चावल हमारे खाने का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा होता है और चावल का इस्तेमाल हम कई तरह से कर सकते हैं। भारत के कई हिस्सों में तो चावल स्टेपल डाइट है और बिना इसके खाना पूरा ही नहीं होता है, लेकिन एक बात जो कई लोग नहीं जानते वो ये है कि भारत में किसी एक तरह का नहीं बल्कि कई तरह का चावल मिलता है जो अलग-अलग काम के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
कई लोगों को लगता है कि हम जब चावल की अलग-अलग वैरायटी की बात कर रहे हैं तो वो सफेद चावल की ही वेराइटी है जिसमें मोगरा राइस, बासमती राइस, टुकड़ा राइज शामिल है, लेकिन ऐसा नहीं है। कुछ समय से डाइटिंग और वेट लॉस के साथ फिटनेस के चलते लोगों ने ब्राउन राइस के बारे में जानना भी शुरू कर दिया है, लेकिन इसके अलावा भी अलग-अलग तरह के चावल होते हैं।
डायटीशियन और होलिस्टिक न्यूट्रिशनिस्ट और डाइट पोडियम की फाउंडर शिखा महाजन से हमने बात की और इस बारे में और जानने की कोशिश की। शिखा जी के मुताबिक चार मुख्य तरह के चावल होते हैं जिनकी जानकारी आपको लेनी चाहिए।
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ब्राउन राइस को सबसे हेल्दी राइज माना जाता है। क्योंकि इसकी आउटर लेयर बची रहती है इसलिए इसका टेक्सचर ज्यादा चिपचिपा होता है जिसे चबाना ज्यादा पड़ता है। इसी के साथ इसका फ्लेवर नट्स जैसा होता है। इसका रंग ब्राउन इसलिए होता है क्योंकि इसकी आउटर ब्रान लेयर को बचाकर रखा जाता है और साथ ही साथ इसकी जर्म लेयर भी इसमें मौजूद रहती है।
यही कारण है कि इसे हेल्दी माना जाता है क्योंकि इसमें बहुत सारे विटामिन और मिनरल्स होते हैं। इसमें थियामाइन (thiamine) नामक मिनरल भी होता है जो आपके नर्वस सिस्टम के लिए काफी अच्छा होता है। इसी के साथ, ये मसल्स, दिल और अन्य जरूरी ऑर्गन का ख्याल रख सकता है। आपको बताते चलें कि इसमें सफेद चावल की तरह की कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। तो अगर आपको लगता है कि सफेद चावल की तुलना में ब्राउन राइस में कैलोरी कम होती है तो ये एक भ्रांति है।
ये चावल नॉर्मल से ज्यादा महंगा आता है और इसे ढूंढना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। रेड राइज में एक एंटीऑक्सीडेंट होता है जिसे anthocyanins कहा जाता है। ये एंटीऑक्सीडेंट गहरे पर्पल या गहरे लाल रंग के फलों और सब्जियों में होता है। यही एंटीऑक्सीडेंट इसे लाल रंग देता है। ये केमिकल काफी हेल्दी खूबियों के साथ आता है और ये चावल आपकी दैनिक फाइबर और आयरन की जरूरतों को पूरा कर सकता है।
ये चावल उन लोगों के लिए काफी अच्छा हो सकता है जिन्हें वजन कम करना है क्योंकि इसमें ऐसी खूबियां होती हैं जिनसे लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। ये धीमें डाइजेस्ट होते हैं।
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सबसे कॉमन तरह का चावल जो हमारे घरों में मिलता है वो व्हाइट राइज ही होता है। ये सबसे ज्यादा खाया जाता है हालांकि, इसे सबसे अनहेल्दी चावल भी माना जा सकता है क्योंकि ये बहुत ज्यादा रिफाइंड होता है और ये अपने जरूरी मिनरल्स जैसे विटामिन-B और थियामाइन को लूज कर देता है।
ब्लैक राइज का इस्तेमाल कई एशियन फूड्स में होता है और चाइनीज खाने में तो इसे बहुत ज्यादा खाया जाता है। शुरुआत में इसे सिर्फ राजघराने के लोग ही खा सकते थे। ये अब वैसे तो हर जगह मिलता है, लेकिन फिर भी ये महंगा होता है और इसकी खूबियां भी अलग होती हैं।
हर तरह के चावल के अपने अलग फायदे हैं, लेकिन ये जरूरी नहीं है कि किसी एक को कोई एक चीज़ अच्छी लग रही है या उसे लिए वो हेल्दी है तो आपके लिए भी होगी। अपनी डाइट में कोई जरूरी बदलाव करने से पहले एक बार अपनी हेल्थ रिपोर्ट के साथ डॉक्टर से बात करना सही होगा।
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