स्‍टार किड्स को देखकर अपने बच्‍चे को फैशनेबल बनाने की ये गलती आप ना करें

आजकल के पेरेंट्स स्‍टार किड्स के फोटोशूट देखकर अपने बच्‍चों को भी उसी फैशन में ढाल देते हैं, लेकिन यह कितना सही है आइए जानें।

  • Pooja Sinha
  • Her Zindagi Editorial
  • Updated - 2017-10-09, 16:09 IST
aishwarya and aradhya main

फैशन के इस दौड़ में जब सारी दुनिया दीवानी हो रही है, तो ऐसे में भला पेरेंट्स अपने बच्‍चों को पीछे कैसे रहने दे सकते हैं। हालांकि इसमें कुछ गलत भी नहीं हैं, लेकिन आजकल के पेरेंट्स स्‍टार किड्स के फोटोशूट को देखकर अपने बच्‍चों को फैशन में ऐसे ढाल देते हैं जिससे बच्‍चा कम उम्र में ही बड़ा दिखने लगता है। एक्‍सपर्ट का कहना है कि पेरेंट्स को अपने बच्‍चों को ऐसे तैयार करने से बचना चाहिए। वह यंग हैं और उनकी मासूमियत को बरकरार रखा जाना चाहिए।

मैनेजिंग डायरेक्‍टर और सीईओ शरद वेन्‍कटा और टॉय रिटेलर टून्ज़ रिटेल और चिल्ड्रनवियर क्रैनबेरी क्लब के अन्‍य ब्रांड के सीईओ करण जैन ने बच्‍चों को कपड़े पहनाते और फैशन करते समय कुछ चीजों को ध्‍यान में रखने के लिए कहा है। आइए जानें क्‍या हैं वह टिप्‍स?

अच्‍छी क्‍वालिटी

बच्‍चों को फैशनेबल बनाने के चक्‍कर में हम कपड़े की क्‍वालिटी पर ध्‍यान ही नहीं देते। लेकिन खराब क्‍वालिटी के कपड़ों से हेल्‍थ से जुड़ी प्रॉब्‍लम्‍स जैसे रैशेज और स्क्रैचेस हो सकते हैं। इसलिए कपड़े चाहे कॉटन के हो या सिंथेटिक, सुंदर होने के साथ-साथ अच्‍छी क्वालिटी के भी होने चाहिए।

भरोसेमंद ब्रांड के कपड़े

कभी-कभी कपड़ों को डाई करते समय ऐसे केमिकल का इस्‍तेमाल किया जाता है, जो बच्‍चों के लिए काफी हानिकारक हो सकता हैं। इसलिए बच्‍चों के लिए हमेशा भरोसेमंद ब्रांड और रिसर्च टेस्‍ट वाले कपड़े ही अच्‍छे रहते हैं।

हैवी कपड़ों से बचाएं

बर्थडे, शादियों या स्‍पेशल occasion पर पेरेंट्स खुद तो हैवी कपड़े पहनते ही हैं, साथ ही स्‍टार किड्स की तरह अपने बच्‍चों को भी सीक्विन्स और मोती वाले हैवी कपड़े पहनाना पसंद करते हैं। लेकिन ध्‍यान रहें कि ऐसे कपड़े चुभने वाले नहीं होने चाहिए।

डबल मीनिंग कार्टून वाले कपड़े

बच्‍चों का दिमाग बहुत तेज होता है, इसलिए यह बहुत जरूरी हैं कि उन्‍हें गलत या डबल meaning शब्‍दों वाले कपड़ों को पहनाने से बचें। इससे उनके मन पर बुरा असर पड़ सकता हैं। इसके अलावा पेरेंट्स को अपने बच्‍चों को बहुत ज्‍यादा एक्सेसरीज से भी नहीं लादना चाहिए।

दो बच्‍चों को एक जैसा तैयार करना

पेरेंट्स को लगता हैं कि अगर उनके दो बच्‍चे हैं तो दोनों बच्‍चों को एक जैसा तैयार करें ताकि वह भाई-बहन लगे। लेकिन भाई-बहनों के मामले में, यह जरूरी नहीं है कि वे हमेशा सभी पार्टियों और आउटिंग्स में जुड़वां की तरह दिखें। लेकिन दोनों में फैशन की अलग-अलग संवेदनशीलता हो सकती है और हो सकता है कि वह अपने टेस्‍ट के अनुसार तैयार होना चाहे।

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