स्किन केयर रूटीन की बात हो और उसमें मॉइश्चराइजर का नाम ना लिया जाए, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। स्किन केयर रूटीन में सबसे पहला और जरूरी स्टेप होता है सीटीएम। अर्थात् क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग। स्किन की बेसिक केयर करने वाली महिलाएं भी उसे मॉइश्चराइज जरूर करती हैं। हालांकि आपके मॉइश्चराइजिंग का तरीका अलग हो सकता है। मसलन, कुछ महिलाएं स्किन को नरिश करने के लिए ऑयल्स या होममेड तरीकों को इस्तेमाल करती हैं तो कुछ महिलाएं बाजार में मिलने वाले मॉइश्चराइजर पर डिपेंड होती हैं।
वैसे मार्केट में भी अलग-अलग स्किन टाइप के लिए कई अलग तरीके के मॉइश्चराइजर मिलते हैं। इतना ही नहीं, मौसम बदलने पर भी मॉइश्चराइजर बदल जाते हैं। जहां समर्स में लाइटवेट वाटर बेस्ड मॉइश्चराइजर को प्राथमिकता दी जाती है, वहीं विंटर्स में थिक मॉइश्चराइजर इस्तेमाल किया जाता है। चूंकि मार्केट में कई तरह के मॉइश्चराइजर अवेलेबल हैं, इसलिए अक्सर महिलाओं को यह समझ नहीं आता कि वह अपने लिए किस मॉइश्चराइजर का चयन करें और वह यूं ही कुछ भी खरीद लेती हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि आपके द्वारा चुने गए मॉइश्चराइजर में कुछ ऐसे इंग्रीडिएंट हो सकते हैं, जो आपकी स्किन को फायदा कम और नुकसान अधिक पहुंचाते हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही इंग्रीडिएंट के बारे में-
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पैराबेन
पैराबेन अक्सर सिर्फ मॉइश्चराइजर ही नहीं, बल्कि अन्य कई ब्यूटी व मेकअप प्रॉडक्ट में भी पाया जाता है, हालांकि आपको इसे यूज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे ब्रेस्ट कैंसर तक होने का खतरा रहता है। हालांकि वर्तमान में अधिकतर कंपनिंया अब पैराबेन फ्री प्रॉडक्ट बनाने लगी हैं। अगर मॉइश्चराइजर में पैराबेन होगा तो आपको लेबल पर मिथाइलपरबेन, एथिलपरबेन, प्रोपाइलपरबेन आदि लिखा जरूर दिखेगा।
आर्टिफिशियल कोलोरेंट्स
आर्टिफिशियल कोलोरेंट्स किसी भी तरह की स्किन के लिए सही नहीं माने जाते। हालांकि इनकी उपस्थिति मॉइश्चराइजर से लेकर अन्य कई स्किन केयर प्रॉडक्ट में देखने को मिलती हैं। हालांकि यह आर्टिफिशियल कलर व डाई महिलाएं की स्किन व हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये रंग त्वचा में एलर्जी और जलन पैदा कर सकते हैं और इससे आपको परेशानी हो सकती है।
फ्रेगरेंस
अधिकतर मॉइश्चराइजर को महकाने के लिए तरह-तरह की फ्रेगरेंस का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इस इंग्रीडिएंट के कारण अक्सर महिलाओं को स्किन में इरिटेशन, रैशेज, जलन व इचिंग का अहसास होता है। जब आप मॉइश्चराइजर में बहुत तेज महक का अहसास हो तो ऐसे मॉइश्चराइजर के इस्तेमाल से बचना ही आपके लिए अधिक फायदेमंद है।
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मिनरल ऑयल
मिनरल ऑयल सुनने में भले ही सामान्य लगता है और सालों से इसका इस्तेमाल सिर्फ मॉइश्चराइजर ही नहीं, बल्कि कई तरह के स्किन केयर प्रॉडक्ट में होता आ रहा है। लेकिन वास्तव में यह स्किन के लिए उतना भी अच्छा नहीं है। दरअसल, मिनरल ऑयल पेट्रोलियम से प्राप्त हाइड्रोकार्बन का एक लिक्विड मिक्सचर है। यह आपके इम्युन सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, अगर आपकी स्किन एक्ने प्रोन है, तब भी आपको मिनरल ऑयल युक्त मॉइश्चराइजर के इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि इसे लगाने से आपकी एक्ने की समस्या और भी अधिक बढ़ सकती है।
अगली बार आप जब भी मॉइश्चराइजर खरीदें तो इन इंग्रीडिएंट्स को एक बार जरूर चेक करें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर करना ना भूलें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit:(@freepik)
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