सही तवा-कढ़ाई है शरीर के लिए बहुत फायदेमंद, रुजुता दिवेकर से जानिए हीमोग्लोबिन बढ़ाने की टिप्स

अगर आप हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रहे हैं तो ये जरूरी है कि आप अपने खाने के साथ-साथ अपने बर्तनों का भी ध्यान रखें। 

rujuta tips for iron kadhai

स्वास्थ्य और सेहत के लिए हम बहुत कुछ करते हैं। हेल्दी लाइफस्टाइल जीना, बेहतर खाना, एक्सरसाइज आदि करना जैसी हर बात का ध्यान अगर आप रखते हैं तो आपको इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि आप किस तरह के बर्तनों में खाना खा रहे हैं और किस तरह के बर्तनों में खाना पकाया जा रहा है। खाना खाने और पकाने को लेकर कई तरह के नियम फॉलो किए जाते हैं, लेकिन अगर आपको आयरन की कमी है तो सबसे बेहतर आयरन की कढ़ाई या तवा साबित हो सकते हैं।

सेलेब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने ये बताया है कि किस तरह से हमारे घर में मौजूद बर्तन भी हमारे स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। उन्होंने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि लोहे के तवे, कढ़ाई और करछी को वापस लाना हीमोग्लोबिन बढ़ाने का एक सबसे आसान और अच्छा तरीका हो सकता है।

रुजुता दिवेकर के हिसाब से लोहे की कढ़ाई, तवा या करछी कर सकती है ये काम-

आयरन लेवल जैसे ही शरीर में बढ़ता है वैसे हीहीमोग्लोबिन लेवल भी बढ़ जाता है। हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ने से ये समस्याएं खत्म होती हैं। हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में खून के जरिए लंग्स तक ऑक्सीजन को पहुंचाता है। हीमोग्लोबिन की कमी से रेड ब्लड सेल्स कम होते हैं और इससे अनीमिया हो सकता है जो अन्य कई शारीरिक बीमारियों जैसे दिल की बीमारी, हेयर लॉस, सांस फूलना आदि का कारण बन सकता है। इन सभी समस्याओं की जड़ होती है माइक्रो न्यूट्रिएंट इनसफिशिएंसी और अहम तौर पर हीमोग्लोबिन का कम होना।

iron kadhai with work

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लोहे के बर्तन इस्तेमाल करते समय रखें ध्यान-

लोहे के बर्तन इस्तेमाल करते समय हमें ये ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप खट्टी चीज़ें बना रहे हैं तो फिर लोहे की कढ़ाई का इस्तेमाल न करें। अन्य सभी चीज़ों के लिए लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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शरीर में होमोग्लोबिन सही होने के क्या हैं फायदे?

- अगर आपके शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल सही रहता है तो इससे ऑक्सीजन की मात्रा भी दिमाग तक सही पहुंचती है।

- कम हीमोग्लोबिन लेवल के कारण आपका दैनिक वर्कआउट ठीक से नहीं हो पाता है।

- कम हीमोग्लोबिन लेवल से आप थका हुआ और अटपटा सा महसूस कर सकते हैं और यही नहीं हीमोग्लोबिन लेवल को मानसिक स्वास्थ्य से भी जोड़कर देखा जा सकता है।

- अगर आप IVF आदि के लिए ट्राई कर रहे हैं या फिर इरिटेबल बावल सिंड्रोम, डायबिटीज, पीसीओडी आदि से पीड़ित हैं तो हीमोग्लोबिन लेवल एक बड़ी समस्या बन सकता है।

- हीमोग्लोबिन लेवल हेयर लॉस को भी कम कर सकता है और बालों को लंबा बना सकता है।

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तो ये सब फायदे जब आप जान ही गए हैं तो वापस से आयरन कढ़ाई को अपने किचन का हिस्सा बनाएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

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