लो फिर से आ गई होली।
जी हां होली में रंगों से खेलने से भला हम किसे रोक सकते हैं लेकिन होली में बाजार में मिलने वाले रंग इस्तेमाल करने से कई महिलाओं को समस्या हो जाती है। कृत्रिम रंगों में मौजूद केमिकल नुकसानदेह होते हैं और कई तरह की समस्याओं का कारण बनते हैं। इनमें त्वचा की गड़बड़ी, रंग खराब होना, जलन, खुजली और ड्राईनेस आदि शामिल हैं। अगर आपके साथ या आपकी फैमिली में भी किसी को ऐसा होता है तो इस बार घर पर ही रंग बनाए। ये रंग नेचुरल होंगे और आपकी स्किन को किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाएगें।
रंगों के त्योहार होली में पिचकारियां छूटेंगी, गुलाल उड़ेंगे, गुब्बारों के रंगों से सराबोर होने के लिए हम कब से तैयार बैठे हैं, लेकिन इसी दौरान रंग खेलने से ज्यादा रंग छुड़ाने, स्किन और बालों को हुए नुकसान को लेकर चिंतित रहते हैं। इसलिए ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन नेचुरल रंगों के इस्तेमाल पर जोर दे रही हैं।
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शहनाज हुसैन कहती हैं, "इन दिनों रंगों में माइका, लेड जैसे हानिकारक केमिकल मिले होते हैं जिससे बाल तथा स्किन ड्राई एवं बेजान हो जाती है। बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं और स्किन में जलन एवं खुजली शुरू हो जाती है। होली में उपयोग किए जाने वाले रंगों से स्किन में एलर्जी, आंखों में जलन और पेट की अनेक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ऐसे में सबसे पहले आप यह कोशिश करें कि आप ऑर्गेनिक/हर्बल रंगों से ही होली खेलें लेकिन इन रंगों की पहचान भी जरूरी है।" अगर आप होली के लिए ऑर्गेनिक/हर्बल गुलाल घर बैठे खरीदना चाहती हैं, तो नेचुरल गुलाल जिसका MRP 499 Rs है, वो आपको 205 Rs में यहां आसानी से मिलेगा।
घर में बनाए रंग
उन्होंने कहा कि यह कतई जरूरी नहीं है कि नामी गिरामी कंपनियों के बाजार में बिकने बाले महंगे हर्बल रंगों को ही चुनें, बल्कि बेहतर रहेगा अगर आप घर में ही हर्बल रंग बनाएं। आप बेसन में हल्दी मिलाकर पीला हर्बल रंग पा सकते हैं। गेंदे के फूलों के पत्तों को पानी में उबालकर पिचकारी के लिए पीला रंग बना सकते हैं, जबकि गुड़हल फूलों के पत्तों के पाउडर को आटे के साथ मिलाने से लाल रंग बन जाता हैं। पानी में केसर या मेहंदी मिलकर नारंगी रंग बन जाता है, इसी प्रकार अनार के दाने पानी में मिलाकर गुलाबी रंग का पानी बन जाता है।
होली का त्योहार ज्यादातर खुले आसमान में खेला जाता है, जिससे सूर्य की गर्मी से भी स्किन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। खुले आसमान में हानिकाक यूवी किरणों के साथ-साथ नमी की कमी की वजह से स्किन के रंग में कालापन आ जाता है। होली खेलने के बाद स्किन निर्जीव बन जाती है।
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होली से पहले अपनाएं ब्यूटी टिप्स
ब्यूटी एक्सपर्ट का कहना है कि होली के पावन त्योहार में अपनी स्किन की केयर के लिए होली खेलने से 20 मिनट पहले स्किन पर 20 एसपीएफ सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। अगर आपकी स्किन पर फोड़़े, फुंसियां आदि हैं तो 20 एससपीएफ से ज्यादा दर्जे की सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए। ज्यादातर सनस्क्रीन में मॉइस्चराइजर ही मौजूद होता है। मॉइस्चराइजर युक्त शाहनाज हुसैन सनस्क्रीन आप यहां आसानी से 290 में ऑनलाइन खरीद सकती हैं। अगर आपकी स्किन बहुत ज्यादा ड्राई है तो सनस्क्रीन लगाने के बाद कुछ समय इंतजार करें, उसके बाद ही स्किन पर मॉइस्चराइजर लगाएं। साथ ही आप अपनी बाजू तथा सभी खुले अंगों पर मॉइस्चराइजर लोशन या क्रीम का इस्तेमाल करें।
Source: IANS
Image Courtesy: Pxhere & Freepik
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