हाइपरटेंशन को कम करते हैं ये 5 आयुर्वेदिक फूड्स

एक्‍सपर्ट के बताए इन 5 आयुर्वेदिक फूड्स को रूटीन में शामिल करके ब्लड प्रेशर को अच्‍छे तरीके से मैनेज किया जा सकता है।

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हाइपरटेंशन भारत में एक प्रमुख हेल्‍थ प्रॉब्‍लम है। संभावना है, आप निश्चित रूप से अपने किसी करीबी को जानते होंगे, जो हाइपरटेंशन की समस्‍या से परेशान है और इसे कम करने की उपायों की खोज में हैं। इसलिए आज हम आपको हाइपरटेंशन को कम करने वाले टिप्‍स के बारे में बता रहे हैं।

इसकी जानकारी आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट डॉ दीक्सा भावसार ने इंस्टाग्राम पर शेयर की है। इन 5 फूड्स को रूटीन में शामिल करके ब्लड प्रेशर को आयुर्वेदिक तरीके से मैनेज किया जा सकता है। लेकिन सबसे पहले हम हाइपरटेंशन के बारे में जानकारी ले लेते हैं।

हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन या हाई ब्‍लड प्रेशर सबसे आम हेल्‍थ कंडीशन्‍स में से एक है जिसमें आपकी धमनी की दीवारों के खिलाफ ब्‍लड का बल हार्ट डिजीज पैदा करने के लिए बहुत ज्‍यादा होता है। आपका ब्‍लड प्रेशर आपके हार्ट द्वारा पंप किए जाने वाले ब्‍लड की मात्रा और आपकी धमनियों में ब्‍लड फ्लो के प्रतिरोध की मात्रा दोनों से निर्धारित होता है।

आपका हार्ट जितना अधिक ब्‍लड पंप करेगा और आपकी धमनियां जितनी संकरी होंगी, आपका ब्‍लड प्रेशर उतना ही अधिक होगा। हालांकि, हाइपरटेंशन के विशेष लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ में सिरदर्द, सांस की तकलीफ या नाक से ब्‍लड आना शामिल हो सकते हैं।

कुछ मामलों में, हाइपरटेंशन में संकेत और लक्षण नहीं होते हैं, भले ही ब्‍लड प्रेशर काफी हाई लेवल तक पहुंच गया हो। आयुर्वेद प्राचीन विज्ञान ने हमें कुछ नेचुरल उपचार प्रदान किए हैं जो हाइपरटेंशन को स्थिर करने और आपके हार्ट को हेल्‍दी रखने में मदद कर सकते हैं। जबकि डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाएं मदद कर सकती हैं, इन सरल आयुर्वेदिक उपचारों को उपयोग में लाया जा सकता है।

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1. काली मिर्च (Black-Pepper forHypertension)

black pepper for hypertension

हो सकता है कि आप इस बात से वाकिफ न हों कि आपकी किचन में मौजूद कोई छोटी सी चीज स्वास्थ्य लाभों की सबसे प्रभावशाली लिस्ट में से एक हो सकती है। जी हां हम काली मिर्च के बारे में बता कर रहे हैं। यह अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली छोटा मसाला है जिसका इस्तेमाल सहस्राब्दियों से बीमारों को ठीक करने के लिए किया जा रहा है।

यह एक मजबूत और तीखा मसाला है। यह शक्ति में गर्म, पचने में हल्का और वात और कफ को संतुलित करता है। कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और हाइपरटेंशन के लिए यह सबसे अच्छा होता है।

उपयोग

  • 1 काली मिर्च को खाली पेट गर्म पानी के साथ लें।

सावधानी

जिन लोगों को हाई पित्त की समस्या है उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करने के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।

2. आंवला (Amla forHypertension)

आंवला में लवण (नमकीन) को छोड़कर सभी स्वाद होते हैं जो इसे हाइपरटेंशन से परेशान लोगों के लिए सबसे अच्छा फल बनाता है।

उपयोग

  • सर्दियों के दौरान (जब वे बाजार में उपलब्ध हों) आंवला को फल के रूप में या जूस के रूप में खाली पेट लें।
  • अन्य मौसम के लिए- आंवला पाउडर या टेबलेट लें (खुराक आपकी कंडीशन पर निर्भर करता है)।

3. लहसुन (Garlic forHypertension)

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इसमें तीखे और वात-कफ को कम करने वाले गुणों के कारण एंटी-हाइपरटेंसिव गुण होते हैं जो शरीर के चैनलों (ब्‍लॉकेज के लिए बेस्‍ट) को साफ करने में मदद करते हैं।

उपयोग

  • रोजाना खाली पेट 1 लहसुन की कली चबाएं।

पित्त प्रकृति के लोग इसे या तो घी में तलें या इसे नाश्ते / दोपहर के भोजन के साथ (और खाली पेट नहीं) लें क्योंकि इसकी प्रकृति गर्म होती है।

4. काली किशमिश (Black raisins forHypertension)

इनमें पोटेशियम होता है जो हाइपरटेंशन को कम करने में मदद करता है।

उपयोग

  • नाश्ते से 25-30 मिनट पहले 5-7 रात भर भिगी हुई किशमिश लें।

5. अर्जुन चाय (Arjun Tea forHypertension)

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अर्जुन सर्वश्रेष्ठ कार्डियो-सुरक्षात्मक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। हेल्‍दी कोलेस्ट्रॉल और ब्‍लड प्रेशर को बनाए रखने में मदद करता है।

उपयोग

  • सोने के समय अर्जुन चाय लें (रात के खाने के 1.5 घंटे बाद) रोजाना लगभग 9:30 बजे।

बनाने का तरीका

  • 1 कप दूध और 1 कप पानी लें, उसमें 1 चम्मच (5 ग्राम) अर्जुन की छाल का पाउडर डालें) और तब तक उबालें जब तक कि पानी वाष्पित न हो जाए।
  • दूध में उबाल आने पर उसमें 1 चुटकी दालचीनी, 1/2 छोटी चम्मच हल्दी और 1 काली मिर्च (कुटी हुई) डाल दीजिए।
  • फिर छानकर अपने दूध पर घूंट-घूंट कर पिएं।

ये केवल सामान्य आयुर्वेदिक सुझाव हैं जो अधिकांश के लिए काम करते हैं, लेकिन जैसा कि हम सभी अद्वितीय हैं, उचित खुराक के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना सबसे अच्छा है। साथ ही इन गुणों को अपने मन-शरीर के प्रकार (प्रकृति) और अपनी बीमारी के अनुसार उपभोग करने का तरीके की जानकारी लेना सही रहता है।

सावधानी

इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने हाइपरटेंशन की दवाओं को लेना बंद कर सकते हैं और रोजाना इन चीजों को लेना शुरू कर सकते हैं। यह तुरंत असर नहीं दिखाते हैं।

अगर आपको भी हेल्‍थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: shutterstock & Freepik

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