लंबे और घने बाल पाने के लिए हम सभी कई तरह के उपाय अपनाते हैं। तरह-तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स से लेकर घरेलू उपचार अपनाने से परहेज नहीं करते हैं। अमूमन जब हम अपने बालों की ग्रोथ को स्पीडअप करना चाहते हैं तो ऐसे में कई लोगों से सलाह मांगते हैं या फिर इंटरनेट का सहारा लेते हैं। ऐसे में हमें कई बेहतरीन उपाय मिल भी जाते हैं, लेकिन इसके साथ-साथ हमें कई तरह के मिथक के बारे में भी पता चलता है, जिन्हें अनजाने में हम सच मान लेते हैं।
मुझे यकीन है कि आपने अपने जीवन में एक बार हेयर ग्रोथ से जुड़े किसी ना किसी मिथक के बारे में जरूर सुना होगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके बाल काले हैं या फिर कलर्ड, बालों व उनकी ग्रोथ को लेकर बहुत सारे मिथक हैं। यहां सबसे दुखद बात यह है कि हम सभी उनमें से कई पर आंख मूंदकर विश्वास कर लेते हैं। नतीजतन, हमें मनचाहा परिणाम नहीं मिल पाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको हेयर ग्रोथ से जुड़े कुछ मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
मिथक 1- ज़्यादा ट्रिमिंग से ज़्यादा बाल बढ़ते हैं
सच्चाई- हम सभी अपने बचपन से इस मिथक को सुना है और उस पर विश्वास किया है। अमूमन लोग यह मानते हैं कि हर 6 हफ़्ते में ट्रिमिंग करने से आपके बाल तेज़ी से बढ़ते हैं। हालांकि, यह सच नहीं है। ऐसा कहा जाता है कि जब आपके बाल खराब हो जाते हैं और आपके बाल दोमुंहे हो जाते हैं, तो उनका बढ़ना रुक जाता है। इसलिए बालों को दोमुंहे होने से बचाने का एकमात्र तरीका ट्रिमिंग है जो बालों के बढ़ने को बढ़ावा देता है। यहां पर आपको यह समझना चाहिए कि बाल कभी भी जड़ों से बढ़ते हैं, सिरों से नहीं। इसलिए दोमुंहे बाल कभी भी बालों के बढ़ने को नहीं रोकेंगे। अगर आप अपने बालों को ट्रिम नहीं करते हैं तो वे अस्वस्थ और बेजान दिखते हैं। इसलिए ट्रिमिंग से आपके बाल स्वस्थ दिखते हैं। बस इतना ही।
इसे भी पढ़ें:Korean Hair Care: चावल के पानी में छुपा है कोरियन हेयर केयर का राज, जानें कैसे?
मिथक 2- हेयर ग्रोथ प्रोडक्ट्स चमत्कार की तरह काम करते हैं
सच्चाई- जब लोग बालों की ग्रोथ को स्पीडअप करना चाहते हैं तो वे महंगे-महंगे हेयर ग्रोथ प्रोडक्ट में इनवेस्ट करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इन प्रोडक्ट्स की वजह से कम समय में ही उन्हें मनचाहा रिजल्ट मिल जाएगा। जबकि, यह भी सच नहीं है। यकीनन हेयर ग्रोथ प्रोडक्ट कहीं ना कहीं हेयर ग्रोथ में मददगार होते हैं, लेकिन हर प्रोडक्ट उतना प्रभावी नहीं होता। हेयर ग्रोथ जेनेटिक्स, डाइट और आपकी ओवर ऑल हेल्थ से भी प्रभावित होती है। इसलिए अगर आप सिर्फ और सिर्फ हेयर ग्रोथ प्रोडक्ट के भरोसे बैठी हैं तो यकीनन आपके हाथ निराशा ही लगेगी। यह प्रोडक्ट हेयर की अपीयरेंस में सुधार करते हैं, न कि विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं।
मिथक 3- बार-बार शैम्पू करने से बाल झड़ने लगते हैं
सच्चाई- बहुत से लोगों की यह भी मान्यता है कि बार-बार शैम्पू करने से बाल झड़ने लगते हैं। वास्तव में, शैम्पू करने से स्कैल्प और बाल साफ होते हैं, जो स्कैल्प के स्वस्थ वातावरण के लिए ज़रूरी है। हालांकि, अगर आप हार्श शैम्पू का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो इससे स्कैल्प का नेचुरल ऑयल निकल सकता है, जिससे बाल रूखे और टूटने लगते हैं। इसलिए, आपको हमेशा अपने बालों के टाइप और उनकी जरूरतों के आधार पर सही शैम्पू का चयन करना जरूरी है। कभी भी सिर्फ शैम्पू करने से बाल नहीं झड़ते हैं।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों