क्या आपका नए साल का संकल्प वजन घटाना है?
और
इसके लिए आप डाइट की तलाश कर रही हैं?
लेकिन
आप बहुत ज्यादा कंफ्यूज हैं? कहीं डाइट के चक्कर में हेल्थ खराब ना हो जाए।
तो परेशान ना हो क्योंकि आप डैश डाइट से अपना वजन कम कर सकती हैं। जी हां वेट लॉस के साथ-साथ बॉडी को हेल्दी रखने के लिए हमेशा हेल्दी फूड खाना चाहिए। डैश डाइट की हेल्प से आप ऐसा कर सकती हैं। इससे आप जल्दी वजन कम करने के साथ बॉडी को हेल्दी रखकर बीमारियों से दूर रह सकती हैं।
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वेट लॉस के लिए एक्सरसाइज के साथ अपनी डाइट पर भी ध्यान रखना होता है। अगर आप अपने खाने को कुछ भागों में बांट लेती हैं तो इससे वेट लॉस करने में आसानी होती है। इसी तरह डैश डाइट प्लान है जो वेट लॉस में मदद करने के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर कई बीमारियों को रोकने में करता है। यह वेट लॉस में काफी प्रभावी है। आइए आपको डैश डाइट के बारे में जानते है जिससे आप आसानी से वेट लॉस कर सकती हैं।
क्या है डैश डाइट?
ये एक साधारण डाइट की तरह ही है जिसमें शुगर, फैट और जंक फूड को कंट्रोल करके डाइट में फल, सब्जियां, नट्स, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट, मछली, बीन्स आदि को शामिल किया जाता है। इसके अलावा डैश डाइट में नमक और कम ऑयली फूड को लिया जाता है जिससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सकें। डैश डाइट प्लान में आपको रोजाना सिर्फ 1500-2300 मिलीग्राम सोडियम ही लेना होता है। जी हां डैश डाइट दो तरह की होती है, स्टैंडर्ड डैश डाइट: इसमें रोजाना 2300 मिलीग्राम तक सोडियम लेना होता है और दूसरी लोअर सोडियम डैश डाइट। जिसमें आपको रोजाना 1500 मिलीग्राम तक सोडियम लेना होता है। यानि डैश डाइट प्लान वजन कम करने के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी काफी मददगार होता है।
डैश डाइट के दौरान इन बातों का ध्यान रखें
- अगर आप वजन कम करने के लिए डैश डाइट प्लान को फॉलो कर रहे हैं तो जितनी एनर्जी आपको खाने से मिलती है उससे अधिक एनर्जी बर्न करनी होगी।
- अपने रोजाना के कैलोरी पर ध्यान दें और शुगर और सोडियम से भरपूर चीजों से दूर बनाकर रखें।
- अपने एक्टिविटी लेवल को जांचें, और जानें कि आपकी एक्टिविटी वेट लॉस करने में कितनी हेल्प कर रही है यानि आप कितना चलती हैं कितनी फिजिकल एक्टिविटी करती हैं।
- इस डाइट को फॉलो करते समय सोडा, पिज्जा, साल्टेड नट्स, एनर्जी ड्रिंक और बहुत ज्यादा नमक वाली चीजों को खाने से बचना चाहिए।
- हर हफ्ते में अपना वेट चैक करें।
एनएचएलबीआई यानि नेशनल हार्ट लंग एंड ब्लड इंस्टीट्यूट के अनुसार, डैश डाइट का उद्देश्य रोजाना इन पोषक तत्वों को इतनी मात्रा में शामिल करना है:
- कुल फैट कैलोरी का 27 प्रतिशत
- सैचुरेटेड फैट 6 प्रतिशत या उससे कम
- प्रोटीन 18 प्रतिशत
- कार्बोहाइड्रेट 55 प्रतिशत
- फाइबर 30 ग्राम या उससे ज्यादा
डैश डाइट प्लान
- सुबह यानि उठने के बाद -1 चम्मच भीगी हुई मेथी खाएं।
- सुबह नाश्ते के समय- 1 अंडा, 1 गिलास शुगर फ्री जूस और एक ब्राउन ब्रेड खाएं।
- सुबह के नाश्ते के बाद- 1 केला और 1 गिलास जूस।
- लंच- लंच में प्रोटीन या मशरुम, बीन्स सलाद लें। आप इस सलाद में ऑलिव ऑयल और फ्लैक्स सीड भी मिला सकती हैं।
- शाम के समय खाए जाने वाला स्नैक्स- 1 कप ग्रीन टी और 15 पिस्ते या एक बाउल गाजर।
- रात का खाना- ग्रिल्ड या बेक करी हुई फिश सब्जियों के साथ या 1 बाउल सब्जियों के साथ फलियां, 1 पीटा ब्रेड।
डैश डाइट के अन्य फायदे
- वेट लॉस और बीपी को कंट्रोल करने के अलावा आप डैश डाइट से कैंसर के खतरे को भी कम कर सकती हैं। जी हां डैश डाइट कई तरह के कैंसर जैसे ब्रेस्ट और कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम करता है।
- मेटाबॉलिक सिंड्रोम के जोखिम को भी कम करती है। डैश डाइट मेटाबॉलिक सिंड्रोम के जोखिम को 81 प्रतिशत तक कम कर देती है।
- डैश डाइट डायबिटीज के जोखिम को भी कम करता है। डाइट टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम से जुड़ा होता है। कुछ अध्ययन दर्शाते हैं कि यह इंसुलिन प्रतिरोध में भी सुधार कर सकता है।
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