हमारी आदतें हमारे शरीर को बनाती और बिगाड़ती हैं। हम क्या कर रहे हैं और क्या खा रहे हैं ये हमारी सेहत और वजन को भी निर्धारित करता है। अगर देखा जाए तो कई लोग छोटी-छोटी आदतों पर ध्यान नहीं देते हैं और ऐसे में उनकी वजह से वजन बढ़ने लगता है। क्या आपने कभी सोचकर देखा है कि इन आदतों में थोड़ा सा बदलाव लाकर भी आप वजन घटाने का अपना लक्ष्य पूरा कर सकते हैं?
आखिर किन आदतों के कारण हमारा वजन बढ़ता है और कैसे लाइफस्टाइल चेंजेस हमें वजन कम करने में मदद मिल सकती है? आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 8 बदलावों का जिक्र किया है तो वजन कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
जब आप वजन कम करते हैं तो वजन दोबारा बढ़ने की गुंजाइश भी ज्यादा रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारी एक्सरसाइज छूट जाती है और मसल मेमोरी इतनी ज्यादा नहीं रहती है कि वो हमारे नए वजन को सस्टेन कर पाए। इसलिए ये जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल से जुड़े कुछ बदलावों का ध्यान रखें। आप इन्हें बदल कर ही समझ जाएंगे कि ये कितना फायदेमंद हो सकता है।
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सबसे पहला बदलाव जो आपको करना है वो ये कि आप रिफाइंड शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें क्योंकि रिफाइंड शुगर आपके लिए काफी अनहेल्दी साबित हो सकती है। साइंटिफिक कारण की बात करें तो सफेद शक्कर सिर्फ कैलोरीज ही होती है और गुड़ में न्यूट्रिशन भी होते हैं। यही कारण है कि आपके लिए गुड़ की जगह शक्कर खाना अच्छा हो सकता है।
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अगर आप वेट लॉस की बात कर रहे हैं तो गुनगुना पानी आपके लिए ज्यादा बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक गुनगुना पानी आपकी आंतों में अग्नि एलिमेंट को बढ़ावा देता है जिससे मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है। ठंडा पानी डाइजेस्ट करने में थोड़ा मुश्किल होता है।
अगर आपको ये परेशानी होती है कि आप लगातार बैठे रहते हैं तो आपका बेली फैट और हिप फैट बहुत बढ़ेगा, लेकिन अगर आप एक्टिव रहना शुरू कर देते हैं तो शरीर के ब्लड सर्कुलेशन से लेकर फ्लेक्सिबिलिटी तक बहुत कुछ बदलेगा। यकीनन एक्सरसाइज करने से वजन कम होता है ये तो नॉर्मल बात है और शुरुआत 5 हज़ार कदम से तो जरूर करें।
हमेशा फलों के रस से ज्यादा बेहतर फलों को खाना होता है क्योंकि फलों का फाइबर लिक्विड होते ही लूज हो जाता है। जब आप फलों को चबाते हैं तब डाइजेशन मुंह से ही शुरू हो जाता है और फाइबर बना रहता है और इसलिए आप सही मात्रा में फल खाते भी हैं और उनके सभी न्यूट्रिएंट्स आपको मिलते हैं।
सुबह का ब्रेकफास्ट और लंच दोनों ही बहुत जरूरी होते हैं और लंच ही एक ऐसा समय है जब आप अच्छा हेवी मील ले सकते हैं। इस समय को आयुर्वेद में पित्त काल कहते हैं और ये समय हेवी मील के लिए सबसे अच्छा होता है क्योंकि मेटाबॉलिज्म भी अच्छा होता है। सुबह के दोनों मील्स को कभी स्किप ना करें।
अगर आपको डिनर लेट करने की आदत है तो अपनी इस आदत को बदलें क्योंकि अगर ऐसा नहीं करेंगे तो मेटाबॉलिज्म कम हो जाएगा और फैट बढ़ेगा साथ ही डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं भी होने लगेंगी। अगर आपको डिनर करना है तो कोशिश करें कि रात में 8 बजे से पहले कर लें।
आपके लिए एक बात समझना जरूरी है कि नींद के समय हमारा शरीर खुद को रीस्टार्ट करता है और साथ ही साथ हमारे सेल्स रिपेयर होते हैं और लिवर डिटॉक्स होता है। अगर आप अपनी नींद को भरपूर नहीं लेंगे तो आपका लिवर भी खुद को डिटॉक्स नहीं कर पाएगा और ऐसे में ना तो मेटाबॉलिज्म ठीक होगा और ना ही वजन कम होगा।
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ये तो सभी को पता है कि एक्सरसाइज आपके लिए कितनी जरूरी हो सकती है। आपके वजन कम करने और पतला रहने में मदद करेगी। आप अपनी सुविधा के हिसाब से कुछ भी चुन सकती हैं जैसे योगा, वॉक, जॉगिंग, साइकिल चलाना, जिम, वजन उठाना, HIIT, स्विमिंग आदि।
ये सभी टिप्स आपकी लाइफस्टाइल को बदलने में मदद करेंगे और साथ ही साथ आपको पतला करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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