गणेश चतुर्थी का उत्सव शुरू हो चुका है और हर बार की तरह इस बार भी देश भर में गणपति महाराज के भक्तों ने इस गणेश चतुर्थी उत्सव को ईको फ्रेंडली तरीके से बनाने का प्रण लिया है। बेस्ट बात तो यह है कि इस बार देश भर में गणपति विसर्जन को भी कुछ नया रूप देने के लिए कई भगवान गणेश की ऐसी प्रतिमा सजाई गई है जो 10 दिन के उत्सव के बाद भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटी जा सकती है। कुछ ऐसी ही गणेश प्रतिमाओं के बारे में आज हम आपको बताएंगे, जो विसर्जन के दिन प्रसाद के रूप में भक्तों के बीच बट जाएंगी।
चॉकलेट गणेश जी
चॉकलेट का नाम आते ही लोगों के मुह में पानी आ जाता है। इसी बात का ख्याल रखते हुए लुधियाना के एक बेकरी ओनर से चॉकलेट की गणपति प्रतिमाएं बनवाई हैं। लोग बड़े चाव से इन प्रतिमाओं को अपने घरों में स्थापित कर रहे हैं और इस बात का संकल्प ले रहे हैं कि जब गणेश विसर्जन का वक्त आएगा तो इस प्रतिमा को दूध में डाल कर मेल्ट किया जाएगा और फिर गरीब बच्चें के बीच उस चॉको मिल्क को बांट दिया जाएगा।
नारियल के गणपति
गुजरात के शहर अहमदाबद में भी बेहद अलग ढंग से गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है। यहां पर एक पंडाल में नारियल से बने गणेश जी की प्रतिमा को लगाया गया है। यह प्रतिमा पूरी तरह से ईको फ्रेंडली है और जब इसका विसर्जन किया जाएगा तो यह आसानी से पानी में घुल जाएगी।
मसाला गणपति
भारत में खाना पकाने के लिए महिलाए मसालों का बहुत ज्यादा प्रयोग करती हैं। बेस्ट बात तो यह है कि यह मसाले किसी न किसी रूप में सेहत को फायदा ही पहुंचाते हैं। इस बात को ध्यान में रख कर मुंबई के मलाड में श्री साई दर्शन मित्र मंडल द्वारा 190 किलो की मसाले से बनी गणेश प्रतिमा की स्थापना की गई है। इस प्रतिमा को बनवाने में 9 किलो लौंग, 20 किलो दालचीनी, 6 किलो मिर्च, 1 किलो सरसों के बीज का प्रयोग किया गया है। विसर्चजन के दिन इन्हीं मसालों से भोज तैयार करवाया जाएगा और भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा।
गन्ने के गणपति
गन्ने का रस आपने कई बार पीया होगा मगर क्या आप सोच सकती हैं कि गन्ने गणपति भी हो सकते हैं। बंगलुरू की सत्य साईं ट्रस्ट ने इस बार गन्नों से बने गणेश जी की मूर्ती को पंडाल में सजाया है। इस बनाने में पांच टन गन्ने लगे हैं। इस गणेश प्रतिमाक को आर्टिस्ट अविनाश ने पूरे डेढ़ महीने में बनाया है। इस प्रतिमा को 21 दिन बाद विसर्जित किया जाएगा और 21वेंदिन यह गन्ने लोगों में प्रसाद के तौर पर बांट दिए जाएंगे।
केले के गणपति
गोवा हमेशा सैलानियों से भरा रहता है। लोग गोवा में खूबसूरत बीच देखने आते हैं मगर इस बार लोग यहां की गणेश चतुर्थी उत्सव देखने आए हैं। दरअसल यहां पर कच्चे केले के गणपति बनाए गए हैं। जब तक गणेश विर्सजन का दिन आएगा तब तक केले पक जाएंगे और लोगों को प्रसाद के तौर पर केले बांट दिए जाएंगे।
ड्राई फ्रूट्स वाले गणपति
मुंबई के एक गणेश पंडाल में ड्राई फ्रूट्स और देसी घी से बने गणपति को स्थापित किया गया है। गणेश प्रतिमा विर्सजन के दिन ड्राई फ्रूट्स वाले गणपति को दूध में विर्सजित कर खीर बनाई जाएगी और भक्तों में प्रसाद के तौर पर बांटी जाएगी।
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