डायबिटीज भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपने पैर पसार रही है। अधिकतर इस्तेमाल होने वाले रिफाइंड फूड्स और खराब लाइफस्टाइल को इसकी वजह माना जा सकता है। किसी डायबिटीज के मरीज के लिए अपनी क्रेविंग्स को कंट्रोल करना काफी मुश्किल हो जाता है और ऐसे में सिर्फ शक्कर ही नहीं कई बार आपका डॉक्टर आपको मीठे फल, चावल और ब्रेड आदि भी खाने को मना कर देता है।
पर ऐसे में उन लोगों को बहुत समस्या होती है जिन्हें चावल खाने का शौक होता है। मिस इंडिया कंटेस्टेंट्स को ट्रेनिंग देने वाली एक्सपर्ट डायटीशियन अंजली मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस समस्या से निजात पाने के कुछ तरीके शेयर किए हैं। अंजली लगभग 20 सालों से इसी फील्ड में काम कर रही हैं और वो डाइट टिप्स एक्सपर्ट भी हैं।
क्यों होती है डायबिटीज में चावल खाने की क्रेविंग?
अगर कोई इंसान शुगर की बीमारी से पीड़ित है तो आपको चावल खाने की क्रेविंग हो सकती है। ऐसा कार्बोहाइड्रेट्स की वजह से होता है क्योंकि डायबिटीज का मरीज कार्बोहाइड्रेट्स की क्रेविंग्स से ही परेशान रहता है। ऐसा हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण होता है।
डायबिटीज के मरीज को हमेशा चावल खाने से रोका जाता है क्योंकि शक्कर और चावल दोनों ही उनके शरीर में शुगर कंटेंट बढ़ा सकते हैं। ऐसे में अगर आपको चावल खाने की क्रेविंग हो रही हैं तो आप ऐसी चीज़ों को चुनें जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो।
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क्या होता है GI (ग्लाइसेमिक इंडेक्स)?
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वह पैमाना है जो बताता है कि कोई खास खाद्य पदार्थ कितनी तेजी से और कितनी मात्रा में शरीर में शुगर को बढ़ाता है। अगर देखा जाए तो डायबिटिक मरीज को हमेशा कम GI वाला खाना खाना चाहिए क्योंकि इससे उनका ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रहेगा।
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कौन से हो सकते हैं कम GI वाले ऑप्शन?
अगर बात चावल की हो रही है तो अंजली जी ने ये भी बताया है कि वो कौन से ऑप्शन हो सकते हैं जो कम GI वाले होते हैं और चावल की जगह खाए जा सकते हैं।
- होल मिलेट्स (साबुत बाजरा) - GI 54-68
- बार्ले (जौ)- GI 25
- रोज़ माटा राइस - GI 36
- बैम्बू राइस- GI 20
बताए गए दोनों चावल थोड़े महंगे आते हैं, लेकिन आपकी क्रेविंग्स और नॉर्मल हेल्थ के हिसाब से ये काफी अच्छे हो सकते हैं।
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क्या ब्राउन राइस खाया जा सकता है?
अंजली जी के मुताबिक आप ब्राउन राइस भी खा सकते हैं, लेकिन उसे रोजाना खाना और पेट भर खाना सही नहीं होगा। उनके मुताबिक आपको ज्वार की रोटी खानी चाहिए क्योंकि ये ग्लूटेन फ्री और कार्ब्स फ्री होती है और साथ ही साथ आपको जल्दी भूख नहीं लगने देती। इसके साथ ही आप खाना खाते समय थोड़ा सा ब्राउन राइस ले सकते हैं।
हां, अगर आप सिर्फ चावल खा रहे हैं तो इसे रोजाना नहीं खाना है इसे हफ्ते में दो-तीन बार ही खाना है।
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डायबिटीज के कारण बहुत ज्यादा क्रेविंग्स होती हैं और आपको ध्यान देना है कि किसी भी वजह से अपनी डाइट से ज्यादा नहीं खाना है। आपका डॉक्टर आपको ये सजेस्ट करेगा कि क्या खाना है और क्या नहीं। डायबिटीज से भारत में हर चौथा इंसान पीड़ित है और इसे आम समझना हमारी गलती हो सकती है। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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