए कई चरणों से गुजरे हैं जिन्हें हम आज जानते हैं (सीक्वेंस आउटफिट शॉपिंग टिप्स)।
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13वीं शताब्दी से ओलंपिक तक का सफर
जिमनास्टिक और स्केटिंग जैसे खेलों के लिए सेक्विन ओलंपिक ड्रेस कोड का एक मानक हिस्सा बन गए हैं, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं था। 1920 के दशक में, फिगर स्केटर सोनजा हेनी ने अपने सफेद जूते, कोरियोग्राफी और छोटी स्कर्ट के साथ खेलों को बदल दिया, जिससे उन्हें गति की अधिक रेंज मिली और उन्हें बर्फ पर कूदने में मदद मिली। तीन बार ओलंपिक विजेता रही स्केटर अपने आउटफिट में सीक्वेंस शामिल करने वाली पहली खिलाड़ी बनी थीं।
बॉलीवुड में मनीष मल्होत्रा लाए सीक्वेंस का ट्रेंड
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साल 2019 में मनीष मल्होत्रा की शीटेड सीक्वेंस साड़ी रनवे डेब्यू से पहले ही धमाल मचा चुकी थी। लैक्मे फैशन वीक के विंटर/फेस्टिव रनवे में अपना सेज और ऑलिव ग्रीन वर्जन लाने से पहले ही, करीना कपूर खान इसके कोरल वर्जन में देखी गई थीं। फिर अगस्त में करिश्मा करू को ऑल-ब्लैक कॉकटेल वर्जन में देखा गया और धीरे -धीरे तारा सुतारिया, भूमि पेडनेकर और जैकलीन फर्नांडीस भी सेल्फ सीक्वेन्स के स्पैकट्रम शेड्स जैसे स्टोन ग्रे, व्हाइट, येलो, आदि में दिखीं।
साल 2020 में मनीष मल्होत्रा ने अपने डिजाइन्स को फिर से रिवाइव किया और इस बार उन्होंने ब्राउन, मॉव, वॉयलेट के ऑम्ब्रे टोन्स का जलवा बिखेरा।
आज शहनाज गिल से लेकर माधुरी दीक्षित को मनीष मल्होत्रा के इन सीक्वेंस डिजाइन्स में देखा जा चुका है। सीक्वेंस ने एक क्रांति लाई है और बॉलीवुड में ही नहीं, बल्कि आम लोगों के बीच भी काफी लोकप्रिय है।
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