यह तो हम सभी जानते हैं कि खाने का सिर्फ सेहत से कनेक्शन नहीं होता है, बल्कि यह हमारे मूड से भी जुड़ा है। आपने अक्सर यह नोटिस किया होगा कि जब भी आप लो फील करते हैं या फिर खुद को तनावग्रस्त महसूस करते हैं, तो खास तरह के फूड्स को खाने की क्रेविंग्स काफी हद तक बढ़ जाती है।
ठीक इसी तरह, आप जो भी खाते हैं, उसका सीधा असर हमारे मन-मस्तिष्क पर पड़ता है। इसलिए, अपने खाने की च्वॉइस को लेकर हमें अधिक सतर्क रहना पड़ता है। खासतौर से, अगर आप किसी खास तरह की समस्या जैसे एंग्जाइटी या डिप्रेशन आदि से जूझ रहे हैं, तो ऐसे में आपका भोजन आपके मानसिक अवसाद को कम या अधिक कर सकता है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन रितु पुरी आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बता रही हैं, जिसका सेवन एंग्जाइटी या अवसाद से जूझ रहे व्यक्ति को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए-
अल्कोहल
अगर आप डिप्रेशन या एंग्जाइटी की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको अल्कोहल का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। दरअसल, ऐसे व्यक्तियों के लिए यह बेहद आवश्यक होता है कि उनका सेंट्रल नर्वस सिस्टम सही तरह से काम करें, लेकिन जब आप अल्कोहल का सेवन करते हैं, तो इससे आपका नर्वस सिस्टम भ्रमित होता है। जिससे उसे सही तरह से काम करने में समस्या होती है। यह भी देखा जाता है कि डिप्रेशन में व्यक्ति अल्कोहल का बहुत अधिक सेवन करते हैं, जिससे उन्हें समस्या होती है।
यहां आपको यह भी जानना चाहिए कि सेंट्रल नर्वस सिस्टम आपके इमोशन्स को रेग्युलेट करने में भी मददगार होता है। लेकिन अल्कोहल के सेवन से जब आपका सेंट्रल नर्वस सिस्टम सही काम नहीं करता है, तो इससे आपकी डिप्रेशन की समस्या और भी अधिक बढ़ जाती है।
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कैफीन
चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक या फिर एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन पाया जाता है। डिप्रेशन के रोगियों को इसका सेवन कम से कम करने की सलाह दी जाती है। खासतौर से, सोने से कम से कम तीन घंटे पहले तक आपको कैफीन का सेवन ना करें। अगर आप ऐसा करते हैं, तो इससे आपकी नींद डिस्टर्ब होती है। एंग्जाइटी व डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों को अच्छी नींद लेना बेहद आवश्यक होता है, ताकि वह रिलैक्स कर सकें और उनका नर्वस सिस्टम अच्छी तरह काम कर पाए।
रिफाइंड शुगर से करें तौबा
डिप्रेशन के रोगियो को रिफाइंड प्रोडक्ट्स जैसे मैदा, व्हाइट ब्रेड, बर्गर, पिज्जा, चाऊमीन व शुगरी फूड जैसे चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक्स आदि को भी कम से कम खाना चाहिए। यह ऐसे प्रोडक्ट्स होते हैं, जो आपको एकदम से एनर्जी प्रदान करते हैं और फिर उसे एकदम से एनर्जी को ड्रॉप कर देते हैं।
यह प्रक्रिया डिप्रेशन रोगियों के लिए अच्छी नहीं मानी जाती। एंग्जाइटी व डिप्रेशन के मरीजों के लिए जरूरी है कि उनका माइंड शांत रहे और इस तरह एनर्जी का उतार-चढ़ाव उन्हें परेशान कर सकता है। वहीं, इससे उनके वजन बढ़ने की समस्या भी काफी बढ़ जाती है।
हाई सोडियम फूड
चिप्स, केक, पेस्ट्री, बेक्ड आइटम व पैक्ड फूड आदि का अधिक सेवन आपके लिए परेशानी भरा हो सकता है। सोडियम की अधिकता हार्ट रिस्क को बढ़ाता है। साथ ही, यह आपके साइकोलॉजिकल हेल्थ के लिए भी अच्छा नहीं है। इतना ही नहीं, डिप्रेशन व एंग्जाइटी के रोगी कुछ दवाईयों का सेवन करते हैं, जो वजन बढ़ाती हैं।
ऐसे में अगर वह हाई सोडियम फूड का सेवनकरते हैं, तो इससे बॉडी में वाटर रिटेंशन काफी बढ़ जाता है। जिससे आप और भी अधिक मोटे नजर आने लगते हैं। ऐसे में आपकी एंग्जाइटी व डिप्रेशन की समस्या और भी अधिक बढ़ने की संभावना हो जाती है।
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Image Credit- freepik
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