आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में घर के भीतर और आस-पास पौधे लगाना बहुत जरूरी हो गया है। यह आपके घर के माहौल को तो अच्छा बनाते ही हैं और इनसे वातावरण भी शुद्ध होता है। पौधे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं।
अपने मानसिक तनाव को दूर करने और शुद्ध पौधे लगाने के लिए घर में किचन गार्डन बनाना एक बेहतरीन तरीका माना जाता है।
किचन गार्डन में आप न सिर्फ फूलों के पौधे लगा सकते हैं बल्कि सब्जियां और फल भी उगा सकते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर के अन्य स्थानों की ही तरह किचन गार्डन का भी एक वास्तु होना जरूरी है और आपको वास्तु के सही नियमों का पालन करते हुए ही घर में किचन गार्डन बनाने की सलाह दी जाती है। आइए वास्तु एक्सपर्ट डॉ मधु कोटिया से जानें घर में किचन गार्डन बनाने के वास्तु उपायों के बारे में।
किचन गार्डन के लिए सही दिशा जरूरी है
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में किचन गार्डन लगाने के लिए सबसे शुभ दिशा उत्तर-पूर्व दिशा या ईशान कोण मानी जाती है। यह दिशा आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और घर में समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य में सुधार लाती है।
इसके अलावा, पूर्व दिशा में भी किचन गार्डन बनाने से घर के सदस्यों को शारीरिक और मानसिक शांति मिलती है। इस दिशा में सूरज की पहली किरणें सीधे आती हैं, जो पौधों की वृद्धि के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होती हैं। यदि आप इस दिशा में किचन गार्डन बना रहे हैं तो आपके पूरे घर में इसके सकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।
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वास्तु के अनुसार किचन गार्डन के लिए सही पौधों चुनना जरूरी है
अगर आप घर में किचन गार्डन बना रहे हैं तो आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा के साथ सही पौधों का चयन भी करना चाहिए। किचन गार्डन के लिए हमेशा आप ऐसे पौधे चुनें जो सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दें और आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हों।
तुलसी को घर में लगाना अत्यधिक शुभ माना जाता है और यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, इसलिए आप किचन गार्डन में यह पौधा जरूर लगाएं।
साथ ही, इसकी पत्तियां कई स्वास्थ्य लाभ भी देती हैं, जिसकी वजह से इस पौधे का किचन गार्डन में होना जरूरी होता है। इसे पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना सबसे अच्छा होता है।
इसके साथ आप धनिया, पुदीना, अदरक, मेथी जैसे पौधे भी अपने किचन गार्डन में लगा सकती हैं। ये पौधे आपके भोजन में स्वाद और सेहत जोड़ने में मदद करते हैं।
वास्तु के अनुसार किचन गार्डन में पौधों की ऊंचाई का ध्यान रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन गार्डन में लगे पौधों की ऊंचाई का ध्यान रखना जरूरी होता है। छोटे और मध्यम ऊंचाई वाले पौधे जैसे तुलसी, पुदीना, और धनिया को घर के आंगन में या किचन गार्डन में लगाना शुभ होता है।
बड़े और ऊंचे पेड़ जैसे नीम या अशोक को घर के बाहरी हिस्से में लगाना चाहिए, ताकि ये घर की छाया पर असर न डालें और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह ठीक बना रहे। वास्तु की मानें तो जब आप किचन गार्डन में पौधे लगा रही हैं तो माध्यम ऊंचाई और लंबाई वाले पौधे ही लगाएं।
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किचन गार्डन मेंपानी और जल निकासी का सही प्रबंध
किचन गार्डन में पानी का उचित प्रबंध और जल निकासी का सही ढंग से होना भी आवश्यक है। पौधों को नियमित पानी देना जरूरी है, लेकिन ध्यान रखें कि गंदा या रुका हुआ पानी किचन गार्डन में न हो।
यह नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और घर में धन और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। पानी की निकासी की व्यवस्था हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
किचन गार्डन में सही गमलों का करें चुनाव
अगर आप गमलों में पौधे लगा रहे हैं तो उनके चयन में भी वास्तु नियमों का ध्यान रखना चाहिए। किचन गार्डन के लिए गोल और मिट्टी के बने गमले सबसे ज्यादा शुभ माने जाते हैं। प्लास्टिक के गमले से बचें क्योंकि ये ऊर्जा प्रवाह को बाधित करते हैं।
गमलों की नियमित सफाई और पौधों की सही देखभाल करना भी जरूरी माना जाता है। गार्डन का अगर कोई पौधा सूख जाता है तो उसे तुरंत हटा दें, क्योंकि सूखे पौधे घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। कोशिश करें कि किचन गार्डन में आपको कभी भी कांटे वाले पौधे नहीं लगाने चाहिए।
किचन गार्डन के आस-पास की सफाई है जरूरी
वास्तु शास्त्र में सफाई का अत्यधिक महत्व है। किचन गार्डन के आस-पास की जगह को हमेशा साफ और व्यवस्थित रखना जरूरी है।
कभी भी गार्डन में टूटे हुए पौधे न रखें और जो पत्ते सूखकर नीचे गिर जाते हैं उन्हें तुरंत गमले से हटा दें। वास्तु में ऐसा माना जाता है कि ये पत्ते नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देते हैं और साफ-सुथरी जगह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। जिससे घर के वातावरण को शुद्ध और शांत बनाए रखने में मदद मिलती है।
अगर आप घर में किचन गार्डन बनाते समय वास्तु के इन नियमों का पालन करेंगी तो सदैव समृद्धि बनी रहेगी और आपको इसके पूर्ण लाभ भी मिलेंगे। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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