आमतौर पर अपने खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए महिलाएं तरह-तरह के इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल करती हैं। हालांकि, हर तरह के इंग्रीडिएंट का अपना एक अलग स्वास्थ्य प्रभाव होता है। इन्हीं में से एक है सोया सॉस। अमूमन चाइनीज फूड आइटम में सोया सॉस को प्रमुखता से शामिल किया जाता है।
हालांकि, यह माना जाता है कि अजीनोमोटो की ही तरह सोया सॉस भी सेहत के लिए हानिकारक होता है। जबकि इसके अपने स्वास्थ्य प्रभाव होते हैं। मसलन, सोया सॉस का सेवन सेहत के लिए लाभदायक भी होता है और इससे कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। तो चलिए इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि सोया सॉस का सेवन आपकी सेहत पर किस तरह प्रभाव डाल सकता है-
सोया सॉस के लाभ
- अगर सीमित मात्रा में सोया सॉस का सेवन किया जाए तो इससे आपको कई तरह के लाभ मिल सकते हैं। मसलन-
- सोया सॉस के फरमेंटेशन के लिए सूक्ष्मजीवों में प्रोबायोटिक गुण पाया जाता है। जिसके कारण यह पाचन में मददगार है। इतना ही नहीं, सोया सॉस में मौजूद पॉलीफेनोल्स भोजन के पाचन में मददगार है।
- सोया सॉस में एंटी-एलर्जी गुण भी पाए जाते हैं, जिसके कारण यह कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से होने वाली एलर्जी को दूर करने में सहायक है।
- आपको शायद पता ना हो, लेकिन सोया सॉस में एंटी-ट्यूमरजेनिक और एंटी-म्यूटाजेनिक प्रभाव होते हैं, जो ट्यूमर को काफी कम कर सकते हैं। हालांकि, इसका अर्थ यह नहीं है कि आप नियमित रूप से इसका सेवन अधिक मात्रा में करने लग जाएं।
- सोया सॉस में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं। जिसके कारण यह आपके शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। (सोया मिल्क पीने के फायदे-नुकसान)
सोया सॉस के नुकसान
सोया सॉस का अधिक सेवन कई तरह से आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। मसलन-
- सोया सॉस में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिसके कारण इसका अधिक सेवन उच्च रक्तचाप की समस्या को गंभीर बना सकता है। हालांकि, यह टेबल नमक की तुलना में सोडियम में कम है।
- सोया सॉस में गेहूं और ग्लूटेन होता है। यदि आपको गेहूं से एलर्जी है या आपको सीलिएक रोग है, तो ऐसे में आपको ग्लूटन फ्री सोया सॉस का सेवन करने पर विचार करना चाहिए।
- कमर्शियल सोया सॉस में उच्च मात्रा में फाइटेट होते हैं जो आपके शरीर में खनिजों के अवशोषण को अवरुद्ध करता हैं।
- सोया सॉस के स्वाद को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त एमएसजी भी मिलाया जाता है। जिसके कारण इसके अधिक सेवन से आपको मेटाबॉलिक डिसऑर्डर, प्रजनन अंगों पर हानिकारक प्रभाव, मतली, सिरदर्द और मोटापे की समस्या हो सकती है।
- चूंकि सोया सॉस में हिस्टामाइन की उपस्थिति होती है, जिसके कारण व्यक्ति को कभी-कभी चकत्ते, पेट की समस्या, पसीना, सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप सोया सॉस को अपनी डाइट का हिस्सा बना रही हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए-
- सोया सॉस का सेवन एक लिमिट में ही करें। आप एक चम्मच सोया सॉस का सेवन आसानी से कर सकते हैं।
- अगर आप इसके नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहती हैं तो ऐसे में आप घर पर ही सोया सॉस बनाने का विचार करें। यह अधिक स्वस्थ व सुरक्षित विकल्प माना जाता है।
तो अब आप भी सोया सॉस का सेवन कर सकते हैं, लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही लें। साथ ही, इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाने से पहले एक बार डायटीशियन की सलाह अवश्य लें।
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Image Credit- freepik
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