साड़ी भारत के पारंपरिक परिधानों में से एक है। इसे भारतीय महिलाएं उत्सव पर सबसे ज़्यादा पहनना पसंद करती हैं। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि भारत में हर राज्य के हिसाब से साड़ियों की वैरायटी और उसे पहनने की अपनी एक अलग संस्कृति और कला है। जैसे कर्नाटक, राजस्थान और गुजरात आदि राज्यों में प्रसिद्ध कई ऐसी पारंपरिक साड़ियां हैं, जिनकी अपनी अलग ही खासियत और पहचान है।
लेकिन कर्नाटक भारत के उन शीर्ष राज्यों में से एक है, जो अपनी परंपरा और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। इसलिए आज हम आपको कर्नाटक की कुछ प्रसिद्ध पारंपरिक साड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप इस फेस्टिव सीजन में कैरी कर सकती हैं। आपको बता दें कि कर्नाटक में कई ऐसे शहर हैं, जहां साड़ियों की बुनाई, डिज़ाइन की अलग-अलग तकनीकें हैं। तो चलिए जानते हैं...
कर्नाटक भारत में सबसे अधिक शहतूत रेशम का उत्पादन करने वाला राज्य है। इसलिए यहां मैसूर सिल्क साड़ियां सबसे ज्यादा बनाई जाती हैं। हालांकि, मैसूर सिल्क साड़ियांबनाने कीपरंपरा नई नहीं है कहां जाता है कि यह परंपरा लगभग 1785 ईस्वी में अस्तित्व में आई थी और शायद तभी से मैसूर सिल्क साड़ियांकर्नाटक में बनाई जाती हैं। आपको बता दें कि यह भारत में सबसे महंगी रेशमी साड़ियों में से एक है। आप मैसूर सिल्क साड़ी को किसी वेडिंग पर या फिर त्योहार के मौके पर खरीद कर पहन सकती हैं।
कर्नाटक में मौजूद हर शहर में साड़ियों की बुनाई उसी हिसाब से की जाती है। इलकल उन्हीं शहरों में से एक है, जहां हैंडलूम साड़ियांबनाई जाती हैं। यह साड़ी अपने डिजाइनर बॉर्डर और डिजाइनर पल्लू के लिए प्रसिद्ध है। (पुरानी सिल्क साड़ी के पल्लू को इस तरह करें रीयूज)इस साड़ी में आपको कई तरह की वैरायटी मिल जाएंगी, जिसे आप अपनी पसंद के अनुसार खरीद सकती हैं। एक वक्त था जब यह साड़ी मुख्य रूप से उत्तरी कर्नाटक और महाराष्ट्र में ही प्रसिद्ध थी लेकिन अब यह पूरे भारत में महिलाओं के सबसे पसंदीदा परिधानों में से एक है।
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उत्तरी कर्नाटक के बागलकोट जिले के गुलेदगुद्दा गांव में बनाई जाने वाली साड़ियों को गुलेदगुद्दा खाना नाम से जाना जाता है। क्योंकि खाना गुलेदगुद्दा में सबसे प्रसिद्ध ब्लाउज और साड़ी के कपड़ों में से एक है। आप गुलेदगुद्दा खाना साड़ी को भी आपने आउटफिट में शामिल कर सकती हैं। हालांकि, अब खाना को गुलेदगुद्दा में साड़ियों के अलावा, यह शर्ट, बैग, तकिया और अन्य सामग्रियों को बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाने लगा है।
भारत में कर्नाटक की कसुती साड़ी भी काफी प्रचलित है। इन साड़ियों पर डिजाइन पहले पेंसिल से बनाया जाता है और फिर इसे सुई और रंगीन धागों से एक खूबसूरत लुक दिया जाता है। कसुती डिजाइन को किसी भी फैब्रिक जैसे कॉटन साड़ी, सिल्क साड़ी या रॉ सिल्क साड़ी पर डिजाइन किया जा सकता है। आप भी कसुती साड़ियों को अपनी पसंद के हिसाब से खरीद सकती हैं और किसी खास मौके पर कैरी कर सकती हैं।
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इन साड़ियों के अलावा भी कर्नाटक में सिल्क, कॉटन से बनी साड़ियां भी काफी प्रचलित हैं। उम्मीद है कि यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा। इसी तरह की अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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