रमजान में रोजा खरने वाले सभी इस्लामिक लोग दो बार खाना खाते हैं एक बार सुबह सूरज उगने से पहले खाते हैं जिसे सहरी कहते हैं और शाम को सूरज ढलने के बाद खाना खाते हैं जिसे इफ्तार कहते हैं। लेकिन सुबह की सहरी और शाम के इफ्तार के भी कई नियम होते हैं जिन्हें ध्यान में रखकर ही खाना खाया जाता है। आपको सुबह सेहरी मे क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए ये आपको जरुर पता होना चाहिए।
सहरी में क्या खाना चाहिए अगर आप ये जान लें तो आपको दिनभर प्यास और भूख नहीं लगेगी जिसकी वजह से आपको इबादत करने में मदद मिलेगी।
सहरी में क्या खाएं
सहरी में ऐसा खाना खाना चाहिए जिसे खाने के थोड़ी देर बाद ही आपको भूख ना लगे और ना ही आपका गला सूखे तो ऐसे में आपको सबसे पहले तो खजूर जरुर खाना चाहिए। रमजान में खजूर खाने की परंपरा है और इसे खाने से एनर्जी भी बनी रहती है। फिर आप दूध पी सकती है या जूस भी पी सकती हैं। इससे पानी की कमी नहीं रहेगी सूखे मेवे खाएं साथ में अंकुरित दाल वाला सलाद भी हेल्दी रहेगा। दूध के साथ ओट्स भी सुबह के समय आप आराम से खा सकती हैं इससे भी एनर्जी बनी रहती हैं और ज्यादा देर तक पेट भरा रहता है। रस्सेदार चीज़ों का सेवन करें क्योंकि गर्मियों में डी-हाइड्रेशन की समस्या भी रहती है। सहरी के लिए दूध, सूखे मेवे को बेस्ट माना जाता है इसलिए आप जो भी खा रही हैं उसके साथ इसे जरुर खाएं।
सहरी में क्या ना खाएं
- मसालेदार खाना ना खाएं। ऐसा खाना ना खाएं जिसमें ज्यादा मिर्च हो या फिर ज्यादा तला हुआ हो या उसमें घी हो अगर आप ऐसा सहरी के समय खाएंगी तो इससे प्यास भी लगेगी और पेट में दिनभर जलन भी होती रहेगी।
- सहरी के समय ऐसा कुछ भी ना खाएं तो मौसम में ना मिलता हो। ऐसा करने से बीमार हो सकते हैं।
- दूध पी रही हैं तो ऐसी चीज़ ना खाएं जिसे खाने से पेट खराब हो जाए जैसे नींबू ना खाएं नमक सीधा ना लें और ऐसी चीज़ भी ना लें जो दूध से दहीं बनाने में काम आती है।
- तला हुआ ना खाएं इसे खाने से प्यार लगेगी और गला सूखा रहेगा। ऐसे में रोजा होने के कारण आप शरीर की मांग को पूरा नहीं कर पाते और मन परेशान रहता है।
- रोज़े के समय धूप में जाने से बचें और कम बातें करें क्योंकि इससे भी प्यास लगती है
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