महिलाओं को अपने चेहरे से जितना अधिक प्रेम होता है, उतना ही अपने बालों से भी होता है और इसलिए बालों को खूबसूरत बनाने के लिए बाजार में भी बहुत सारे प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट आने लग गए हैं। खासतोर पर बालों के लिए बोटॉक्स और केराटिन ट्रीटमेंट काफी लोकप्रिय हैं। हालांकि, इन दोनों ही ट्रीटमेंट क्या अंतर होता है इस बारे में बहुत लोगों को ही पता है। इसलिए कभी भी इन ट्रीटमेंट्स से मिलने वाले रिजल्ट्स को जानें बिना आपको इन्हें ट्राई नहीं करना चाहिए। इस आर्टिकल में हम आपको इन दोनों ट्रीटमेंट्स में अंतर बताएंगे। यदि आप भी इन्हें ट्राई करना चाहती हैं, तो लेख को अंत तक पढ़ें।
हेयर बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या होता है?
हेयर बोटॉक्स ट्रीटमेंट में एक स्पेशलाइज्ड फॉर्मुला को डायरेक्ट स्कैल्प के अंदर इंजेक्ट किया जाता है। इससे हेयर फॉलिकल्स को रिवाइव किया जाता है और यह बालों की ग्रोथ को प्रमोट करता है। इस ट्रीटमेंट के बाद आपके बालों की फ्रिजिनेस कम हो जाती है और यह ट्रीटमेंट बालों के टेक्सचर को भी बेहतर बनाता है।
हेयर केराटिन ट्रीटमेंट क्या होता है?
केराटिन एक प्रोटीन होता है, जिससे बाल बने होते हैं। अगर आपके बालों में केराटिन कम है तो आपके बाल मुरझाए हुए से और खराब नजर आएंगे। अगर आप बालों में केराटिन ट्रीटमेंट कराती हैं। इस प्रोसीजर में हीट इक्युपमेंट्स का प्रयोग किया जाता है और यह हेयर क्यूटिकल्स को स्मूद बनाता है। आपके बाल कर्ल हैं तो स्ट्रेट हो जाते हैं और फ्रिजि हैं तो स्मूद हो जाएंगे। इस ट्रीटमेंट के बाद आपके बालों में शाइन भी आ जाएगी और बाल मैनेजेबल हो जाएंगे।
हेयर बोटॉक्स और हेयर केराटीन ट्रीटमेंट में क्या अंतर होता है?
- हेयर बोटॉक्स ट्रीटमेंट में एक कस्टमाइज फॉर्मुला को स्कैल्प के उस हिस्से में इंजेक्ट किया जाता है, जहां बाल नहीं होते हैं या कम होते हैं। वहीं दूसरी तरफ केराटिन ट्रीटमेंट में बालों में केराटिन सॉल्यूशन लगा कर हीट इक्यूपमेंट्स से उसे सील कर दिया जाता है। इसके लिए फ्लैट आयरन और ब्लोड्रायर यूज किया जाता है।
- बॉटॉक्स को एक बार कराने के बाद कुछ हफ्तों बाद टचअप की जरूरत होती है और यह टचअप निश्चित अंतराल पर देना होता है। इससे आपके बालों में इस ट्रीटमेंट का असर बना रहेगा। वहीं जो लोग केराटिन ट्रीटमेंट लेना चाहते हैं, उन्हें कुछ दिन तक तो अहसास होगा कि आपके बाल स्ट्रेट हो गए हैं, मगर कुछ दिनों के बाद बाल स्मूद तो नजर आएंगे लेकिन स्ट्रेट नहीं रहेंगे। कुछ वक्त बाद आपको इस ट्रीटमेंट को दोबारा लेना हेागा। हालांकि केराटिन बोटॉक्स से ज्यादा दिन तक चलता है।
- बोटॉक्स ट्रीटमेंट आप किसी भी तरह के बालों में ले सकती हैं। केराटिन ट्रीटमेंट का इफेक्ट ज्यादा तरह कर्ली और फ्रिजि बालों पर ज्यादा दिखता है।
- बोटॉक्स से बालों की ग्रोथ अच्छी होती है और केराटिन ट्रीटमेंट से बालों का टेक्सचर अच्छा हो जाता है।
नोट-अगर आपकी स्कैल्प सेंसिटिव है, तो ऊपर बताए गए किसी भी नुस्खे को आजमाने से पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें। किसी भी नुस्खे से आपको त्वरित रिजल्ट नहीं मिलेगा। यह उपाय केवल आपके बालों की अच्छी सेहत के लिए हैं। हेयर केयर से जुड़े और भी आर्टिकल्स आप साइट पर पढ़ सकती हैं।
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