पूजा के दौरान शिवलिंग पर हम सभी कुछ न कुछ अवश्य चढ़ाते हैं, कभी फल-फूल तो कभी दूध तो कभी कपड़ा या कलावा आदि। शिवलिंग पर कुछ भी चढ़ाने से जुड़े नियम मौजूद हैं जो बताते हैं कि शिवलिंग पर पूजा के दौरान क्या अर्पित करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि शिवलिंग पर कभी भी गर्म चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए बल्कि हमेशा ठंडी चीजें ही अर्पित करनी चाहिए। ऐसे में आइये जानते है इसके पीछे का तर्क क्या है।
शिवलिंग पर ठंडी चीजें ही क्यों चढ़ानी चाहिए?
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवताओं और राक्षसों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था तब उसमें से 14 रत्न निकले थे, लेकिन सबसे पहले हलाहल विष बाहर आया था। यह विष इतना तीव्र था कि इससे पूरा संसार जलने लगा और सभी देवी-देवता भयभीत हो गए। सृष्टि को बचाने के लिए भगवान शिव ने उस विष को अपने कंठ में धारण कर लिया।
विष के प्रभाव से उनका कंठ नीला पड़ गया और उनका शरीर बहुत गर्म होने लगा। इस गर्मी को शांत करने के लिए सभी देवी-देवताओं ने भगवान शिव पर जल और ठंडी वस्तुएं जैसे दूध, दही, घी आदि अर्पित करना शुरू कर दिया जिससे उन्हें शीतलता मिली। तभी से शिवलिंग पर ठंडी चीजें अर्पित करने की परंपरा चली आ रही है जिसका आज भी पालन होता है।
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इसके अलावा, भगवान शिव को संहारक के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन उनका शिवलिंग स्वरूप शांत और निराकार है। ठंडी चीजें अर्पित करना उनकी इस शांत और स्थिर ऊर्जा को बनाए रखने का प्रतीक है। माना जाता है कि शिवलिंग पर ठंडी चीजें जैसे जल, दूध, चंदन आदि चढ़ाने से भक्तों के मन की नकारात्मक ऊर्जा और क्रोध शांत होता है।
यह आत्म-शुद्धि और आंतरिक शांति का मार्ग प्रशस्त करता है। शिवलिंग पंच तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश का प्रतीक है। ठंडी चीजें अर्पित करने से जल तत्व और शीतलता को महत्व दिया जाता है जिससे प्रकृति में संतुलन बना रहता है। इसके पीछे वैज्ञानिक तर्क भी मौजूद है। वैज्ञानिक भी मानते हैं कि शिवलिंग में विशेष प्रकार की ऊर्जा होती है।
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इसी ऊर्जा को ठंडा रखने के लिए जल और अन्य शीतल पदार्थ चढ़ाए जाते हैं। कुछ ज्योतिर्लिंगों में तो वैज्ञानिक रूप से भी उच्च विकिरण यानी कि रेडिएशन पाया गया है और जल लगातार प्रवाहित करने से उस ऊर्जा को संतुलित रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा शिवलिंग पर दूध, दही, घी जैसे चिकने और ठंडे पदार्थ चढ़ाने से शिवलिंग का आकार सुरक्षित रहता है।
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