अक्सर लोग अपनी हेल्थ का ख्याल रखने के लिए फाइबर, प्रोटीन, विटामिन डी या कैल्शियम जैसे विटामिन और मिनरल्स पर अधिक फोकस करते हैं। जबकि शरीर को हर तरह के पोषक तत्वों के संतुलन की जरूरत होती है। इन्हीं में से एक है विटामिन ई। विटामिन ई एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है जो सेल्स को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है। इतना ही नहीं, इसका सकारात्मक प्रभाव इम्यून सिस्टम पर भी देखा जाता है। विटामिन ई के फायदे स्किन हेल्थ के लिए भी कम नहीं है। यह स्किन की इलास्टिस्टि को इंप्रूव करने के साथ-साथ निशान और झुर्रियों की उपस्थिति को कम करने में मदद कर सकता है।
चाहे आई हेल्थ हो या नर्वस सिस्टम, विटामिन ई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी कमी से शरीर को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। यही कारण है कि लोग विटामिन ई की कमी को दूर करने के लिए कैप्सूल लेने लगते हैं। हालांकि, विटामिन ई कैप्सूल का सेवन शुरू करने से पहले आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए, जिसके बारे में आज हम आपको इस लेख में बता रहे हैं-
खुद से ना करें शुरू
अक्सर लोग खुद से ही विटामिन ई के कैप्सूल लेना शुरू कर देते हैं। हालांकि, सेल्फ मेडिकेशन बिल्कुल भी उचित नहीं माना जाता है। हमेशा कैप्सूल शुरू करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह लें और अपने सभी जरूरी टेस्ट करवाएं। आपको शायद पता ना हो, लेकिन विटामिन ई कैप्सूल की डोज भी आपकी उम्र व जेंडर के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। ऐसे में अगर आपके शरीर में जरूरत से ज्यादा विटामिन ई होता है तो इसकी टॉक्सिसिटी के कारण आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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जान लें नुकसान
वैसे तो शरीर में पर्याप्त विटामिन ई होना बेहद जरूरी है। लेकिन अगर आप विटामिन ई कैप्सूल लेते हैं और आपके शरीर में विटामिन ई की अधिकता हो जाती है तो इससे आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। मसलन, अत्यधिक विटामिन ई ब्लीडिंग के रिस्क को बढ़ा सकता है, खासकर अगर आप रक्त को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं। इसके अलावा, विटामिन ई कैप्सूल से कुछ लोगों को एलर्जी या पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, हमेशा विटामिन ई कैप्सूल शुरू करने से पहले डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री भी जरूर बताएं।
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नेचुरल सोर्स पर करें फोकस
यह समस्या अमूमन तब देखी जाती है, तब लोग सेल्फ मेडिकेशन शुरू कर देते हैं। अगर आपने खुद से ही विटामिन ई कैप्सूल लेना शुरू कर दिया है तो यह काफी हद तक संभव है कि आप इसकी ओवर डोज लेने लग जाएं। इससे बॉडी में विटामिन ई की टॉक्सिसिटी हो सकती है। हमेशा डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक ही लें और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में सप्लीमेंट का उपयोग करें।
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Image Credit- freepik
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