मुझे मीठा खाना बेहद पसंद है इसलिए इसे छोड़ने के बारे में मैं सोच भी नहीं सकती हूं। लेकिन कोरोना वायरस के कारण वॉकिंग और जिम में जाकर एक्सरसाइज न करने और मीठा खाने के चक्कर में मेरा वजन काफी बढ़ गया है। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं? क्योंकि बढ़ता वजन सुंदरता खराब करने के साथ-साथ कई हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण भी बन सकता है। मेरे लिए वजन का बढ़ना खासतौर पर अच्छा नहीं है क्योंकि इससे मेरे जोड़ों पर असर पड़ता है और उनमें दर्द होने लगता है। ऐसे में मैंने एक दिन इंटरनेट पर पड़ा कि डाइट में चीनी कम करने से वजन को तेजी से कम होता है और स्किन को ग्लोइंग बनाने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द की समस्या भी ठीक हो जाती है। मैंने ऐसा ही किया और मुझे कुछ ही दिनों में खुद में बदलाव महसूस हुआ। आप भी डाइट में चीनी को कम करके हेल्थ से जुड़े फायदे पा सकती हैं। आइए जानें चीनी छोड़ने से हेल्थ को कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं।
चीनी नेचुरल रूप से बहुत सारे फूड्स जैसे फल, सब्जियां, दूध, पनीर और यहां तक कि अनाज भी होती है। लेकिन निर्माता आइसक्रीम, कुकीज़, कैंडी, और सोडा जैसे प्रसंस्कृत और पहले से तैयार फूड्स में चीनी और सिरप के विभिन्न रूपों को शामिल करते हैं। साथ ही साथ केचप, स्पेगेटी सॉस, दही, ब्रेड और सलाद ड्रेसिंग जैसे कम स्पष्ट प्रोडक्ट के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
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नेचुरल बनाम मिलाई गई चीनी
नेचुरल शुगर्स होल फूड्स में होती हैं जैसे लगभग 1 सेब में लगभग 20 ग्राम शुगर होती है। लेकिन इसमें आपके शरीर को पोषण देने के लिए विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं। एक सेब में मौजूद फाइबर आपकी भूख को संतुष्ट करते हैं और आपके शरीर को फल से चीनी को धीरे-धीरे अवशोषित करने में मदद करत है। एडेड शुगर बिना पोषण वाली अतिरिक्त कैलोरी है। इसमें सिर्फ कैलोरी होती है जो वजन बढ़ाने के साथ ही अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
वेट लॉस
बहुत अधिक कैलोरी वजन बढ़ने का कारण होती है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है वह कहां से आई है। साथ ही आपकी डाइट में शामिल बहुत सारी चीनी से आप दिनभर में ज्यादा खा लेते हैं। उन खाली कैलोरी को कुछ को कुछ होल फूड्स के साथ बदलें और आप जल्द ही भरा हुआ महसूस करेंगे और ज्यादा खाने की आशंका कम होगी।
ट्राइग्लिसराइड्स होता है कम
अगर आपका वजन ज्यादा होता है तो ब्लड में फैट का एक प्रकार ट्राइग्लिसराइड्स सहित हाई कोलेस्ट्रॉल होने की अधिक आशंका अधिक होती है। एक्स्ट्रा चीनी को कम करें। इससे कैलोरी और बॉडी वेट कम होता है और कोलेस्ट्रॉल में सुधार होता है।
स्किन पर आता है ग्लो
ज्यादा शुगर का सेवन हेल्थ के लिए हानिकारक होता है। चीनी से त्वचा के टिश्यू टूटते हैं। इसकी वजह से पिंपल बढ़ते हैं, और साथ ही चेहरे पर झुर्रियां भी पड़ सकती हैं। साथ ही ग्लिकेशन के प्रोसेस में चीनी, त्वचा और बॉडी के अन्य भागों में मौजूद कोलेजन से जुड़ा रहता है। ये सूजन का कारण बनता है और कोलोजन और इलास्टिन के प्रभाव को कम करता है। ये प्रोटीन स्किन को जवां रखने में हेल्प करता है। जब ये प्रोटीन अच्छे से काम नही करते तब स्किन का ग्लो खत्म होने लगता है और स्किन बेजान नजर आने लगती है। लेकिन चीनी कम करने से चेेेेेहरे पर ग्लो आने लगता है।
बीमारियों का खतरा
जिन लोगों की डाइट में चीनी ज्यादा होती है, उनमें डायबिटीज, दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, लिवर की बीमारी और अन्य गंभीर बीमारियां होने की आशंका अधिक होती है। अगर आप कम चीनी खाते हैं तो आप इन समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
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हार्ट डिजीज का खतरा होता है कम
हाई ट्राइग्लिसराइड्स हार्ट डिजीज के खतरे को बढ़ाता है। चीनी के कम सेवन से उस लेवल को कम करता है और वजन बढ़ने और हृदय रोग से जुड़े फैट बिल्डअप को रोकने में मदद करता है। अगर आपको जोड़ी हुई चीनी से कैलोरी का 20% अधिक लेते है, भले ही आपका हेल्दी वजन पर हो, इसे कम करने से हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
हेल्दी दांत
चीनी आपके मुंह में पनपने वाले बैक्टीरिया के लिए प्राथमिक फूड स्रोत है और दांतों की सड़न का कारण बनते हैं। यह कैविटी और अधिक गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है। अगर आप हर दिन ब्रश और फ्लॉस नहीं करते है तो यह और भी बुरा हो सकता है।
वजन कम करने और ग्लोइंग स्किन के साथ-साथ इन 5 हेल्थ प्रॉब्लम्स को कम करने के लिए अपनी डाइट में शुगर को कम कर दें। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
Image Credit: Freepik.com
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