नारियल के तेल का इस्तेमाल शुरुआत से ही सबसे ज्यादा केरल राज्य में किया जाता है। लेकिन धीरे-धीरे इसकी उपयोगिता हर राज्य में बढ़ने लगी और नारियल के तेल का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर बालों और त्वचा को हेल्दी बनाने के लिए किया जाने लगा। आज बढ़ी मात्रा में लोग नारियल के तेल का इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ ही कई रिसर्च में भी यह पाया गया है कि नारियल का तेल फायदेमंद होता है। लेकिन, आजकल बढ़ने पैमाने पर अन्य खाद्य पदार्थों की तरह नारियल के तेल में भी मिलावट की जा रही है और ऑनलाइन से लेकर बाजार तक मिलावटी तेल को अधिक मात्रा में जनता को बेचा जा रहा है। बता दें कि खाद्य पदार्थों में मिलावट से न केवल खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता में कमी आती है बल्कि इसके सेवन से स्वास्थ्य पर कई दुष्प्रभाव भी पड़ते हैं।
इसके साथ ही नारियल के तेल की गुणवत्ता की जांच करना काफी मुश्किल है क्योंकि नारियल के तेल में आसानी से मिलावट की जा सकती है। बता दें कि नारियल के तेल में अन्य तेलों की मिलावट होती है, जिससे तेल में मौजूद पोषक तत्व और अन्य गुण कम हो जाते हैं। हालांकि, तेल में मिलावट करने से इसकी मात्रा बढ़ जाती है। आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि आर्टिफिशियल तेल में केवल 20% ओरिजनल नारियल का तेल मिलाया जाता है।
इसके साथ ही कई बार आपके दिमाग में भी यह सवाल जरूर आता होगा कि क्या जिस तेल का आप इस्तेमाल कर रही हैं वह मिलावटी तो नहीं है, लेकिन आप इस बात को लेकर परेशान रहती होंगी कि कैसे पहचान की जाए की नारियल का तेल असली है या नकली। तो अब आपको आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप कुछ तरीकों से यह पहचान कर सकती हैं कि कहीं आपके नारियल के तेल में मिलावट तो नहीं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में।
फ्रीजिंग टेस्ट करें
क्या आप यह पता लगाना चाहती हैं कि जो नारियल का तेल आप बाजार से खरीदकर लाई हैं वह असली है या नकली? तो इसके लिए आपको फ्रीजिंग टेस्ट करना चाहिए। यह नारियल तेल की शुद्धता को जांचने का सबसे आसान और सही तरीका है। फ्रीजिंग टेस्ट के लिए एक ट्रांसपेरेंट ग्लास में नारियल का तेल डालें। अब इसे करीब 30 मिनट के लिए फ्रीज में रख दें। ( तेल को फ्रिजर में न रखें) करीब 30 मिनट बाद देखें कि क्या तेल जम गया है। लेकिन, अगर तेल जमा हुआ न हो तो इसका मतलब है कि नारियल के तेल में मिलावट की गई है। इसके साथ ही अगर तेल में किसी अन्य तेल को मिलाया जाता है तो तेल की एक और लेयर बन जाती है जिससे पता चलता है कि तेल नकली है।
चखकर पता लगाएं
नारियल के तेल को चखकर आप यह पता लगा सकती हैं कि क्या तेल में किसी प्रकार की कोई मिलावट की गई है? नारियल के तेल को चखें और अगर इसका स्वाद आपको थोड़ा सा भी अलग लगता है या तेल की सुंगध अलग लगती है तो इसका मतलब है कि इसमें मिलावट की गई है। नारियल का तेल असली है या नकली इसकी जांच करने का यह सबसे आसान तरीका है।
क्या तेल साफ दिखाई देता है?
नारियल के तेल की शुद्धता का पता लगाने का सबसे आसान तरीका यह देखना है कि क्या तेल साफ दिखाई देता है। यानी कि अगर तेल में मिलावट की गई होगी तो यह साफ नहीं दिखेगा। अगर आपको तेल में थोड़ा सा भी धुंधलापन नजर आता है तो इसका मतलब है कि तेल की गुणवत्ता से छेड़छा़ड़ की गई है।
इसके अलावा आप एक और तरीके से यह जांच कर सकती हैं कि तेल असली है या नकली। इसके लिए आपको नारियल के तेल को किसी कंटेनर में भरना होगा और फिर तेल को देखें। अगर आपकी नजर कंटेनर से पार चली जाती है तो इसका मतलब है कि तेल शुद्ध है, लेकिन अगर नारियल का तेल पारदर्शी और स्पष्ट नहीं है, तो इसका मतलब है कि यह मिलावटी या नकली है। (इन तेलों का खाने में करें इस्तेमाल)
इसे भी पढ़ें:किचन में मौजूद घी में मिलावट तो नहीं? ऐसे करें उसकी जांच
बॉइलिंग टेस्ट से लगाएं पता
आप नारियल तेल की शुद्धता का पता लगाने के लिए बॉइलिंग टेस्ट कर सकती हैं। इसके लिए आपको नारियल के तेल को उबालना होगा। अगर नारियल के तेल में मिलावट की गई होगी तो तेल पानी की तरह उबल जाएगा। इसके साथ ही क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि जब आप खाना बनाती हैं तो तेल ऊपर क्यों नजर आने लगता है। इसका कारण इसमें मौजूद सल्फर की मात्रा है। यानी अगर नारियल का तेल खाने के ऊपर नहीं तैरता है तो इसका मतलब हो सकता है कि तेल शुद्ध नहीं है।
इसे भी पढ़ें:मिलावटी चीनी का इस्तेमाल तो नहीं कर रही आप, ऐसे करें पहचान
स्वास्थ्य मानक
एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है। एफएसएसएआई की स्थापना खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत की गई है, जो भारत में खाद्य सुरक्षा और विनियमन से संबंधित एक समेकित कानून है। इस कानून के माध्यम से वे यह सुनिश्चित करते हैं कि लोगों को इस बारे में सूचित किया जाए कि वे क्या खा रहे हैं। इसके लिए किसी भी पर्दाथ पर लेबल होता है। लेबलिंग में सामग्री की सूची, पोषण संबंधी जानकारी, खाद्य योजकों के संबंध में घोषणा और बहुत कुछ शामिल होता है। इसलिए, पहला कदम जो हमें उठाना चाहिए, वह है बेहतर जानकारी के लिए लेबलिंग को पढ़ना। इसलिए अगली बार जब भी आप तेल खरीदने जाएं तो बोतल पर दी गई जानकारी को जरूर पढ़ें।
इन बातों का रखें ध्यान
- बाजार में मिलने वाला खुला नारियल का तेल न लें। क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- बोतल पर लगे लेबल को जरूर पढ़ें। इससे आपको पता चल जाएगा कि तेल में क्या-क्या मिलाया गया है और कितनी मात्रा में।
- वही तेल खरीदें जिसपर एफएसएसएआई का मार्क लगा हो। इससे तेल की शुद्धता का पता चलता है।
- इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एक ही दुकान से पिछले कई सालों से सामान खरीद रही हैं और आपको लगता है कि वह मिलावटी सामान नहीं बेचते हैं। यह धारणा बदल दें और तेल खरीदने के तुरंत बाद ही इसकी जांच करें।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों